॥ श्री गणेश अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Ganesh Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ गजाननाय नमः। |
२ | ॐ गणाध्यक्षाय नमः। |
३ | ॐ विघ्नराजाय नमः। |
४ | ॐ विनायकाय नमः। |
५ | ॐ द्वैमातुराय नमः। |
६ | ॐ द्विमुखाय नमः। |
७ | ॐ प्रमुखाय नमः। |
८ | ॐ सुमुखाय नमः। |
९ | ॐ कृतिने नमः। |
१० | ॐ सुप्रदीपाय नमः। |
११ | ॐ सुखनिधये नमः। |
१२ | ॐ सुराध्यक्षाय नमः। |
१३ | ॐ सुरारिघ्नाय नमः। |
१४ | ॐ महागणपतये नमः। |
१५ | ॐ मान्याय नमः। |
१६ | ॐ महाकालाय नमः। |
१७ | ॐ महाबलाय नमः। |
१८ | ॐ हेरम्बाय नमः। |
१९ | ॐ लम्बजठरायै नमः। |
२० | ॐ ह्रस्व ग्रीवाय नमः। |
२१ | ॐ महोदराय नमः। |
२२ | ॐ मदोत्कटाय नमः। |
२३ | ॐ महावीराय नमः। |
२४ | ॐ मन्त्रिणे नमः। |
२५ | ॐ मङ्गल स्वराय नमः। |
२६ | ॐ प्रमधाय नमः। |
२७ | ॐ प्रथमाय नमः। |
२८ | ॐ प्राज्ञाय नमः। |
२९ | ॐ विघ्नकर्त्रे नमः। |
३० | ॐ विघ्नहर्त्रे नमः। |
३१ | ॐ विश्वनेत्रे नमः। |
३२ | ॐ विराट्पतये नमः। |
३३ | ॐ श्रीपतये नमः। |
३४ | ॐ वाक्पतये नमः। |
३५ | ॐ शृङ्गारिणे नमः। |
३६ | ॐ अश्रितवत्सलाय नमः। |
३७ | ॐ शिवप्रियाय नमः। |
३८ | ॐ शीघ्रकारिणे नमः। |
३९ | ॐ शाश्वताय नमः। |
४० | ॐ बल नमः। |
४१ | ॐ बलोत्थिताय नमः। |
४२ | ॐ भवात्मजाय नमः। |
४३ | ॐ पुराण पुरुषाय नमः। |
४४ | ॐ पूष्णे नमः। |
४५ | ॐ पुष्करोत्षिप्त वारिणे नमः। |
४६ | ॐ अग्रगण्याय नमः। |
४७ | ॐ अग्रपूज्याय नमः। |
४८ | ॐ अग्रगामिने नमः। |
४९ | ॐ मन्त्रकृते नमः। |
५० | ॐ चामीकरप्रभाय नमः। |
५१ | ॐ सर्वाय नमः। |
५२ | ॐ सर्वोपास्याय नमः। |
५३ | ॐ सर्व कर्त्रे नमः। |
५४ | ॐ सर्वनेत्रे नमः। |
५५ | ॐ सर्वसिद्धिप्रदाय नमः। |
५६ | ॐ सिद्धये नमः। |
५७ | ॐ पञ्चहस्ताय नमः। |
५८ | ॐ पार्वतीनन्दनाय नमः। |
५९ | ॐ प्रभवे नमः। |
६० | ॐ कुमारगुरवे नमः। |
६१ | ॐ अक्षोभ्याय नमः। |
६२ | ॐ कुञ्जरासुर भञ्जनाय नमः। |
६३ | ॐ प्रमोदाय नमः। |
६४ | ॐ मोदकप्रियाय नमः। |
६५ | ॐ कान्तिमते नमः। |
६६ | ॐ धृतिमते नमः। |
६७ | ॐ कामिने नमः। |
६८ | ॐ कपित्थपनसप्रियाय नमः। |
६९ | ॐ ब्रह्मचारिणे नमः। |
७० | ॐ ब्रह्मरूपिणे नमः। |
७१ | ॐ ब्रह्मविद्यादि दानभुवे नमः। |
७२ | ॐ जिष्णवे नमः। |
७३ | ॐ विष्णुप्रियाय नमः। |
७४ | ॐ भक्त जीविताय नमः। |
७५ | ॐ जितमन्मधाय नमः। |
७६ | ॐ ऐश्वर्यकारणाय नमः। |
७७ | ॐ ज्यायसे नमः। |
७८ | ॐ यक्षकिन्नेर सेविताय नमः। |
७९ | ॐ गङ्गा सुताय नमः। |
८० | ॐ गणाधीशाय नमः। |
८१ | ॐ गम्भीर निनदाय नमः। |
८२ | ॐ वटवे नमः। |
८३ | ॐ अभीष्टवरदाय नमः। |
८४ | ॐ ज्योतिषे नमः। |
८५ | ॐ भक्तनिधये नमः। |
८६ | ॐ भावगम्याय नमः। |
८७ | ॐ मङ्गलप्रदाय नमः। |
८८ | ॐ अव्यक्ताय नमः। |
८९ | ॐ अप्राकृत पराक्रमाय नमः। |
९० | ॐ सत्यधर्मिणे नमः। |
९१ | ॐ सखये नमः। |
९२ | ॐ सरसाम्बुनिधये नमः। |
९३ | ॐ महेशाय नमः। |
९४ | ॐ दिव्याङ्गाय नमः। |
९५ | ॐ मणिकिङ्किणी मेखालाय नमः। |
९६ | ॐ समस्त देवता मूर्तये नमः। |
९७ | ॐ सहिष्णवे नमः। |
९८ | ॐ सततोत्थिताय नमः। |
९९ | ॐ विघातकारिणे नमः। |
१०० | ॐ विश्वग्दृशे नमः। |
१०१ | ॐ विश्वरक्षाकृते नमः। |
१०२ | ॐ कल्याणगुरवे नमः। |
१०३ | ॐ उन्मत्तवेषाय नमः। |
१०४ | ॐ अपराजिते नमः। |
१०५ | ॐ समस्त जगदाधाराय नमः। |
१०६ | ॐ सर्वैश्वर्यप्रदाय नमः। |
१०७ | ॐ आक्रान्त चिद चित्प्रभवे नमः। |
१०८ | ॐ श्री विघ्नेश्वराय नमः। |
॥ इति श्री गणेश अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री शिव अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Shiv Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ शिवाय नमः। |
२ | ॐ महेश्वराय नमः। |
३ | ॐ शंभवे नमः। |
४ | ॐ पिनाकिने नमः। |
५ | ॐ शशिशेखराय नमः। |
६ | ॐ वामदेवाय नमः। |
७ | ॐ विरूपाक्षाय नमः। |
८ | ॐ कपर्दिने नमः। |
९ | ॐ नीललोहिताय नमः। |
१० | ॐ शंकराय नमः। |
११ | ॐ शूलपाणये नमः। |
१२ | ॐ खट्वांगिने नमः। |
१३ | ॐ विष्णुवल्लभाय नमः। |
१४ | ॐ शिपिविष्टाय नमः। |
१५ | ॐ अंबिकानाथाय नमः। |
१६ | ॐ श्रीकण्ठाय नमः। |
१७ | ॐ भक्तवत्सलाय नमः। |
१८ | ॐ भवाय नमः। |
१९ | ॐ शर्वाय नमः। |
२० | ॐ त्रिलोकेशाय नमः। |
२१ | ॐ शितिकण्ठाय नमः। |
२२ | ॐ शिवा प्रियाय नमः। |
२३ | ॐ उग्राय नमः। |
२४ | ॐ कपालिने नमः। |
२५ | ॐ कामारये नमः। |
२६ | ॐ अन्धकासुरसूदनाय नमः। |
२७ | ॐ गंगाधराय नमः। |
२८ | ॐ ललाटाक्षाय नमः। |
२९ | ॐ कालकालाय नमः। |
३० | ॐ कृपानिधये नमः। |
३१ | ॐ भीमाय नमः। |
३२ | ॐ परशुहस्ताय नमः। |
३३ | ॐ मृगपाणये नमः। |
३४ | ॐ जटाधराय नमः। |
३५ | ॐ कैलाशवासिने नमः। |
३६ | ॐ कवचिने नमः। |
३७ | ॐ कठोराय नमः। |
३८ | ॐ त्रिपुरान्तकाय नमः। |
३९ | ॐ वृषांकाय नमः। |
४० | ॐ वृषभारूढाय नमः। |
४१ | ॐ भस्मोद्धूलितविग्रहाय नमः। |
४२ | ॐ सामप्रियाय नमः। |
४३ | ॐ स्वरमयाय नमः। |
४४ | ॐ त्रयीमूर्तये नमः। |
४५ | ॐ अनीश्वराय नमः। |
४६ | ॐ सर्वज्ञाय नमः। |
४७ | ॐ परमात्मने नमः। |
४८ | ॐ सोमसूर्याग्निलोचनाय नमः। |
४९ | ॐ हविषे नमः। |
५० | ॐ यज्ञमयाय नमः। |
५१ | ॐ सोमाय नमः। |
५२ | ॐ पंचवक्त्राय नमः। |
५३ | ॐ सदाशिवाय नमः। |
५४ | ॐ विश्वेश्वराय नमः। |
५५ | ॐ वीरभद्राय नमः। |
५६ | ॐ गणनाथाय नमः। |
५७ | ॐ प्रजापतये नमः। |
५८ | ॐ हिरण्यरेतसे नमः। |
५९ | ॐ दुर्धर्षाय नमः। |
६० | ॐ गिरीशाय नमः। |
६१ | ॐ गिरिशाय नमः। |
६२ | ॐ अनघाय नमः। |
६३ | ॐ भुजंगभूषणाय नमः। |
६४ | ॐ भर्गाय नमः। |
६५ | ॐ गिरिधन्वने नमः। |
६६ | ॐ गिरिप्रियाय नमः। |
६७ | ॐ कृत्तिवाससे नमः। |
६८ | ॐ पुरारातये नमः। |
६९ | ॐ भगवते नमः। |
७० | ॐ प्रमथाधिपाय नमः। |
७१ | ॐ मृत्युंजयाय नमः। |
७२ | ॐ सूक्ष्मतनवे नमः। |
७३ | ॐ जगद्व्यापिने नमः। |
७४ | ॐ जगद्गुरुवे नमः। |
७५ | ॐ व्योमकेशाय नमः। |
७६ | ॐ महासेनजनकाय नमः। |
७७ | ॐ चारुविक्रमाय नमः। |
७८ | ॐ रुद्राय नमः। |
७९ | ॐ भूतपतये नमः। |
८० | ॐ स्थाणवे नमः। |
८१ | ॐ अहिर्बुध्न्याय नमः। |
८२ | ॐ दिगंबराय नमः। |
८३ | ॐ अष्टमूर्तये नमः। |
८४ | ॐ अनेकात्मने नमः। |
८५ | ॐ सात्विकाय नमः। |
८६ | ॐ शुद्धविग्रहाय नमः। |
८७ | ॐ शाश्वताय नमः। |
८८ | ॐ खण्डपरशवे नमः। |
८९ | ॐ अजाय नमः। |
९० | ॐ पाशविमोचकाय नमः। |
९१ | ॐ मृडाय नमः। |
९२ | ॐ पशुपतये नमः। |
९३ | ॐ देवाय नमः। |
९४ | ॐ महादेवाय नमः। |
९५ | ॐ अव्ययाय नमः। |
९६ | ॐ हरये नमः। |
९७ | ॐ भगनेत्रभिदे नमः। |
९८ | ॐ अव्यक्ताय नमः। |
९९ | ॐ दक्षाध्वरहराय नमः। |
१०० | ॐ हराय नमः। |
१०१ | ॐ पूषदन्तभिदे नमः। |
१०२ | ॐ अव्यग्राय नमः। |
१०३ | ॐ सहस्राक्षाय नमः। |
१०४ | ॐ सहस्रपदे नमः। |
१०५ | ॐ अपवर्गप्रदाय नमः। |
१०६ | ॐ अनन्ताय नमः। |
१०७ | ॐ तारकाय नमः। |
१०८ | ॐ परमेश्वराय नमः। |
॥ इति श्री शिव अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री विष्णु अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Vishnu Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ विष्णवे नमः। |
२ | ॐ लक्ष्मीपतये नमः। |
३ | ॐ कृष्णाय नमः। |
४ | ॐ वैकुण्ठाय नमः। |
५ | ॐ गरुडध्वजाय नमः। |
६ | ॐ परब्रह्मणे नमः। |
७ | ॐ जगन्नाथाय नमः। |
८ | ॐ वासुदेवाय नमः। |
९ | ॐ त्रिविक्रमाय नमः। |
१० | ॐ दैत्यान्तकाय नमः। |
११ | ॐ मधुरिपवे नमः। |
१२ | ॐ तार्क्ष्यवाहनाय नमः। |
१३ | ॐ सनातनाय नमः। |
१४ | ॐ नारायणाय नमः। |
१५ | ॐ पद्मनाभाय नमः। |
१६ | ॐ हृषीकेशाय नमः। |
१७ | ॐ सुधाप्रदाय नमः। |
१८ | ॐ माधवाय नमः। |
१९ | ॐ पुण्डरीकाक्षाय नमः। |
२० | ॐ स्थितिकर्त्रे नमः। |
२१ | ॐ परात्पराय नमः। |
२२ | ॐ वनमालिने नमः। |
२३ | ॐ यज्ञरूपाय नमः। |
२४ | ॐ चक्रपाणये नमः। |
२५ | ॐ गदाधराय नमः। |
२६ | ॐ उपेन्द्राय नमः। |
२७ | ॐ केशवाय नमः। |
२८ | ॐ हंसाय नमः। |
२९ | ॐ समुद्रमथनाय नमः। |
३० | ॐ हरये नमः। |
३१ | ॐ गोविन्दाय नमः। |
३२ | ॐ ब्रह्मजनकाय नमः। |
३३ | ॐ कैटभासुरमर्दनाय नमः। |
३४ | ॐ श्रीधराय नमः। |
३५ | ॐ कामजनकाय नमः। |
३६ | ॐ शेषशायिने नमः। |
३७ | ॐ चतुर्भुजाय नमः। |
३८ | ॐ पाञ्चजन्यधराय नमः। |
३९ | ॐ श्रीमते नमः। |
४० | ॐ शार्ङ्गपाणये नमः। |
४१ | ॐ जनार्दनाय नमः। |
४२ | ॐ पीताम्बरधराय नमः। |
४३ | ॐ देवाय नमः। |
४४ | ॐ सूर्यचन्द्रविलोचनाय नमः। |
४५ | ॐ मत्स्यरूपाय नमः। |
४६ | ॐ कूर्मतनवे नमः। |
४७ | ॐ क्रोडरूपाय नमः। |
४८ | ॐ नृकेसरिणे नमः। |
४९ | ॐ वामनाय नमः। |
५० | ॐ भार्गवाय नमः। |
५१ | ॐ रामाय नमः। |
५२ | ॐ बलिने नमः। |
५३ | ॐ कल्किने नमः। |
५४ | ॐ हयाननाय नमः। |
५५ | ॐ विश्वम्भराय नमः। |
५६ | ॐ शिशुमाराय नमः। |
५७ | ॐ श्रीकराय नमः। |
५८ | ॐ कपिलाय नमः। |
५९ | ॐ ध्रुवाय नमः। |
६० | ॐ दत्तत्रेयाय नमः। |
६१ | ॐ अच्युताय नमः। |
६२ | ॐ अनन्ताय नमः। |
६३ | ॐ मुकुन्दाय नमः। |
६४ | ॐ दधिवामनाय नमः। |
६५ | ॐ धन्वन्तरये नमः। |
६६ | ॐ श्रीनिवासाय नमः। |
६७ | ॐ प्रद्युम्नाय नमः। |
६८ | ॐ पुरुषोत्तमाय नमः। |
६९ | ॐ श्रीवत्सकौस्तुभधराय नमः। |
७० | ॐ मुरारातये नमः। |
७१ | ॐ अधोक्षजाय नमः। |
७२ | ॐ ऋषभाय नमः। |
७३ | ॐ मोहिनीरूपधारिणे नमः। |
७४ | ॐ सङ्कर्षणाय नमः। |
७५ | ॐ पृथवे नमः। |
७६ | ॐ क्षीराब्धिशायिने नमः। |
७७ | ॐ भूतात्मने नमः। |
७८ | ॐ अनिरुद्धाय नमः। |
७९ | ॐ भक्तवत्सलाय नमः। |
८० | ॐ नराय नमः। |
८१ | ॐ गजेन्द्रवरदाय नमः। |
८२ | ॐ त्रिधाम्ने नमः। |
८३ | ॐ भूतभावनाय नमः। |
८४ | ॐ श्वेतद्वीपसुवास्तव्याय नमः। |
८५ | ॐ सनकादिमुनिध्येयाय नमः। |
८६ | ॐ भगवते नमः। |
८७ | ॐ शङ्करप्रियाय नमः। |
८८ | ॐ नीलकान्ताय नमः। |
८९ | ॐ धराकान्ताय नमः। |
९० | ॐ वेदात्मने नमः। |
९१ | ॐ बादरायणाय नमः। |
९२ | ॐ भागीरथीजन्मभूमि पादपद्माय नमः। |
९३ | ॐ सतां प्रभवे नमः। |
९४ | ॐ स्वभुवे नमः। |
९५ | ॐ विभवे नमः। |
९६ | ॐ घनश्यामाय नमः। |
९७ | ॐ जगत्कारणाय नमः। |
९८ | ॐ अव्ययाय नमः। |
९९ | ॐ बुद्धावताराय नमः। |
१०० | ॐ शान्तात्मने नमः। |
१०१ | ॐ लीलामानुषविग्रहाय नमः। |
१०२ | ॐ दामोदराय नमः। |
१०३ | ॐ विराड्रूपाय नमः। |
१०४ | ॐ भूतभव्यभवत्प्रभवे नमः। |
१०५ | ॐ आदिदेवाय नमः। |
१०६ | ॐ देवदेवाय नमः। |
१०७ | ॐ प्रह्लादपरिपालकाय नमः। |
१०८ | ॐ श्रीमहाविष्णवे नमः। |
॥ इति श्री विष्णु अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री राम अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Ram Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ श्रीरामाय नमः। |
२ | ॐ रामभद्राय नमः। |
३ | ॐ रामचन्द्राय नमः। |
४ | ॐ शाश्वताय नमः। |
५ | ॐ राजीवलोचनाय नमः। |
६ | ॐ श्रीमते नमः। |
७ | ॐ राजेन्द्राय नमः। |
८ | ॐ रघुपुङ्गवाय नमः। |
९ | ॐ जानकीवल्लभाय नमः। |
१० | ॐ जैत्राय नमः। |
११ | ॐ जितामित्राय नमः। |
१२ | ॐ जनार्दनाय नमः। |
१३ | ॐ विश्वामित्रप्रियाय नमः। |
१४ | ॐ दान्ताय नमः। |
१५ | ॐ शरणत्राणतत्पराय नमः। |
१६ | ॐ वालिप्रमथनाय नमः। |
१७ | ॐ वाग्मिने नमः। |
१८ | ॐ सत्यवाचे नमः। |
१९ | ॐ सत्यविक्रमाय नमः। |
२० | ॐ सत्यव्रताय नमः। |
२१ | ॐ व्रतधराय नमः। |
२२ | ॐ सदाहनुमदाश्रिताय नमः। |
२३ | ॐ कौसलेयाय नमः। |
२४ | ॐ खरध्वंसिने नमः। |
२५ | ॐ विराधवधपण्डिताय नमः। |
२६ | ॐ विभीषणपरित्रात्रे नमः। |
२७ | ॐ हरकोदण्डखण्डनाय नमः। |
२८ | ॐ सप्ततालप्रभेत्रे नमः। |
२९ | ॐ दशग्रीवशिरोहराय नमः। |
३० | ॐ जामदग्न्यमहादर्पदलनाय नमः। |
३१ | ॐ ताटकान्तकाय नमः। |
३२ | ॐ वेदान्तसाराय नमः। |
३३ | ॐ वेदात्मने नमः। |
३४ | ॐ भवरोगस्य भेषजाय नमः। |
३५ | ॐ दूषणत्रिशिरोहन्त्रे नमः। |
३६ | ॐ त्रिमूर्तये नमः। |
३७ | ॐ त्रिगुणात्मकाय नमः। |
३८ | ॐ त्रिविक्रमाय नमः। |
३९ | ॐ त्रिलोकात्मने नमः। |
४० | ॐ पुण्यचारित्रकीर्तनाय नमः। |
४१ | ॐ त्रिलोकरक्षकाय नमः। |
४२ | ॐ धन्विने नमः। |
४३ | ॐ दण्डकारण्यकर्तनाय नमः। |
४४ | ॐ अहल्याशापशमन नमः। |
४५ | ॐ पितृभक्ताय नमः। |
४६ | ॐ वरप्रदाय नमः। |
४७ | ॐ जितेन्द्रियाय नमः। |
४८ | ॐ जितक्रोधाय नमः। |
४९ | ॐ जितमित्राय नमः। |
५० | ॐ जगद्गुरवे नमः। |
५१ | ॐ ऋक्षवानरसङ्घातिने नमः। |
५२ | ॐ चित्रकूटसमाश्रयाय नमः। |
५३ | ॐ जयन्तत्राणवरदाय नमः। |
५४ | ॐ सुमित्रापुत्रसेविताय नमः। |
५५ | ॐ सर्वदेवादिदेवाय नमः। |
५६ | ॐ मृतवानरजीवनाय नमः। |
५७ | ॐ मायामारीचहन्त्रे नमः। |
५८ | ॐ महादेवाय नमः। |
५९ | ॐ महाभुजाय नमः। |
६० | ॐ सर्वदेवस्तुताय नमः। |
६१ | ॐ सौम्याय नमः। |
६२ | ॐ ब्रह्मण्याय नमः। |
६३ | ॐ मुनिसंस्तुताय नमः। |
६४ | ॐ महायोगिने नमः। |
६५ | ॐ महोदराय नमः। |
६६ | ॐ सुग्रीवेप्सितराज्यदाय नमः। |
६७ | ॐ सर्वपुण्याधिकफलाय नमः। |
६८ | ॐ स्मृतसर्वाघनाशनाय नमः। |
६९ | ॐ आदिपुरुषाय नमः। |
७० | ॐ परमपुरुषाय नमः। |
७१ | ॐ महापुरुषाय नमः। |
७२ | ॐ पुण्योदयाय नमः। |
७३ | ॐ दयासाराय नमः। |
७४ | ॐ पुराणपुरुषोत्तमाय नमः। |
७५ | ॐ स्मितवक्त्राय नमः। |
७६ | ॐ मितभाषिणे नमः। |
७७ | ॐ पूर्वभाषिणे नमः। |
७८ | ॐ राघवाय नमः। |
७९ | ॐ अनन्तगुणगम्भीराय नमः। |
८० | ॐ धीरोदात्तगुणोत्तमाय नमः। |
८१ | ॐ मायामानुषचारित्राय नमः। |
८२ | ॐ महादेवादिपूजिताय नमः। |
८३ | ॐ सेतुकृते नमः। |
८४ | ॐ जितवाराशये नमः। |
८५ | ॐ सर्वतीर्थमयाय नमः। |
८६ | ॐ हरये नमः। |
८७ | ॐ श्यामाङ्गाय नमः। |
८८ | ॐ सुन्दराय नमः। |
८९ | ॐ शूराय नमः। |
९० | ॐ पीतवाससे नमः। |
९१ | ॐ धनुर्धराय नमः। |
९२ | ॐ सर्वयज्ञाधिपाय नमः। |
९३ | ॐ यज्विने नमः। |
९४ | ॐ जरामरणवर्जिताय नमः। |
९५ | ॐ शिवलिङ्गप्रतिष्ठात्रे नमः। |
९६ | ॐ सर्वापगुणवर्जिताय नमः। |
९७ | ॐ परमात्मने नमः। |
९८ | ॐ परब्रह्मणे नमः। |
९९ | ॐ सच्चिदानन्दविग्रहाय नमः। |
१०० | ॐ परंज्योतिषे नमः। |
१०१ | ॐ परंधाम्ने नमः। |
१०२ | ॐ पराकाशाय नमः। |
१०३ | ॐ परात्पराय नमः। |
१०४ | ॐ परेशाय नमः। |
१०५ | ॐ पारगाय नमः। |
१०६ | ॐ पाराय नमः। |
१०७ | ॐ सर्वदेवात्मकाय नमः। |
१०८ | ॐ परस्मै नमः। |
॥ इति श्री राम अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री नारसिंह अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Narasimha Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ नारसिंहाय नमः। |
२ | ॐ महासिंहाय नमः। |
३ | ॐ दिव्यसिंहाय नमः। |
४ | ॐ महाबलाय नमः। |
५ | ॐ उग्रसिंहाय नमः। |
६ | ॐ महादेवाय नमः। |
७ | ॐ स्तम्भजाय नमः। |
८ | ॐ उग्रलोचनाय नमः। |
९ | ॐ रौद्राय नमः। |
१० | ॐ सर्वाद्भुताय नमः। |
११ | ॐ श्रीमते नमः। |
१२ | ॐ योगानन्दाय नमः। |
१३ | ॐ त्रिविक्रमाय नमः। |
१४ | ॐ हरये नमः। |
१५ | ॐ कोलाहलाय नमः। |
१६ | ॐ चक्रिणे नमः। |
१७ | ॐ विजयाय नमः। |
१८ | ॐ जयवर्धनाय नमः। |
१९ | ॐ पञ्चाननाय नमः। |
२० | ॐ परब्रह्मणे नमः। |
२१ | ॐ अघोराय नमः। |
२२ | ॐ घोरविक्रमाय नमः। |
२३ | ॐ ज्वलन्मुखाय नमः। |
२४ | ॐ ज्वालमालिने नमः। |
२५ | ॐ महाज्वालाय नमः। |
२६ | ॐ महाप्रभवे नमः। |
२७ | ॐ निटिलाक्षाय नमः। |
२८ | ॐ सहस्राक्षाय नमः। |
२९ | ॐ दुर्निरीक्ष्याय नमः। |
३० | ॐ प्रतापनाय नमः। |
३१ | ॐ महादंष्ट्रायुधाय नमः। |
३२ | ॐ प्राज्ञाय नमः। |
३३ | ॐ चण्डकोपिने नमः। |
३४ | ॐ सदाशिवाय नमः। |
३५ | ॐ हिरण्यकशिपुध्वंसिने नमः। |
३६ | ॐ दैत्यदानवभञ्जनाय नमः। |
३७ | ॐ गुणभद्राय नमः। |
३८ | ॐ महाभद्राय नमः। |
३९ | ॐ बलभद्राय नमः। |
४० | ॐ सुभद्रकाय नमः। |
४१ | ॐ करालाय नमः। |
४२ | ॐ विकरालाय नमः। |
४३ | ॐ विकर्त्रे नमः। |
४४ | ॐ सर्वकर्तृकाय नमः। |
४५ | ॐ शिंशुमाराय नमः। |
४६ | ॐ त्रिलोकात्मने नमः। |
४७ | ॐ ईशाय नमः। |
४८ | ॐ सर्वेश्वराय नमः। |
४९ | ॐ विभवे नमः। |
५० | ॐ भैरवाडम्बराय नमः। |
५१ | ॐ दिव्याय नमः। |
५२ | ॐ अच्युताय नमः। |
५३ | ॐ कविमाधवाय नमः। |
५४ | ॐ अधोक्षजाय नमः। |
५५ | ॐ अक्षराय नमः। |
५६ | ॐ शर्वाय नमः। |
५७ | ॐ वनमालिने नमः। |
५८ | ॐ वरप्रदाय नमः। |
५९ | ॐ विश्वम्भराय नमः। |
६० | ॐ अद्भुताय नमः। |
६१ | ॐ भव्याय नमः। |
६२ | ॐ श्रीविष्णवे नमः। |
६३ | ॐ पुरुषोत्तमाय नमः। |
६४ | ॐ अनघास्त्राय नमः। |
६५ | ॐ नखास्त्राय नमः। |
६६ | ॐ सूर्यज्योतिषे नमः। |
६७ | ॐ सुरेश्वराय नमः। |
६८ | ॐ सहस्रबाहवे नमः। |
६९ | ॐ सर्वज्ञाय नमः। |
७० | ॐ सर्वसिद्धिप्रदायकाय नमः। |
७१ | ॐ वज्रदंष्ट्राय नमः। |
७२ | ॐ वज्रनखाय नमः। |
७३ | ॐ महानन्दाय नमः। |
७४ | ॐ परन्तपाय नमः। |
७५ | ॐ सर्वयन्त्रैकरूपाय नमः। |
७६ | ॐ सर्वयन्त्रविदारणाय नमः। |
७७ | ॐ सर्वतन्त्रात्मकाय नमः। |
७८ | ॐ अव्यक्ताय नमः। |
७९ | ॐ सुव्यक्ताय नमः। |
८० | ॐ भक्तवत्सलाय नमः। |
८१ | ॐ वैशाखशुक्लभूतोत्थाय नमः। |
८२ | ॐ शरणागतवत्सलाय नमः। |
८३ | ॐ उदारकीर्तये नमः। |
८४ | ॐ पुण्यात्मने नमः। |
८५ | ॐ महात्मने नमः। |
८६ | ॐ चण्डविक्रमाय नमः। |
८७ | ॐ वेदत्रयप्रपूज्याय नमः। |
८८ | ॐ भगवते नमः। |
८९ | ॐ परमेश्वराय नमः। |
९० | ॐ श्रीवत्साङ्काय नमः। |
९१ | ॐ श्रीनिवासाय नमः। |
९२ | ॐ जगद्व्यापिने नमः। |
९३ | ॐ जगन्मयाय नमः। |
९४ | ॐ जगत्पालाय नमः। |
९५ | ॐ जगन्नाथाय नमः। |
९६ | ॐ महाकायाय नमः। |
९७ | ॐ द्विरूपभृते नमः। |
९८ | ॐ परमात्मने नमः। |
९९ | ॐ परंज्योतिषे नमः। |
१०० | ॐ निर्गुणाय नमः। |
१०१ | ॐ नृकेसरिणे नमः। |
१०२ | ॐ परतत्त्वाय नमः। |
१०३ | ॐ परंधाम्ने नमः। |
१०४ | ॐ सच्चिदानन्दविग्रहाय नमः। |
१०५ | ॐ लक्ष्मीनृसिंहाय नमः। |
१०६ | ॐ सर्वात्मने नमः। |
१०७ | ॐ धीराय नमः। |
१०८ | ॐ प्रह्लादपालकाय नमः। |
॥ इति श्री नारसिंह अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री कृष्ण अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Krishna Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ कृष्णाय नमः। |
२ | ॐ कमलनाथाय नमः। |
३ | ॐ वासुदेवाय नमः। |
४ | ॐ सनातनाय नमः। |
५ | ॐ वसुदेवात्मजाय नमः। |
६ | ॐ पुण्याय नमः। |
७ | ॐ लीलामानुष विग्रहाय नमः। |
८ | ॐ श्रीवत्सकौस्तुभधराय नमः। |
९ | ॐ यशोदावत्सलाय नमः। |
१० | ॐ हरिये नमः। |
११ | ॐ चतुर्भुजात्तचक्रासिगदा नमः। |
१२ | ॐ सङ्खाम्बुजायुदायुजाय नमः। |
१३ | ॐ देवकीनन्दनाय नमः। |
१४ | ॐ श्रीशाय नमः। |
१५ | ॐ नन्दगोपप्रियात्मजाय नमः। |
१६ | ॐ यमुनावेगासंहारिणे नमः। |
१७ | ॐ बलभद्रप्रियनुजाय नमः। |
१८ | ॐ पूतनाजीवितहराय नमः। |
१९ | ॐ शकटासुरभञ्जनाय नमः। |
२० | ॐ नन्दव्रजजनानन्दिने नमः। |
२१ | ॐ सच्चिदानन्दविग्रहाय नमः। |
२२ | ॐ नवनीतविलिप्ताङ्गाय नमः। |
२३ | ॐ नवनीतनटनाय नमः। |
२४ | ॐ मुचुकुन्दप्रसादकाय नमः। |
२५ | ॐ षोडशस्त्रीसहस्रेशाय नमः। |
२६ | ॐ त्रिभङ्गिने नमः। |
२७ | ॐ मधुराकृतये नमः। |
२८ | ॐ शुकवागमृताब्दीन्दवे नमः। |
२९ | ॐ गोविन्दाय नमः। |
३० | ॐ योगिनांपतये नमः। |
३१ | ॐ वत्सवाटिचराय नमः। |
३२ | ॐ अनन्ताय नमः। |
३३ | ॐ धेनुकासुरभञ्जनाय नमः। |
३४ | ॐ तृणीकृत तृणावर्ताय नमः। |
३५ | ॐ यमलार्जुनभञ्जनाय नमः। |
३६ | ॐ उत्तलोत्तालभेत्रे नमः। |
३७ | ॐ तमालश्यामलाकृतिये नमः। |
३८ | ॐ गोपगोपीश्वराय नमः। |
३९ | ॐ योगिने नमः। |
४० | ॐ कोटिसूर्यसमप्रभाय नमः। |
४१ | ॐ इलापतये नमः। |
४२ | ॐ परंज्योतिषे नमः। |
४३ | ॐ यादवेंद्राय नमः। |
४४ | ॐ यदूद्वहाय नमः। |
४५ | ॐ वनमालिने नमः। |
४६ | ॐ पीतवसने नमः। |
४७ | ॐ पारिजातापहारकाय नमः। |
४८ | ॐ गोवर्थनाचलोद्धर्त्रे नमः। |
४९ | ॐ गोपालाय नमः। |
५० | ॐ सर्वपालकाय नमः। |
५१ | ॐ अजाय नमः। |
५२ | ॐ निरञ्जनाय नमः। |
५३ | ॐ कामजनकाय नमः। |
५४ | ॐ कञ्जलोचनाय नमः। |
५५ | ॐ मधुघ्ने नमः। |
५६ | ॐ मथुरानाथाय नमः। |
५७ | ॐ द्वारकानायकाय नमः। |
५८ | ॐ बलिने नमः। |
५९ | ॐ बृन्दावनान्त सञ्चारिणे नमः। |
६० | ॐ तुलसीदाम भूषनाय नमः। |
६१ | ॐ स्यमन्तकमणेर्हर्त्रे नमः। |
६२ | ॐ नरनारयणात्मकाय नमः। |
६३ | ॐ कुब्जा कृष्णाम्बरधराय नमः। |
६४ | ॐ मायिने नमः। |
६५ | ॐ परमपुरुषाय नमः। |
६६ | ॐ मुष्टिकासुर चाणूर मल्लयुद्ध विशारदाय नमः। |
६७ | ॐ संसारवैरिणॆ नमः। |
६८ | ॐ कंसारयॆ नमः। |
६९ | ॐ मुरारयॆ नमः। |
७० | ॐ नाराकान्तकाय नमः। |
७१ | ॐ अनादि ब्रह्मचारिणॆ नमः। |
७२ | ॐ कृष्णाव्यसन कर्शकाय नमः। |
७३ | ॐ शिशुपालशिरश्छेत्रे नमः। |
७४ | ॐ दुर्यॊधनकुलान्तकाय नमः। |
७५ | ॐ विदुराक्रूर वरदाय नमः। |
७६ | ॐ विश्वरूपप्रदर्शकाय नमः। |
७७ | ॐ सत्यवाचॆ नमः। |
७८ | ॐ सत्य सङ्कल्पाय नमः। |
७९ | ॐ सत्यभामारताय नमः। |
८० | ॐ जयिनॆ नमः। |
८१ | ॐ सुभद्रा पूर्वजाय नमः। |
८२ | ॐ विष्णवॆ नमः। |
८३ | ॐ भीष्ममुक्ति प्रदायकाय नमः। |
८४ | ॐ जगद्गुरवॆ नमः। |
८५ | ॐ जगन्नाथाय नमः। |
८६ | ॐ वॆणुनाद विशारदाय नमः। |
८७ | ॐ वृषभासुर विध्वंसिने नमः। |
८८ | ॐ बाणासुर करान्तकाय नमः। |
८९ | ॐ युधिष्ठिर प्रतिष्ठात्रे नमः। |
९० | ॐ बर्हिबर्हावतंसकाय नमः। |
९१ | ॐ पार्थसारथये नमः। |
९२ | ॐ अव्यक्ताय नमः। |
९३ | ॐ गीतामृत महोदधये नमः। |
९४ | ॐ कालीय फणिमाणिक्य रञ्जित श्री पदाम्बुजाय नमः। |
९५ | ॐ दामॊदराय नमः। |
९६ | ॐ यज्ञभोक्त्रे नमः। |
९७ | ॐ दानवॆन्द्र विनाशकाय नमः। |
९८ | ॐ नारायणाय नमः। |
९९ | ॐ परब्रह्मणॆ नमः। |
१०० | ॐ पन्नगाशन वाहनाय नमः। |
१०१ | ॐ जलक्रीडा समासक्त गॊपीवस्त्रापहाराकाय नमः। |
१०२ | ॐ पुण्य श्लॊकाय नमः। |
१०३ | ॐ तीर्थकृते नमः। |
१०४ | ॐ वॆदवॆद्याय नमः। |
१०५ | ॐ दयानिधयॆ नमः। |
१०६ | ॐ सर्वभूतात्मकाय नमः। |
१०७ | ॐ सर्वग्रह रुपिणॆ नमः। |
१०८ | ॐ परात्पराय नमः। |
॥ इति श्री कृष्ण अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री हनुमान अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Hanuman Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ आञ्जनेयाय नमः। |
२ | ॐ महावीराय नमः। |
३ | ॐ हनूमते नमः। |
४ | ॐ मारुतात्मजाय नमः। |
५ | ॐ तत्वज्ञानप्रदाय नमः। |
६ | ॐ सीतादेविमुद्राप्रदायकाय नमः। |
७ | ॐ अशोकवनकाच्छेत्रे नमः। |
८ | ॐ सर्वमायाविभंजनाय नमः। |
९ | ॐ सर्वबन्धविमोक्त्रे नमः। |
१० | ॐ रक्षोविध्वंसकारकाय नमः। |
११ | ॐ परविद्या परिहाराय नमः। |
१२ | ॐ परशौर्य विनाशनाय नमः। |
१३ | ॐ परमन्त्र निराकर्त्रे नमः। |
१४ | ॐ परयन्त्र प्रभेदकाय नमः। |
१५ | ॐ सर्वग्रह विनाशिने नमः। |
१६ | ॐ भीमसेन सहायकृथे नमः। |
१७ | ॐ सर्वदुखः हराय नमः। |
१८ | ॐ सर्वलोकचारिणे नमः। |
१९ | ॐ मनोजवाय नमः। |
२० | ॐ पारिजात द्रुमूलस्थाय नमः। |
२१ | ॐ सर्वमन्त्र स्वरूपवते नमः। |
२२ | ॐ सर्वतन्त्र स्वरूपिणे नमः। |
२३ | ॐ सर्वयन्त्रात्मकाय नमः। |
२४ | ॐ कपीश्वराय नमः। |
२५ | ॐ महाकायाय नमः। |
२६ | ॐ सर्वरोगहराय नमः। |
२७ | ॐ प्रभवे नमः। |
२८ | ॐ बल सिद्धिकराय नमः। |
२९ | ॐ सर्वविद्या सम्पत्तिप्रदायकाय नमः। |
३० | ॐ कपिसेनानायकाय नमः। |
३१ | ॐ भविष्यथ्चतुराननाय नमः। |
३२ | ॐ कुमार ब्रह्मचारिणे नमः। |
३३ | ॐ रत्नकुण्डल दीप्तिमते नमः। |
३४ | ॐ चञ्चलद्वाल सन्नद्धलम्बमान शिखोज्वलाय नमः। |
३५ | ॐ गन्धर्व विद्यातत्वज्ञाय नमः। |
३६ | ॐ महाबल पराक्रमाय नमः। |
३७ | ॐ काराग्रह विमोक्त्रे नमः। |
३८ | ॐ शृन्खला बन्धमोचकाय नमः। |
३९ | ॐ सागरोत्तारकाय नमः। |
४० | ॐ प्राज्ञाय नमः। |
४१ | ॐ रामदूताय नमः। |
४२ | ॐ प्रतापवते नमः। |
४३ | ॐ वानराय नमः। |
४४ | ॐ केसरीसुताय नमः। |
४५ | ॐ सीताशोक निवारकाय नमः। |
४६ | ॐ अन्जनागर्भ सम्भूताय नमः। |
४७ | ॐ बालार्कसद्रशाननाय नमः। |
४८ | ॐ विभीषण प्रियकराय नमः। |
४९ | ॐ दशग्रीव कुलान्तकाय नमः। |
५० | ॐ लक्ष्मणप्राणदात्रे नमः। |
५१ | ॐ वज्रकायाय नमः। |
५२ | ॐ महाद्युथये नमः। |
५३ | ॐ चिरञ्जीविने नमः। |
५४ | ॐ रामभक्ताय नमः। |
५५ | ॐ दैत्यकार्य विघातकाय नमः। |
५६ | ॐ अक्षहन्त्रे नमः। |
५७ | ॐ काञ्चनाभाय नमः। |
५८ | ॐ पञ्चवक्त्राय नमः। |
५९ | ॐ महातपसे नमः। |
६० | ॐ लन्किनी भञ्जनाय नमः। |
६१ | ॐ श्रीमते नमः। |
६२ | ॐ सिंहिकाप्राण भञ्जनाय नमः। |
६३ | ॐ गन्धमादन शैलस्थाय नमः। |
६४ | ॐ लङ्कापुर विदायकाय नमः। |
६५ | ॐ सुग्रीव सचिवाय नमः। |
६६ | ॐ धीराय नमः। |
६७ | ॐ शूराय नमः। |
६८ | ॐ दैत्यकुलान्तकाय नमः। |
६९ | ॐ सुरार्चिताय नमः। |
७० | ॐ महातेजसे नमः। |
७१ | ॐ रामचूडामणिप्रदायकाय नमः। |
७२ | ॐ कामरूपिणे नमः। |
७३ | ॐ पिङ्गलाक्षाय नमः। |
७४ | ॐ वार्धिमैनाक पूजिताय नमः। |
७५ | ॐ कबळीकृत मार्ताण्डमण्डलाय नमः। |
७६ | ॐ विजितेन्द्रियाय नमः। |
७७ | ॐ रामसुग्रीव सन्धात्रे नमः। |
७८ | ॐ महारावण मर्धनाय नमः। |
७९ | ॐ स्फटिकाभाय नमः। |
८० | ॐ वागधीशाय नमः। |
८१ | ॐ नवव्याकृतपण्डिताय नमः। |
८२ | ॐ चतुर्बाहवे नमः। |
८३ | ॐ दीनबन्धुराय नमः। |
८४ | ॐ मायात्मने नमः। |
८५ | ॐ भक्तवत्सलाय नमः। |
८६ | ॐ संजीवननगायार्था नमः। |
८७ | ॐ सुचये नमः। |
८८ | ॐ वाग्मिने नमः। |
८९ | ॐ दृढव्रताय नमः। |
९० | ॐ कालनेमि प्रमथनाय नमः। |
९१ | ॐ हरिमर्कट मर्कटाय नमः। |
९२ | ॐ दान्ताय नमः। |
९३ | ॐ शान्ताय नमः। |
९४ | ॐ प्रसन्नात्मने नमः। |
९५ | ॐ शतकन्टमुदापहर्त्रे नमः। |
९६ | ॐ योगिने नमः। |
९७ | ॐ रामकथा लोलाय नमः। |
९८ | ॐ सीतान्वेषण पण्डिताय नमः। |
९९ | ॐ वज्रद्रनुष्टाय नमः। |
१०० | ॐ वज्रनखाय नमः। |
१०१ | ॐ रुद्र वीर्य समुद्भवाय नमः। |
१०२ | ॐ इन्द्रजित्प्रहितामोघब्रह्मास्त्र विनिवारकाय नमः। |
१०३ | ॐ पार्थ ध्वजाग्रसंवासिने नमः। |
१०४ | ॐ शरपञ्जर भेदकाय नमः। |
१०५ | ॐ दशबाहवे नमः। |
१०६ | ॐ लोकपूज्याय नमः। |
१०७ | ॐ जाम्बवत्प्रीतिवर्धनाय नमः। |
१०८ | ॐ सीतासमेत श्रीरामपाद सेवदुरन्धराय नमः। |
॥ इति श्री हनुमान अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री कुबेर अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Kuber Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ कुबेराय नमः। |
२ | ॐ धनदाय नमः। |
३ | ॐ श्रीमाते नमः। |
४ | ॐ यक्षेशाय नमः। |
५ | ॐ गुह्यकेश्वराय नमः। |
६ | ॐ निधीशाय नमः। |
७ | ॐ शङ्करसखाय नमः। |
८ | ॐ महालक्ष्मीनिवासभुवये नमः। |
९ | ॐ महापद्मनिधीशाय नमः। |
१० | ॐ पूर्णाय नमः। |
११ | ॐ पद्मनिधीश्वराय नमः। |
१२ | ॐ शङ्ख्यनिधिनाथाय नमः। |
१३ | ॐ मकराख्यनिधिप्रियाय नमः। |
१४ | ॐ सुखसम्पतिनिधीशाय नमः। |
१५ | ॐ मुकुन्दनिधिनायकाय नमः। |
१६ | ॐ कुन्दाक्यनिधिनाथाय नमः। |
१७ | ॐ नीलनित्याधिपाय नमः। |
१८ | ॐ महते नमः। |
१९ | ॐ वरन्नित्याधिपाय नमः। |
२० | ॐ पूज्याय नमः। |
२१ | ॐ लक्ष्मिसाम्राज्यदायकाय नमः। |
२२ | ॐ इलपिलापतये नमः। |
२३ | ॐ कोशाधीशाय नमः। |
२४ | ॐ कुलोचिताय नमः। |
२५ | ॐ अश्वारूढाय नमः। |
२६ | ॐ विश्ववन्द्याय नमः। |
२७ | ॐ विशेषज्ञानाय नमः। |
२८ | ॐ विशारदाय नमः। |
२९ | ॐ नलकूबरनाथाय नमः। |
३० | ॐ मणिग्रीवपित्रे नमः। |
३१ | ॐ गूढमन्त्राय नमः। |
३२ | ॐ वैश्रवणाय नमः। |
३३ | ॐ चित्रलेखामनःप्रियाय नमः। |
३४ | ॐ एकपिनाकाय नमः। |
३५ | ॐ अलकाधीशाय नमः। |
३६ | ॐ पौलस्त्याय नमः। |
३७ | ॐ नरवाहनाय नमः। |
३८ | ॐ कैलासशैलनिलयाय नमः। |
३९ | ॐ राज्यदाय नमः। |
४० | ॐ रावणाग्रजाय नमः। |
४१ | ॐ चित्रचैत्ररथाय नमः। |
४२ | ॐ उद्यानविहाराय नमः। |
४३ | ॐ विहरसुकुथूहलाय नमः। |
४४ | ॐ महोत्सहाय नमः। |
४५ | ॐ महाप्राज्ञाय नमः। |
४६ | ॐ सदापुष्पक वाहनाय नमः। |
४७ | ॐ सार्वभौमाय नमः। |
४८ | ॐ अङ्गनाथाय नमः। |
४९ | ॐ सोमाय नमः। |
५० | ॐ सौम्यादिकेश्वराय नमः। |
५१ | ॐ पुण्यात्मने नमः। |
५२ | ॐ पुरूहुतश्रियै नमः। |
५३ | ॐ सर्वपुण्यजनेश्वराय नमः। |
५४ | ॐ नित्यकीर्तये नमः। |
५५ | ॐ निधिवेत्रे नमः। |
५६ | ॐ लंकाप्राक्तन नायकाय नमः। |
५७ | ॐ यक्षिनीवृताय नमः। |
५८ | ॐ यक्षाय नमः। |
५९ | ॐ परमशान्तात्मने नमः। |
६० | ॐ यक्षराजे नमः। |
६१ | ॐ यक्षिणि हृदयाय नमः। |
६२ | ॐ किन्नरेश्वराय नमः। |
६३ | ॐ किंपुरुशनाथाय नमः। |
६४ | ॐ नाथाय नमः। |
६५ | ॐ खट्कायुधाय नमः। |
६६ | ॐ वशिने नमः। |
६७ | ॐ ईशानदक्ष पार्स्वस्थाय नमः। |
६८ | ॐ वायुवाय समास्रयाय नमः। |
६९ | ॐ धर्ममार्गैस्निरताय नमः। |
७० | ॐ धर्मसम्मुख संस्थिताय नमः। |
७१ | ॐ नित्येश्वराय नमः। |
७२ | ॐ धनाधयक्षाय नमः। |
७३ | ॐ अष्टलक्ष्म्याश्रितलयाय नमः। |
७४ | ॐ मनुष्य धर्मण्यै नमः। |
७५ | ॐ सकृताय नमः। |
७६ | ॐ कोष लक्ष्मी समाश्रिताय नमः। |
७७ | ॐ धनलक्ष्मी नित्यवासाय नमः। |
७८ | ॐ धान्यलक्ष्मीनिवास भुवये नमः। |
७९ | ॐ अश्तलक्ष्मी सदवासाय नमः। |
८० | ॐ गजलक्ष्मी स्थिरालयाय नमः। |
८१ | ॐ राज्यलक्ष्मीजन्मगेहाय नमः। |
८२ | ॐ धैर्यलक्ष्मी-कृपाश्रयाय नमः। |
८३ | ॐ अखण्डैश्वर्य संयुक्ताय नमः। |
८४ | ॐ नित्यानन्दाय नमः। |
८५ | ॐ सुखाश्रयाय नमः। |
८६ | ॐ नित्यतृप्ताय नमः। |
८७ | ॐ निधित्तरै नमः। |
८८ | ॐ निराशाय नमः। |
८९ | ॐ निरुपद्रवाय नमः। |
९० | ॐ नित्यकामाय नमः। |
९१ | ॐ निराकाङ्क्षाय नमः। |
९२ | ॐ निरूपाधिकवासभुवये नमः। |
९३ | ॐ शान्ताय नमः। |
९४ | ॐ सर्वगुणोपेताय नमः। |
९५ | ॐ सर्वज्ञाय नमः। |
९६ | ॐ सर्वसम्मताय नमः। |
९७ | ॐ सर्वाणिकरुणापात्राय नमः। |
९८ | ॐ सदानन्दक्रिपालयाय नमः। |
९९ | ॐ गन्धर्वकुलसंसेव्याय नमः। |
१०० | ॐ सौगन्धिककुसुमप्रियाय नमः। |
१०१ | ॐ स्वर्णनगरीवासाय नमः। |
१०२ | ॐ निधिपीठ समस्थायै नमः। |
१०३ | ॐ महामेरुत्तरस्थायै नमः। |
१०४ | ॐ महर्षिगणसंस्तुताय नमः। |
१०५ | ॐ तुष्टाय नमः। |
१०६ | ॐ शूर्पणकज्येष्ठाय नमः। |
१०७ | ॐ शिवपूजारताय नमः। |
१०८ | ॐ अनघाय नमः। |
१०९ | ॐ राजयोगसमायुक्ताय नमः। |
११० | ॐ राजसेखरपूज्याय नमः। |
१११ | ॐ राजराजाय नमः। |
॥ इति श्री कुबेर अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री बटुक भैरव अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Batuk Bhairav Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ भैरवाय नमः। |
२ | ॐ भूतनाथाय नमः। |
३ | ॐ भूतात्मने नमः। |
४ | ॐ भूतभावनाय नमः। |
५ | ॐ क्षेत्रज्ञाय नमः। |
६ | ॐ क्षेत्रपालाय नमः। |
७ | ॐ क्षेत्रदाय नमः। |
८ | ॐ क्षत्रियाय नमः। |
९ | ॐ विराजे नमः। |
१० | ॐ श्मशानवासिने नमः। |
११ | ॐ मांसाशिने नमः। |
१२ | ॐ खर्पराशिने नमः। |
१३ | ॐ स्मरान्तकाय नमः। |
१४ | ॐ रक्तपाय नमः। |
१५ | ॐ पानपाय नमः। |
१६ | ॐ सिद्धाय नमः। |
१७ | ॐ सिद्धिदाय नमः। |
१८ | ॐ सिद्धिसेविताय नमः। |
१९ | ॐ कङ्कालाय नमः। |
२० | ॐ कालशमनाय नमः। |
२१ | ॐ कलाकाष्ठातनवे नमः। |
२२ | ॐ कवये नमः। |
२३ | ॐ त्रिनेत्राय नमः। |
२४ | ॐ बहुनेत्राय नमः। |
२५ | ॐ पिङ्गललोचनाय नमः। |
२६ | ॐ शूलपाणये नमः। |
२७ | ॐ खड्गपाणये नमः। |
२८ | ॐ कङ्कालिने नमः। |
२९ | ॐ धूम्रलोचनाय नमः। |
३० | ॐ अभीरवे नमः। |
३१ | ॐ भैरवीनाथाय नमः। |
३२ | ॐ भूतपाय नमः। |
३३ | ॐ योगिनीपतये नमः। |
३४ | ॐ धनदाय नमः। |
३५ | ॐ धनहारिणे नमः। |
३६ | ॐ धनवते नमः। |
३७ | ॐ प्रतिभानवते नमः। |
३८ | ॐ नागहाराय नमः। |
३९ | ॐ नागकेशाय नमः। |
४० | ॐ व्योमकेशाय नमः। |
४१ | ॐ कपालभृते नमः। |
४२ | ॐ कालाय नमः। |
४३ | ॐ कपालमालिने नमः। |
४४ | ॐ कमनीयाय नमः। |
४५ | ॐ कलानिधये नमः। |
४६ | ॐ त्रिलोचनाय नमः। |
४७ | ॐ ज्वलन्नेत्राय नमः। |
४८ | ॐ त्रिशिखिने नमः। |
४९ | ॐ त्रिलोकपाय नमः। |
५० | ॐ त्रिनेत्रतनयाय नमः। |
५१ | ॐ डिम्भाय नमः। |
५२ | ॐ शान्ताय नमः। |
५३ | ॐ शान्तजनप्रियाय नमः। |
५४ | ॐ बटुकाय नमः। |
५५ | ॐ बहुवेषाय नमः। |
५६ | ॐ खट्वाङ्गवरधारकाय नमः। |
५७ | ॐ भूताध्यक्षाय नमः। |
५८ | ॐ पशुपतये नमः। |
५९ | ॐ भिक्षुकाय नमः। |
६० | ॐ परिचारकाय नमः। |
६१ | ॐ धूर्ताय नमः। |
६२ | ॐ दिगम्बराय नमः। |
६३ | ॐ शौरिणे नमः। |
६४ | ॐ हरिणाय नमः। |
६५ | ॐ पाण्डुलोचनाय नमः। |
६६ | ॐ प्रशान्ताय नमः। |
६७ | ॐ शान्तिदाय नमः। |
६८ | ॐ सिद्धाय नमः। |
६९ | ॐ शङ्करप्रियबान्धवाय नमः। |
७० | ॐ अष्टमूर्तये नमः। |
७१ | ॐ निधीशाय नमः। |
७२ | ॐ ज्ञानचक्षुषे नमः। |
७३ | ॐ तपोमयाय नमः। |
७४ | ॐ अष्टाधाराय नमः। |
७५ | ॐ षडाधाराय नमः। |
७६ | ॐ सर्पयुक्ताय नमः। |
७७ | ॐ शिखीसख्ये नमः। |
७८ | ॐ भूधराय नमः। |
७९ | ॐ भूधराधीशाय नमः। |
८० | ॐ भूपतये नमः। |
८१ | ॐ भूधरात्मजाय नमः। |
८२ | ॐ कङ्कालधारिणे नमः। |
८३ | ॐ मुण्डिने नमः। |
८४ | ॐ नागयज्ञोपवीतकाय नमः। |
८५ | ॐ जृम्भणाय नमः। |
८६ | ॐ मोहनाय नमः। |
८७ | ॐ स्तम्भिने नमः। |
८८ | ॐ मारणाय नमः। |
८९ | ॐ क्षोभणाय नमः। |
९० | ॐ शुद्धाय नमः। |
९१ | ॐ नीलाञ्जनप्रख्याय नमः। |
९२ | ॐ दैत्यघ्ने नमः। |
९३ | ॐ मुण्डभूषिताय नमः। |
९४ | ॐ बलिभुजे नमः। |
९५ | ॐ बलिभुङ्नाथाय नमः। |
९६ | ॐ बालाय नमः। |
९७ | ॐ बालपराक्रमाय नमः। |
९८ | ॐ सर्वापत्तारणाय नमः। |
९९ | ॐ दुर्गाय नमः। |
१०० | ॐ दुष्टभूतनिषेविताय नमः। |
१०१ | ॐ कामिने नमः। |
१०२ | ॐ कलानिधये नमः। |
१०३ | ॐ कान्ताय नमः। |
१०४ | ॐ कामिनीवशकृद्वशिने नमः। |
१०५ | ॐ सर्वसिद्धिप्रदाय नमः। |
१०६ | ॐ वैद्याय नमः। |
१०७ | ॐ प्रभवे नमः। |
१०८ | ॐ विष्णवे नमः। |
॥ इति श्री बटुक भैरव अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री मुरुगन अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Murugan Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ स्कन्दाय नमः। |
२ | ॐ गुहाय नमः। |
३ | ॐ षण्मुखाय नमः। |
४ | ॐ फालनेत्रसुताय नमः। |
५ | ॐ प्रभवे नमः। |
६ | ॐ पिङ्गलाय नमः। |
७ | ॐ कृत्तिकासूनवे नमः। |
८ | ॐ शिखिवाहनाय नमः। |
९ | ॐ द्विषड्भुजाय नमः। |
१० | ॐ द्विषण्णेत्राय नमः। |
११ | ॐ शक्तिधराय नमः। |
१२ | ॐ पिशिताशप्रभञ्जनाय नमः। |
१३ | ॐ तारकासुरसंहर्त्रे नमः। |
१४ | ॐ रक्षोबलविमर्दनाय नमः। |
१५ | ॐ मत्ताय नमः। |
१६ | ॐ प्रमत्ताय नमः। |
१७ | ॐ उन्मत्ताय नमः। |
१८ | ॐ सुरसैन्यसुरक्षकाय नमः। |
१९ | ॐ देवासेनापतये नमः। |
२० | ॐ प्राज्ञाय नमः। |
२१ | ॐ कृपालवे नमः। |
२२ | ॐ भक्तवत्सलाय नमः। |
२३ | ॐ उमासुताय नमः। |
२४ | ॐ शक्तिधराय नमः। |
२५ | ॐ कुमाराय नमः। |
२६ | ॐ क्रौञ्चदारणाय नमः। |
२७ | ॐ सेनानिये नमः। |
२८ | ॐ अग्निजन्मने नमः। |
२९ | ॐ विशाखाय नमः। |
३० | ॐ शङ्करात्मजाय नमः। |
३१ | ॐ शिवस्वामिने नमः। |
३२ | ॐ गणस्वामिने नमः। |
३३ | ॐ सर्वस्वामिने नमः। |
३४ | ॐ सनातनाय नमः। |
३५ | ॐ अनन्तशक्तये नमः। |
३६ | ॐ अक्षोभ्याय नमः। |
३७ | ॐ पार्वतीप्रियनन्दनाय नमः। |
३८ | ॐ गङ्गासुताय नमः। |
३९ | ॐ शरोद्भूताय नमः। |
४० | ॐ आहुताय नमः। |
४१ | ॐ पावकात्मजाय नमः। |
४२ | ॐ जृम्भाय नमः। |
४३ | ॐ प्रजृम्भाय नमः। |
४४ | ॐ उज्जृम्भाय नमः। |
४५ | ॐ कमलासनसंस्तुताय नमः। |
४६ | ॐ एकवर्णाय नमः। |
४७ | ॐ द्विवर्णाय नमः। |
४८ | ॐ त्रिवर्णाय नमः। |
४९ | ॐ सुमनोहराय नमः। |
५० | ॐ चुतुर्वर्णाय नमः। |
५१ | ॐ पञ्चवर्णाय नमः। |
५२ | ॐ प्रजापतये नमः। |
५३ | ॐ अहस्पतये नमः। |
५४ | ॐ अग्निगर्भाय नमः। |
५५ | ॐ शमीगर्भाय नमः। |
५६ | ॐ विश्वरेतसे नमः। |
५७ | ॐ सुरारिघ्ने नमः। |
५८ | ॐ हरिद्वर्णाय नमः। |
५९ | ॐ शुभकराय नमः। |
६० | ॐ वसुमते नमः। |
६१ | ॐ वटुवेषभृते नमः। |
६२ | ॐ पूष्णे नमः। |
६३ | ॐ गभस्तये नमः। |
६४ | ॐ गहनाय नमः। |
६५ | ॐ चन्द्रवर्णाय नमः। |
६६ | ॐ कलाधराय नमः। |
६७ | ॐ मायाधराय नमः। |
६८ | ॐ महामायिने नमः। |
६९ | ॐ कैवल्याय नमः। |
७० | ॐ शङ्करात्मजाय नमः। |
७१ | ॐ विश्वयोनये नमः। |
७२ | ॐ अमेयात्मने नमः। |
७३ | ॐ तेजोनिधये नमः। |
७४ | ॐ अनामयाय नमः। |
७५ | ॐ परमेष्ठिने नमः। |
७६ | ॐ परब्रह्मणे नमः। |
७७ | ॐ वेदगर्भाय नमः। |
७८ | ॐ विराट्सुताय नमः। |
७९ | ॐ पुलिन्दकन्याभर्त्रे नमः। |
८० | ॐ महासारस्वतव्रताय नमः। |
८१ | ॐ आश्रिताखिलदात्रे नमः। |
८२ | ॐ चोरघ्नाय नमः। |
८३ | ॐ रोगनाशनाय नमः। |
८४ | ॐ अनन्तमूर्तये नमः। |
८५ | ॐ आनन्दाय नमः। |
८६ | ॐ शिखण्डिकृतकेतनाय नमः। |
८७ | ॐ डम्भाय नमः। |
८८ | ॐ परमडम्भाय नमः। |
८९ | ॐ महाडम्भाय नमः। |
९० | ॐ वृषाकपये नमः। |
९१ | ॐ कारणोपात्तदेहाय नमः। |
९२ | ॐ कारणातीतविग्रहाय नमः। |
९३ | ॐ अनीश्वराय नमः। |
९४ | ॐ अमृताय नमः। |
९५ | ॐ प्राणाय नमः। |
९६ | ॐ प्राणायामपरायणाय नमः। |
९७ | ॐ विरुद्धहन्त्रे नमः। |
९८ | ॐ वीरघ्नाय नमः। |
९९ | ॐ रक्तश्यामगळाय नमः। |
१०० | ॐ श्यामकन्धराय नमः। |
१०१ | ॐ महते नमः। |
१०२ | ॐ सुब्रह्मण्याय नमः। |
१०३ | ॐ गुहप्रीताय नमः। |
१०४ | ॐ ब्रह्मण्याय नमः। |
१०५ | ॐ ब्राह्मणप्रियाय नमः। |
१०६ | ॐ वेदवेद्याय नमः। |
१०७ | ॐ अक्षयफलप्रदाय नमः। |
१०८ | ॐ वल्ली देवसेनासमेत श्री सुब्रह्मण्यस्वामिने नमः। |
॥ इति श्री मुरुगन अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री कार्तिकेय अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Kartikeya Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ ब्रह्मवादिने नमः। |
२ | ॐ ब्रह्मणे नमः। |
३ | ॐ ब्रह्मब्राह्मणवत्सलाय नमः। |
४ | ॐ ब्रह्मण्याय नमः। |
५ | ॐ ब्रह्मदेवाय नमः। |
६ | ॐ ब्रह्मदाय नमः। |
७ | ॐ ब्रह्मसंग्रहाय नमः। |
८ | ॐ पराय नमः। |
९ | ॐ परमाय तेजसे नमः। |
१० | ॐ मङ्गलानाञ्च मङ्गलाय नमः। |
११ | ॐ अप्रमेयगुणाय नमः। |
१२ | ॐ मन्त्राणां मन्त्रगाय नमः। |
१३ | ॐ सावित्रीमयाय देवाय नमः। |
१४ | ॐ सर्वत्रैवापराजिताय नमः। |
१५ | ॐ मन्त्राय नमः। |
१६ | ॐ सर्वात्मकाय नमः। |
१७ | ॐ देवाय नमः। |
१८ | ॐ षडक्षरवतां वराय नमः। |
१९ | ॐ गवां पुत्राय नमः। |
२० | ॐ सुरारिघ्नाय नमः। |
२१ | ॐ सम्भवाय नमः। |
२२ | ॐ भवभावनाय नमः। |
२३ | ॐ पिनाकिने नमः। |
२४ | ॐ शत्रुघ्ने नमः। |
२५ | ॐ कूटाय नमः। |
२६ | ॐ स्कन्दाय नमः। |
२७ | ॐ सुराग्रण्ये नमः। |
२८ | ॐ द्वादशाय नमः। |
२९ | ॐ भुवे नमः। |
३० | ॐ भुवाय नमः। |
३१ | ॐ भाविने नमः। |
३२ | ॐ भुवःपुत्राय नमः। |
३३ | ॐ नमस्कृताय नमः। |
३४ | ॐ नागराजाय नमः। |
३५ | ॐ सुधर्मात्मने नमः। |
३६ | ॐ नाकपृष्ठाय नमः। |
३७ | ॐ सनातनाय नमः। |
३८ | ॐ हेमगर्भाय नमः। |
३९ | ॐ महागर्भाय नमः। |
४० | ॐ जयाय नमः। |
४१ | ॐ विजयेश्वराय नमः। |
४२ | ॐ कर्त्रे नमः। |
४३ | ॐ विधात्रे नमः। |
४४ | ॐ नित्याय नमः। |
४५ | ॐ अनित्याय नमः। |
४६ | ॐ अरिमर्दनाय नमः। |
४७ | ॐ महासेनाय नमः। |
४८ | ॐ महातेजसे नमः। |
४९ | ॐ वीरसेनाय नमः। |
५० | ॐ चमूपतये नमः। |
५१ | ॐ सुरसेनाय नमः। |
५२ | ॐ सुराध्यक्षाय नमः। |
५३ | ॐ भीमसेनाय नमः। |
५४ | ॐ निरामयाय नमः। |
५५ | ॐ शौरये नमः। |
५६ | ॐ यदवे नमः। |
५७ | ॐ महातेजसे नमः। |
५८ | ॐ वीर्यवते नमः। |
५९ | ॐ सत्यविक्रमाय नमः। |
६० | ॐ तेजोगर्भाय नमः। |
६१ | ॐ असुररिपवे नमः। |
६२ | ॐ सुरमूर्तये नमः। |
६३ | ॐ सुरोर्जिताय नमः। |
६४ | ॐ कृतज्ञाय नमः। |
६५ | ॐ वरदाय नमः। |
६६ | ॐ सत्याय नमः। |
६७ | ॐ शरण्याय नमः। |
६८ | ॐ साधुवत्सलाय नमः। |
६९ | ॐ सुव्रताय नमः। |
७० | ॐ सूर्यसङ्काशाय नमः। |
७१ | ॐ वह्निगर्भाय नमः। |
७२ | ॐ रणोत्सुकाय नमः। |
७३ | ॐ पिप्पलिने नमः। |
७४ | ॐ शीघ्रगाय नमः। |
७५ | ॐ रौद्रये नमः। |
७६ | ॐ गाङ्गेयाय नमः। |
७७ | ॐ रिपुदारणाय नमः। |
७८ | ॐ कार्तिकेयाय नमः। |
७९ | ॐ प्रभवे नमः। |
८० | ॐ क्षान्ताय नमः। |
८१ | ॐ नीलदंष्ट्राय नमः। |
८२ | ॐ महामनसे नमः। |
८३ | ॐ निग्रहाय नमः। |
८४ | ॐ निग्रहाणां नेत्रे नमः। |
८५ | ॐ दैत्यसूदनाय नमः। |
८६ | ॐ प्रग्रहाय नमः। |
८७ | ॐ परमानन्दाय नमः। |
८८ | ॐ क्रोधघ्नाय नमः। |
८९ | ॐ तारकोच्छिदाय नमः। |
९० | ॐ कुक्कुटिने नमः। |
९१ | ॐ बहुलाय नमः। |
९२ | ॐ वादिने नमः। |
९३ | ॐ कामदाय नमः। |
९४ | ॐ भूरिवर्धनाय नमः। |
९५ | ॐ अमोघाय नमः। |
९६ | ॐ अमृतदाय नमः। |
९७ | ॐ अग्नये नमः। |
९८ | ॐ शत्रुघ्नाय नमः। |
९९ | ॐ सर्वबोधनाय नमः। |
१०० | ॐ अनघाय नमः। |
१०१ | ॐ अमराय नमः। |
१०२ | ॐ श्रीमते नमः। |
१०३ | ॐ उन्नताय नमः। |
१०४ | ॐ अग्निसम्भवाय नमः। |
१०५ | ॐ पिशाचराजाय नमः। |
१०६ | ॐ सूर्याभाय नमः। |
१०७ | ॐ शिवात्मने नमः। |
१०८ | ॐ सनातनाय नमः। |
॥ इति श्री कार्तिकेय अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री अय्यप्पन अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Ayyappan Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ महाशास्त्रे नमः। |
२ | ॐ महादेवाय नमः। |
३ | ॐ महादेवसुताय नमः। |
४ | ॐ अव्याय नमः। |
५ | ॐ लोककर्त्रे नमः। |
६ | ॐ लोकभर्त्रे नमः। |
७ | ॐ लोकहर्त्रे नमः। |
८ | ॐ परात्पराय नमः। |
९ | ॐ त्रिलोकरक्षकाय नमः। |
१० | ॐ धन्विने नमः। |
११ | ॐ तपस्विने नमः। |
१२ | ॐ भूतसैनिकाय नमः। |
१३ | ॐ मन्त्रवेदिने नमः। |
१४ | ॐ महावेदिने नमः। |
१५ | ॐ मारुताय नमः। |
१६ | ॐ जगदीश्वराय नमः। |
१७ | ॐ लोकाध्यक्षाय नमः। |
१८ | ॐ अग्रण्ये नमः। |
१९ | ॐ श्रीमते नमः। |
२० | ॐ अप्रमेयपराक्रमाय नमः। |
२१ | ॐ सिम्हारूढाय नमः। |
२२ | ॐ गजारूढाय नमः। |
२३ | ॐ हयारूढाय नमः। |
२४ | ॐ महेश्वराय नमः। |
२५ | ॐ नानाशस्त्रधराय नमः। |
२६ | ॐ अनर्घाय नमः। |
२७ | ॐ नानाविद्या विशारदाय नमः। |
२८ | ॐ नानारूपधराय नमः। |
२९ | ॐ वीराय नमः। |
३० | ॐ नानाप्राणिनिवेषिताय नमः। |
३१ | ॐ भूतेशाय नमः। |
३२ | ॐ भूतिदाय नमः। |
३३ | ॐ भृत्याय नमः। |
३४ | ॐ भुजङ्गाभरणोज्वलाय नमः। |
३५ | ॐ इक्षुधन्विने नमः। |
३६ | ॐ पुष्पबाणाय नमः। |
३७ | ॐ महारूपाय नमः। |
३८ | ॐ महाप्रभवे नमः। |
३९ | ॐ मायादेवीसुताय नमः। |
४० | ॐ मान्याय नमः। |
४१ | ॐ महनीयाय नमः। |
४२ | ॐ महागुणाय नमः। |
४३ | ॐ महाशैवाय नमः। |
४४ | ॐ महारुद्राय नमः। |
४५ | ॐ वैष्णवाय नमः। |
४६ | ॐ विष्णुपूजकाय नमः। |
४७ | ॐ विघ्नेशाय नमः। |
४८ | ॐ वीरभद्रेशाय नमः। |
४९ | ॐ भैरवाय नमः। |
५० | ॐ षण्मुखप्रियाय नमः। |
५१ | ॐ मेरुशृङ्गसमासीनाय नमः। |
५२ | ॐ मुनिसङ्घनिषेविताय नमः। |
५३ | ॐ देवाय नमः। |
५४ | ॐ भद्राय नमः। |
५५ | ॐ जगन्नाथाय नमः। |
५६ | ॐ गणनाथाय नमः। |
५७ | ॐ गणेश्वराय नमः। |
५८ | ॐ महायोगिने नमः। |
५९ | ॐ महामायिने नमः। |
६० | ॐ महाज्ञानिने नमः। |
६१ | ॐ महास्थिराय नमः। |
६२ | ॐ देवशास्त्रे नमः। |
६३ | ॐ भूतशास्त्रे नमः। |
६४ | ॐ भीमहासपराक्रमाय नमः। |
६५ | ॐ नागहाराय नमः। |
६६ | ॐ नागकेशाय नमः। |
६७ | ॐ व्योमकेशाय नमः। |
६८ | ॐ सनातनाय नमः। |
६९ | ॐ सगुणाय नमः। |
७० | ॐ निर्गुणाय नमः। |
७१ | ॐ नित्याय नमः। |
७२ | ॐ नित्यतृप्ताय नमः। |
७३ | ॐ निराश्रयाय नमः। |
७४ | ॐ लोकाश्रयाय नमः। |
७५ | ॐ गणाधीशाय नमः। |
७६ | ॐ चतुःषष्टिकलामयाय नमः। |
७७ | ॐ ऋग्यजुःसामाथर्वात्मने नमः। |
७८ | ॐ मल्लकासुरभञ्जनाय नमः। |
७९ | ॐ त्रिमूर्तये नमः। |
८० | ॐ दैत्यमथनाय नमः। |
८१ | ॐ प्रकृतये नमः। |
८२ | ॐ पुरुषोत्तमाय नमः। |
८३ | ॐ कालज्ञानिने नमः। |
८४ | ॐ महाज्ञानिने नमः। |
८५ | ॐ कामदाय नमः। |
८६ | ॐ कमलेक्षणाय नमः। |
८७ | ॐ कल्पवृक्षाय नमः। |
८८ | ॐ महावृक्षाय नमः। |
८९ | ॐ विद्यावृक्षाय नमः। |
९० | ॐ विभूतिदाय नमः। |
९१ | ॐ संसारतापविच्छेत्रे नमः। |
९२ | ॐ पशुलोकभयङ्कराय नमः। |
९३ | ॐ रोगहन्त्रे नमः। |
९४ | ॐ प्राणदात्रे नमः। |
९५ | ॐ परगर्वविभञ्जनाय नमः। |
९६ | ॐ सर्वशास्त्रार्थ तत्वज्ञाय नमः। |
९७ | ॐ नीतिमते नमः। |
९८ | ॐ पापभञ्जनाय नमः। |
९९ | ॐ पुष्कलापूर्णासंयुक्ताय नमः। |
१०० | ॐ परमात्मने नमः। |
१०१ | ॐ सताङ्गतये नमः। |
१०२ | ॐ अनन्तादित्यसङ्काशाय नमः। |
१०३ | ॐ सुब्रह्मण्यानुजाय नमः। |
१०४ | ॐ बलिने नमः। |
१०५ | ॐ भक्तानुकम्पिने नमः। |
१०६ | ॐ देवेशाय नमः। |
१०७ | ॐ भगवते नमः। |
१०८ | ॐ भक्तवत्सलाय नमः। |
॥ इति श्री अय्यप्पन अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री सूर्य अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Surya Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ अरुणाय नमः। |
२ | ॐ शरण्याय नमः। |
३ | ॐ करुणारससिन्धवे नमः। |
४ | ॐ असमानबलाय नमः। |
५ | ॐ आर्तरक्षकाय नमः। |
६ | ॐ आदित्याय नमः। |
७ | ॐ आदिभूताय नमः। |
८ | ॐ अखिलागमवेदिने नमः। |
९ | ॐ अच्युताय नमः। |
१० | ॐ अखिलज्ञाय नमः। |
११ | ॐ अनन्ताय नमः। |
१२ | ॐ इनाय नमः। |
१३ | ॐ विश्वरूपाय नमः। |
१४ | ॐ इज्याय नमः। |
१५ | ॐ इन्द्राय नमः। |
१६ | ॐ भानवे नमः। |
१७ | ॐ इन्दिरामन्दिराप्ताय नमः। |
१८ | ॐ वन्दनीयाय नमः। |
१९ | ॐ ईशाय नमः। |
२० | ॐ सुप्रसन्नाय नमः। |
२१ | ॐ सुशीलाय नमः। |
२२ | ॐ सुवर्चसे नमः। |
२३ | ॐ वसुप्रदाय नमः। |
२४ | ॐ वसवे नमः। |
२५ | ॐ वासुदेवाय नमः। |
२६ | ॐ उज्ज्वल नमः। |
२७ | ॐ उग्ररूपाय नमः। |
२८ | ॐ ऊर्ध्वगाय नमः। |
२९ | ॐ विवस्वते नमः। |
३० | ॐ उद्यत्किरणजालाय नमः। |
३१ | ॐ हृषीकेशाय नमः। |
३२ | ॐ ऊर्जस्वलाय नमः। |
३३ | ॐ वीराय नमः। |
३४ | ॐ निर्जराय नमः। |
३५ | ॐ जयाय नमः। |
३६ | ॐ ऊरुद्वयाभावरूपयुक्तसारथये नमः। |
३७ | ॐ ऋषिवन्द्याय नमः। |
३८ | ॐ रुग्घन्त्रे नमः। |
३९ | ॐ ऋक्षचक्रचराय नमः। |
४० | ॐ ऋजुस्वभावचित्ताय नमः। |
४१ | ॐ नित्यस्तुत्याय नमः। |
४२ | ॐ ऋकारमातृकावर्णरूपाय नमः। |
४३ | ॐ उज्ज्वलतेजसे नमः। |
४४ | ॐ ऋक्षाधिनाथमित्राय नमः। |
४५ | ॐ पुष्कराक्षाय नमः। |
४६ | ॐ लुप्तदन्ताय नमः। |
४७ | ॐ शान्ताय नमः। |
४८ | ॐ कान्तिदाय नमः। |
४९ | ॐ घनाय नमः। |
५० | ॐ कनत्कनकभूषाय नमः। |
५१ | ॐ खद्योताय नमः। |
५२ | ॐ लूनिताखिलदैत्याय नमः। |
५३ | ॐ सत्यानन्दस्वरूपिणे नमः। |
५४ | ॐ अपवर्गप्रदाय नमः। |
५५ | ॐ आर्तशरण्याय नमः। |
५६ | ॐ एकाकिने नमः। |
५७ | ॐ भगवते नमः। |
५८ | ॐ सृष्टिस्थित्यन्तकारिणे नमः। |
५९ | ॐ गुणात्मने नमः। |
६० | ॐ घृणिभृते नमः। |
६१ | ॐ बृहते नमः। |
६२ | ॐ ब्रह्मणे नमः। |
६३ | ॐ ऐश्वर्यदाय नमः। |
६४ | ॐ शर्वाय नमः। |
६५ | ॐ हरिदश्वाय नमः। |
६६ | ॐ शौरये नमः। |
६७ | ॐ दशदिक्संप्रकाशाय नमः। |
६८ | ॐ भक्तवश्याय नमः। |
६९ | ॐ ओजस्कराय नमः। |
७० | ॐ जयिने नमः। |
७१ | ॐ जगदानन्दहेतवे नमः। |
७२ | ॐ जन्ममृत्युजराव्याधिवर्जिताय नमः। |
७३ | ॐ उच्चस्थान समारूढरथस्थाय नमः। |
७४ | ॐ असुरारये नमः। |
७५ | ॐ कमनीयकराय नमः। |
७६ | ॐ अब्जवल्लभाय नमः। |
७७ | ॐ अन्तर्बहिः प्रकाशाय नमः। |
७८ | ॐ अचिन्त्याय नमः। |
७९ | ॐ आत्मरूपिणे नमः। |
८० | ॐ अच्युताय नमः। |
८१ | ॐ अमरेशाय नमः। |
८२ | ॐ परस्मै ज्योतिषे नमः। |
८३ | ॐ अहस्कराय नमः। |
८४ | ॐ रवये नमः। |
८५ | ॐ हरये नमः। |
८६ | ॐ परमात्मने नमः। |
८७ | ॐ तरुणाय नमः। |
८८ | ॐ वरेण्याय नमः। |
८९ | ॐ ग्रहाणांपतये नमः। |
९० | ॐ भास्कराय नमः। |
९१ | ॐ आदिमध्यान्तरहिताय नमः। |
९२ | ॐ सौख्यप्रदाय नमः। |
९३ | ॐ सकलजगतांपतये नमः। |
९४ | ॐ सूर्याय नमः। |
९५ | ॐ कवये नमः। |
९६ | ॐ नारायणाय नमः। |
९७ | ॐ परेशाय नमः। |
९८ | ॐ तेजोरूपाय नमः। |
९९ | ॐ हिरण्यगर्भाय नमः। |
१०० | ॐ सम्पत्कराय नमः। |
१०१ | ॐ ऐं इष्टार्थदाय नमः। |
१०२ | ॐ अं सुप्रसन्नाय नमः। |
१०३ | ॐ श्रीमते नमः। |
१०४ | ॐ श्रेयसे नमः। |
१०५ | ॐ सौख्यदायिने नमः। |
१०६ | ॐ दीप्तमूर्तये नमः। |
१०७ | ॐ निखिलागमवेद्याय नमः। |
१०८ | ॐ नित्यानन्दाय नमः। |
॥ इति श्री सूर्य अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री गुरु अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Guru Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ गुरवे नमः। |
२ | ॐ गुणाकराय नमः। |
३ | ॐ गोप्त्रे नमः। |
४ | ॐ गोचराय नमः। |
५ | ॐ गोपतिप्रियाय नमः। |
६ | ॐ गुणिने नमः। |
७ | ॐ गुणवतां श्रेष्ठाय नमः। |
८ | ॐ गुरूणां गुरवे नमः। |
९ | ॐ अव्ययाय नमः। |
१० | ॐ जेत्रे नमः। |
११ | ॐ जयन्ताय नमः। |
१२ | ॐ जयदाय नमः। |
१३ | ॐ जीवाय नमः। |
१४ | ॐ अनन्ताय नमः। |
१५ | ॐ जयावहाय नमः। |
१६ | ॐ आङ्गिरसाय नमः। |
१७ | ॐ अध्वरासक्ताय नमः। |
१८ | ॐ विविक्ताय नमः। |
१९ | ॐ अध्वरकृत्पराय नमः। |
२० | ॐ वाचस्पतये नमः। |
२१ | ॐ वशिने नमः। |
२२ | ॐ वश्याय नमः। |
२३ | ॐ वरिष्ठाय नमः। |
२४ | ॐ वाग्विचक्षणाय नमः। |
२५ | ॐ चित्तशुद्धिकराय नमः। |
२६ | ॐ श्रीमते नमः। |
२७ | ॐ चैत्राय नमः। |
२८ | ॐ चित्रशिखण्डिजाय नमः। |
२९ | ॐ बृहद्रथाय नमः। |
३० | ॐ बृहद्भानवे नमः। |
३१ | ॐ बृहस्पतये नमः। |
३२ | ॐ अभीष्टदाय नमः। |
३३ | ॐ सुराचार्याय नमः। |
३४ | ॐ सुराराध्याय नमः। |
३५ | ॐ सुरकार्यकृतोद्यमाय नमः। |
३६ | ॐ गीर्वाणपोषकाय नमः। |
३७ | ॐ धन्याय नमः। |
३८ | ॐ गीष्पतये नमः। |
३९ | ॐ गिरीशाय नमः। |
४० | ॐ अनघाय नमः। |
४१ | ॐ धीवराय नमः। |
४२ | ॐ धिषणाय नमः। |
४३ | ॐ दिव्यभूषणाय नमः। |
४४ | ॐ देवपूजिताय नमः। |
४५ | ॐ धनुर्धराय नमः। |
४६ | ॐ दैत्यहन्त्रे नमः। |
४७ | ॐ दयासाराय नमः। |
४८ | ॐ दयाकराय नमः। |
४९ | ॐ दारिद्र्यनाशनाय नमः। |
५० | ॐ धन्याय नमः। |
५१ | ॐ दक्षिणायनसम्भवाय नमः। |
५२ | ॐ धनुर्मीनाधिपाय नमः। |
५३ | ॐ देवाय नमः। |
५४ | ॐ धनुर्बाणधराय नमः। |
५५ | ॐ हरये नमः। |
५६ | ॐ अङ्गिरोवर्षसञ्जताय नमः। |
५७ | ॐ अङ्गिरःकुलसम्भवाय नमः। |
५८ | ॐ सिन्धुदेशाधिपाय नमः। |
५९ | ॐ धीमते नमः। |
६० | ॐ स्वर्णकायाय नमः। |
६१ | ॐ चतुर्भुजाय नमः। |
६२ | ॐ हेमाङ्गदाय नमः। |
६३ | ॐ हेमवपुषे नमः। |
६४ | ॐ हेमभूषणभूषिताय नमः। |
६५ | ॐ पुष्यनाथाय नमः। |
६६ | ॐ पुष्यरागमणिमण्डलमण्डिताय नमः। |
६७ | ॐ काशपुष्पसमानाभाय नमः। |
६८ | ॐ इन्द्राद्यमरसङ्घपाय नमः। |
६९ | ॐ असमानबलाय नमः। |
७० | ॐ सत्त्वगुणसम्पद्विभावसवे नमः। |
७१ | ॐ भूसुराभीष्टदाय नमः। |
७२ | ॐ भूरियशसे नमः। |
७३ | ॐ पुण्यविवर्धनाय नमः। |
७४ | ॐ धर्मरूपाय नमः। |
७५ | ॐ धनाध्यक्षाय नमः। |
७६ | ॐ धनदाय नमः। |
७७ | ॐ धर्मपालनाय नमः। |
७८ | ॐ सर्ववेदार्थतत्त्वज्ञाय नमः। |
७९ | ॐ सर्वापद्विनिवारकाय नमः। |
८० | ॐ सर्वपापप्रशमनाय नमः। |
८१ | ॐ स्वमतानुगतामराय नमः। |
८२ | ॐ ऋग्वेदपारगाय नमः। |
८३ | ॐ ऋक्षराशिमार्गप्रचारवते नमः। |
८४ | ॐ सदानन्दाय नमः। |
८५ | ॐ सत्यसन्धाय नमः। |
८६ | ॐ सत्यसङ्कल्पमानसाय नमः। |
८७ | ॐ सर्वागमज्ञाय नमः। |
८८ | ॐ सर्वज्ञाय नमः। |
८९ | ॐ सर्ववेदान्तविदे नमः। |
९० | ॐ ब्रह्मपुत्राय नमः। |
९१ | ॐ ब्राह्मणेशाय नमः। |
९२ | ॐ ब्रह्मविद्याविशारदाय नमः। |
९३ | ॐ समानाधिकनिर्मुक्ताय नमः। |
९४ | ॐ सर्वलोकवशंवदाय नमः। |
९५ | ॐ ससुरासुरगन्धर्ववन्दिताय नमः। |
९६ | ॐ सत्यभाषणाय नमः। |
९७ | ॐ बृहस्पतये नमः। |
९८ | ॐ सुराचार्याय नमः। |
९९ | ॐ दयावते नमः। |
१०० | ॐ शुभलक्षणाय नमः। |
१०१ | ॐ लोकत्रयगुरवे नमः। |
१०२ | ॐ श्रीमते नमः। |
१०३ | ॐ सर्वगाय नमः। |
१०४ | ॐ सर्वतो विभवे नमः। |
१०५ | ॐ सर्वेशाय नमः। |
१०६ | ॐ सर्वदातुष्टाय नमः। |
१०७ | ॐ सर्वदाय नमः। |
१०८ | ॐ सर्वपूजिताय नमः। |
॥ इति श्री गुरु अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री शुक्र अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Shukra Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ शुक्राय नमः। |
२ | ॐ शुचये नमः। |
३ | ॐ शुभगुणाय नमः। |
४ | ॐ शुभदाय नमः। |
५ | ॐ शुभलक्षणाय नमः। |
६ | ॐ शोभनाक्षाय नमः। |
७ | ॐ शुभ्रवाहाय नमः। |
८ | ॐ शुद्धस्फटिकभास्वराय नमः। |
९ | ॐ दीनार्तिहरकाय नमः। |
१० | ॐ दैत्यगुरवे नमः। |
११ | ॐ देवाभिवन्दिताय नमः। |
१२ | ॐ काव्यासक्ताय नमः। |
१३ | ॐ कामपालाय नमः। |
१४ | ॐ कवये नमः। |
१५ | ॐ कल्याणदायकाय नमः। |
१६ | ॐ भद्रमूर्तये नमः। |
१७ | ॐ भद्रगुणाय नमः। |
१८ | ॐ भार्गवाय नमः। |
१९ | ॐ भक्तपालनाय नमः। |
२० | ॐ भोगदाय नमः। |
२१ | ॐ भुवनाध्यक्षाय नमः। |
२२ | ॐ भुक्तिमुक्तिफलप्रदाय नमः। |
२३ | ॐ चारुशीलाय नमः। |
२४ | ॐ चारुरूपाय नमः। |
२५ | ॐ चारुचन्द्रनिभाननाय नमः। |
२६ | ॐ निधये नमः। |
२७ | ॐ निखिलशास्त्रज्ञाय नमः। |
२८ | ॐ नीतिविद्याधुरन्धराय नमः। |
२९ | ॐ सर्वलक्षणसम्पन्नाय नमः। |
३० | ॐ सर्वापद्गुणवर्जिताय नमः। |
३१ | ॐ समानाधिकनिर्मुक्ताय नमः। |
३२ | ॐ सकलागमपारगाय नमः। |
३३ | ॐ भृगवे नमः। |
३४ | ॐ भोगकराय नमः। |
३५ | ॐ भूमिसुरपालनतत्पराय नमः। |
३६ | ॐ मनस्विने नमः। |
३७ | ॐ मानदाय नमः। |
३८ | ॐ मान्याय नमः। |
३९ | ॐ मायातीताय नमः। |
४० | ॐ महायशसे नमः। |
४१ | ॐ बलिप्रसन्नाय नमः। |
४२ | ॐ अभयदाय नमः। |
४३ | ॐ बलिने नमः। |
४४ | ॐ सत्यपराक्रमाय नमः। |
४५ | ॐ भवपाशपरित्यागाय नमः। |
४६ | ॐ बलिबन्धविमोचकाय नमः। |
४७ | ॐ घनाशयाय नमः। |
४८ | ॐ घनाध्यक्षाय नमः। |
४९ | ॐ कम्बुग्रीवाय नमः। |
५० | ॐ कलाधराय नमः। |
५१ | ॐ कारुण्यरससम्पूर्णाय नमः। |
५२ | ॐ कल्याणगुणवर्धनाय नमः। |
५३ | ॐ श्वेताम्बराय नमः। |
५४ | ॐ श्वेतवपुषे नमः। |
५५ | ॐ चतुर्भुजसमन्विताय नमः। |
५६ | ॐ अक्षमालाधराय नमः। |
५७ | ॐ अचिन्त्याय नमः। |
५८ | ॐ अक्षीणगुणभासुराय नमः। |
५९ | ॐ नक्षत्रगणसञ्चाराय नमः। |
६० | ॐ नयदाय नमः। |
६१ | ॐ नीतिमार्गदाय नमः। |
६२ | ॐ वर्षप्रदाय नमः। |
६३ | ॐ हृषीकेशाय नमः। |
६४ | ॐ क्लेशनाशकराय नमः। |
६५ | ॐ कवये नमः। |
६६ | ॐ चिन्तितार्थप्रदाय नमः। |
६७ | ॐ शान्तमतये नमः। |
६८ | ॐ चित्तसमाधिकृते नमः। |
६९ | ॐ आधिव्याधिहराय नमः। |
७० | ॐ भूरिविक्रमाय नमः। |
७१ | ॐ पुण्यदायकाय नमः। |
७२ | ॐ पुराणपुरुषाय नमः। |
७३ | ॐ पूज्याय नमः। |
७४ | ॐ पुरुहूतादिसन्नुताय नमः। |
७५ | ॐ अजेयाय नमः। |
७६ | ॐ विजितारातये नमः। |
७७ | ॐ विविधाभरणोज्ज्वलाय नमः। |
७८ | ॐ कुन्दपुष्पप्रतीकाशाय नमः। |
७९ | ॐ मन्दहासाय नमः। |
८० | ॐ महामतये नमः। |
८१ | ॐ मुक्ताफलसमानाभाय नमः। |
८२ | ॐ मुक्तिदाय नमः। |
८३ | ॐ मुनिसन्नुताय नमः। |
८४ | ॐ रत्नसिंहासनारूढाय नमः। |
८५ | ॐ रथस्थाय नमः। |
८६ | ॐ रजतप्रभाय नमः। |
८७ | ॐ सूर्यप्राग्देशसञ्चाराय नमः। |
८८ | ॐ सुरशत्रुसुहृदे नमः। |
८९ | ॐ कवये नमः। |
९० | ॐ तुलावृषभराशीशाय नमः। |
९१ | ॐ दुर्धराय नमः। |
९२ | ॐ धर्मपालकाय नमः। |
९३ | ॐ भाग्यदाय नमः। |
९४ | ॐ भव्यचारित्राय नमः। |
९५ | ॐ भवपाशविमोचकाय नमः। |
९६ | ॐ गौडदेशेश्वराय नमः। |
९७ | ॐ गोप्त्रे नमः। |
९८ | ॐ गुणिने नमः। |
९९ | ॐ गुणविभूषणाय नमः। |
१०० | ॐ ज्येष्ठानक्षत्रसम्भूताय नमः। |
१०१ | ॐ ज्येष्ठाय नमः। |
१०२ | ॐ श्रेष्ठाय नमः। |
१०३ | ॐ शुचिस्मिताय नमः। |
१०४ | ॐ अपवर्गप्रदाय नमः। |
१०५ | ॐ अनन्ताय नमः। |
१०६ | ॐ सन्तानफलदायकाय नमः। |
१०७ | ॐ सर्वैश्वर्यप्रदाय नमः। |
१०८ | ॐ सर्वगीर्वाणगणसन्नुताय नमः। |
॥ इति श्री शुक्र अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री मंगल अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Mangal Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ महीसुताय नमः। |
२ | ॐ महाभागाय नमः। |
३ | ॐ मङ्गलाय नमः। |
४ | ॐ मङ्गलप्रदाय नमः। |
५ | ॐ महावीराय नमः। |
६ | ॐ महाशूराय नमः। |
७ | ॐ महाबलपराक्रमाय नमः। |
८ | ॐ महारौद्राय नमः। |
९ | ॐ महाभद्राय नमः। |
१० | ॐ माननीयाय नमः। |
११ | ॐ दयाकराय नमः। |
१२ | ॐ मानदाय नमः। |
१३ | ॐ अपर्वणाय नमः। |
१४ | ॐ क्रूराय नमः। |
१५ | ॐ तापत्रयविवर्जिताय नमः। |
१६ | ॐ सुप्रतीपाय नमः। |
१७ | ॐ सुताम्राक्षाय नमः। |
१८ | ॐ सुब्रह्मण्याय नमः। |
१९ | ॐ सुखप्रदाय नमः। |
२० | ॐ वक्रस्तम्भादिगमनाय नमः। |
२१ | ॐ वरेण्याय नमः। |
२२ | ॐ वरदाय नमः। |
२३ | ॐ सुखिने नमः। |
२४ | ॐ वीरभद्राय नमः। |
२५ | ॐ विरूपाक्षाय नमः। |
२६ | ॐ विदूरस्थाय नमः। |
२७ | ॐ विभावसवे नमः। |
२८ | ॐ नक्षत्रचक्रसञ्चारिणे नमः। |
२९ | ॐ क्षत्रपाय नमः। |
३० | ॐ क्षात्रवर्जिताय नमः। |
३१ | ॐ क्षयवृद्धिविनिर्मुक्ताय नमः। |
३२ | ॐ क्षमायुक्ताय नमः। |
३३ | ॐ विचक्षणाय नमः। |
३४ | ॐ अक्षीणफलदाय नमः। |
३५ | ॐ चतुर्वर्गफलप्रदाय नमः। |
३६ | ॐ वीतरागाय नमः। |
३७ | ॐ वीतभयाय नमः। |
३८ | ॐ विज्वराय नमः। |
३९ | ॐ विश्वकारणाय नमः। |
४० | ॐ नक्षत्रराशिसञ्चाराय नमः। |
४१ | ॐ नानाभयनिकृन्तनाय नमः। |
४२ | ॐ वन्दारुजनमन्दाराय नमः। |
४३ | ॐ वक्रकुञ्चितमूर्धजाय नमः। |
४४ | ॐ कमनीयाय नमः। |
४५ | ॐ दयासाराय नमः। |
४६ | ॐ कनत्कनकभूषणाय नमः। |
४७ | ॐ भयघ्नाय नमः। |
४८ | ॐ भव्यफलदाय नमः। |
४९ | ॐ भक्ताभयवरप्रदाय नमः। |
५० | ॐ शत्रुहन्त्रे नमः। |
५१ | ॐ शमोपेताय नमः। |
५२ | ॐ शरणागतपोषनाय नमः। |
५३ | ॐ साहसिने नमः। |
५४ | ॐ सद्गुणाध्यक्षाय नमः। |
५५ | ॐ साधवे नमः। |
५६ | ॐ समरदुर्जयाय नमः। |
५७ | ॐ दुष्टदूराय नमः। |
५८ | ॐ शिष्टपूज्याय नमः। |
५९ | ॐ सर्वकष्टनिवारकाय नमः। |
६० | ॐ दुश्चेष्टवारकाय नमः। |
६१ | ॐ दुःखभञ्जनाय नमः। |
६२ | ॐ दुर्धराय नमः। |
६३ | ॐ हरये नमः। |
६४ | ॐ दुःस्वप्नहन्त्रे नमः। |
६५ | ॐ दुर्धर्षाय नमः। |
६६ | ॐ दुष्टगर्वविमोचनाय नमः। |
६७ | ॐ भरद्वाजकुलोद्भूताय नमः। |
६८ | ॐ भूसुताय नमः। |
६९ | ॐ भव्यभूषणाय नमः। |
७० | ॐ रक्ताम्बराय नमः। |
७१ | ॐ रक्तवपुषे नमः। |
७२ | ॐ भक्तपालनतत्पराय नमः। |
७३ | ॐ चतुर्भुजाय नमः। |
७४ | ॐ गदाधारिणे नमः। |
७५ | ॐ मेषवाहाय नमः। |
७६ | ॐ मिताशनाय नमः। |
७७ | ॐ शक्तिशूलधराय नमः। |
७८ | ॐ शाक्ताय नमः। |
७९ | ॐ शस्त्रविद्याविशारदाय नमः। |
८० | ॐ तार्किकाय नमः। |
८१ | ॐ तामसाधाराय नमः। |
८२ | ॐ तपस्विने नमः। |
८३ | ॐ ताम्रलोचनाय नमः। |
८४ | ॐ तप्तकाञ्चनसङ्काशाय नमः। |
८५ | ॐ रक्तकिञ्जल्कसन्निभाय नमः। |
८६ | ॐ गोत्राधिदेवाय नमः। |
८७ | ॐ गोमध्यचराय नमः। |
८८ | ॐ गुणविभूषणाय नमः। |
८९ | ॐ असृजे नमः। |
९० | ॐ अङ्गारकाय नमः। |
९१ | ॐ अवन्तीदेशाधीशाय नमः। |
९२ | ॐ जनार्दनाय नमः। |
९३ | ॐ सूर्ययाम्यप्रदेशस्थाय नमः। |
९४ | ॐ घुने नमः। |
९५ | ॐ यौवनाय नमः। |
९६ | ॐ याम्यहरिन्मुखाय नमः। |
९७ | ॐ याम्यदिङ्मुखाय नमः। |
९८ | ॐ त्रिकोणमण्डलगताय नमः। |
९९ | ॐ त्रिदशाधिपसन्नुताय नमः। |
१०० | ॐ शुचये नमः। |
१०१ | ॐ शुचिकराय नमः। |
१०२ | ॐ शूराय नमः। |
१०३ | ॐ शुचिवश्याय नमः। |
१०४ | ॐ शुभावहाय नमः। |
१०५ | ॐ मेषवृश्चिकराशीशाय नमः। |
१०६ | ॐ मेधाविने नमः। |
१०७ | ॐ मितभाषणाय नमः। |
१०८ | ॐ सुखप्रदाय नमः। |
१०९ | ॐ सुरूपाक्षाय नमः। |
११० | ॐ सर्वाभीष्टफलप्रदाय नमः। |
॥ इति श्री मंगल अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री शनि अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Shani Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ श्री शनैश्चराय नमः। |
२ | ॐ शान्ताय नमः। |
३ | ॐ सर्वाभीष्टप्रदायिने नमः। |
४ | ॐ शरण्याय नमः। |
५ | ॐ वरेण्याय नमः। |
६ | ॐ सर्वेशाय नमः। |
७ | ॐ सौम्याय नमः। |
८ | ॐ सुरवन्द्याय नमः। |
९ | ॐ सुरलोकविहारिणे नमः। |
१० | ॐ सुखासनोपविष्टाय नमः। |
११ | ॐ सुन्दराय नमः। |
१२ | ॐ घनाय नमः। |
१३ | ॐ घनरूपाय नमः। |
१४ | ॐ घनाभरणधारिणे नमः। |
१५ | ॐ घनसारविलेपाय नमः। |
१६ | ॐ खद्योताय नमः। |
१७ | ॐ मन्दाय नमः। |
१८ | ॐ मन्दचेष्टाय नमः। |
१९ | ॐ महनीयगुणात्मने नमः। |
२० | ॐ मर्त्यपावनपदाय नमः। |
२१ | ॐ महेशाय नमः। |
२२ | ॐ छायापुत्राय नमः। |
२३ | ॐ शर्वाय नमः। |
२४ | ॐ शततूणीरधारिणे नमः। |
२५ | ॐ चरस्थिरस्वभावाय नमः। |
२६ | ॐ अचञ्चलाय नमः। |
२७ | ॐ नीलवर्णाय नमः। |
२८ | ॐ नित्याय नमः। |
२९ | ॐ नीलाञ्जननिभाय नमः। |
३० | ॐ नीलाम्बरविभूशणाय नमः। |
३१ | ॐ निश्चलाय नमः। |
३२ | ॐ वेद्याय नमः। |
३३ | ॐ विधिरूपाय नमः। |
३४ | ॐ विरोधाधारभूमये नमः। |
३५ | ॐ भेदास्पदस्वभावाय नमः। |
३६ | ॐ वज्रदेहाय नमः। |
३७ | ॐ वैराग्यदाय नमः। |
३८ | ॐ वीराय नमः। |
३९ | ॐ वीतरोगभयाय नमः। |
४० | ॐ विपत्परम्परेशाय नमः। |
४१ | ॐ विश्ववन्द्याय नमः। |
४२ | ॐ गृध्नवाहाय नमः। |
४३ | ॐ गूढाय नमः। |
४४ | ॐ कूर्माङ्गाय नमः। |
४५ | ॐ कुरूपिणे नमः। |
४६ | ॐ कुत्सिताय नमः। |
४७ | ॐ गुणाढ्याय नमः। |
४८ | ॐ गोचराय नमः। |
४९ | ॐ अविद्यामूलनाशाय नमः। |
५० | ॐ विद्याविद्यास्वरूपिणे नमः। |
५१ | ॐ आयुष्यकारणाय नमः। |
५२ | ॐ आपदुद्धर्त्रे नमः। |
५३ | ॐ विष्णुभक्ताय नमः। |
५४ | ॐ वशिने नमः। |
५५ | ॐ विविधागमवेदिने नमः। |
५६ | ॐ विधिस्तुत्याय नमः। |
५७ | ॐ वन्द्याय नमः। |
५८ | ॐ विरूपाक्षाय नमः। |
५९ | ॐ वरिष्ठाय नमः। |
६० | ॐ गरिष्ठाय नमः। |
६१ | ॐ वज्राङ्कुशधराय नमः। |
६२ | ॐ वरदाभयहस्ताय नमः। |
६३ | ॐ वामनाय नमः। |
६४ | ॐ ज्येष्ठापत्नीसमेताय नमः। |
६५ | ॐ श्रेष्ठाय नमः। |
६६ | ॐ मितभाषिणे नमः। |
६७ | ॐ कष्टौघनाशकर्त्रे नमः। |
६८ | ॐ पुष्टिदाय नमः। |
६९ | ॐ स्तुत्याय नमः। |
७० | ॐ स्तोत्रगम्याय नमः। |
७१ | ॐ भक्तिवश्याय नमः। |
७२ | ॐ भानवे नमः। |
७३ | ॐ भानुपुत्राय नमः। |
७४ | ॐ भव्याय नमः। |
७५ | ॐ पावनाय नमः। |
७६ | ॐ धनुर्मण्डलसंस्थाय नमः। |
७७ | ॐ धनदाय नमः। |
७८ | ॐ धनुष्मते नमः। |
७९ | ॐ तनुप्रकाशदेहाय नमः। |
८० | ॐ तामसाय नमः। |
८१ | ॐ अशेषजनवन्द्याय नमः। |
८२ | ॐ विशेषफलदायिने नमः। |
८३ | ॐ वशीकृतजनेशाय नमः। |
८४ | ॐ पशूनां पतये नमः। |
८५ | ॐ खेचराय नमः। |
८६ | ॐ खगेशाय नमः। |
८७ | ॐ घननीलाम्बराय नमः। |
८८ | ॐ काठिन्यमानसाय नमः। |
८९ | ॐ आर्यगणस्तुत्याय नमः। |
९० | ॐ नीलच्छत्राय नमः। |
९१ | ॐ नित्याय नमः। |
९२ | ॐ निर्गुणाय नमः। |
९३ | ॐ गुणात्मने नमः। |
९४ | ॐ निरामयाय नमः। |
९५ | ॐ निन्द्याय नमः। |
९६ | ॐ वन्दनीयाय नमः। |
९७ | ॐ धीराय नमः। |
९८ | ॐ दिव्यदेहाय नमः। |
९९ | ॐ दीनार्तिहरणाय नमः। |
१०० | ॐ दैन्यनाशकराय नमः। |
१०१ | ॐ आर्यजनगण्याय नमः। |
१०२ | ॐ क्रूराय नमः। |
१०३ | ॐ क्रूरचेष्टाय नमः। |
१०४ | ॐ कामक्रोधकराय नमः। |
१०५ | ॐ कलत्रपुत्रशत्रुत्वकारणाय नमः। |
१०६ | ॐ परिपोषितभक्ताय नमः। |
१०७ | ॐ परभीतिहराय नमः। |
१०८ | ॐ भक्तसंघमनोऽभीष्टफलदाय नमः। |
॥ इति श्री शनि अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री चंद्र अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Chandra Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ श्रीमते नमः। |
२ | ॐ शशधराय नमः। |
३ | ॐ चन्द्राय नमः। |
४ | ॐ ताराधीशाय नमः। |
५ | ॐ निशाकराय नमः। |
६ | ॐ सुधानिधये नमः। |
७ | ॐ सदाराध्याय नमः। |
८ | ॐ सत्पतये नमः। |
९ | ॐ साधुपूजिताय नमः। |
१० | ॐ जितेन्द्रियाय नमः। |
११ | ॐ जयोद्योगाय नमः। |
१२ | ॐ ज्योतिश्चक्रप्रवर्तकाय नमः। |
१३ | ॐ विकर्तनानुजाय नमः। |
१४ | ॐ वीराय नमः। |
१५ | ॐ विश्वेशाय नमः। |
१६ | ॐ विदुषां पतये नमः। |
१७ | ॐ दोषाकराय नमः। |
१८ | ॐ दुष्टदूराय नमः। |
१९ | ॐ पुष्टिमते नमः। |
२० | ॐ शिष्टपालकाय नमः। |
२१ | ॐ अष्टमूर्तिप्रियाय नमः। |
२२ | ॐ अनन्ताय नमः। |
२३ | ॐ कष्टदारुकुठारकाय नमः। |
२४ | ॐ स्वप्रकाशाय नमः। |
२५ | ॐ प्रकाशात्मने नमः। |
२६ | ॐ द्युचराय नमः। |
२७ | ॐ देवभोजनाय नमः। |
२८ | ॐ कलाधराय नमः। |
२९ | ॐ कालहेतवे नमः। |
३० | ॐ कामकृते नमः। |
३१ | ॐ कामदायकाय नमः। |
३२ | ॐ मृत्युसंहारकाय नमः। |
३३ | ॐ अमर्त्याय नमः। |
३४ | ॐ नित्यानुष्ठानदाय नमः। |
३५ | ॐ क्षपाकराय नमः। |
३६ | ॐ क्षीणपापाय नमः। |
३७ | ॐ क्षयवृद्धिसमन्विताय नमः। |
३८ | ॐ जैवातृकाय नमः। |
३९ | ॐ शुचये नमः। |
४० | ॐ शुभ्राय नमः। |
४१ | ॐ जयिने नमः। |
४२ | ॐ जयफलप्रदाय नमः। |
४३ | ॐ सुधामयाय नमः। |
४४ | ॐ सुरस्वामिने नमः। |
४५ | ॐ भक्तानामिष्टदायकाय नमः। |
४६ | ॐ भुक्तिदाय नमः। |
४७ | ॐ मुक्तिदाय नमः। |
४८ | ॐ भद्राय नमः। |
४९ | ॐ भक्तदारिद्र्यभञ्जनाय नमः। |
५० | ॐ सामगानप्रियाय नमः। |
५१ | ॐ सर्वरक्षकाय नमः। |
५२ | ॐ सागरोद्भवाय नमः। |
५३ | ॐ भयान्तकृते नमः। |
५४ | ॐ भक्तिगम्याय नमः। |
५५ | ॐ भवबन्धविमोचकाय नमः। |
५६ | ॐ जगत्प्रकाशकिरणाय नमः। |
५७ | ॐ जगदानन्दकारणाय नमः। |
५८ | ॐ निस्सपत्नाय नमः। |
५९ | ॐ निराहाराय नमः। |
६० | ॐ निर्विकाराय नमः। |
६१ | ॐ निरामयाय नमः। |
६२ | ॐ भूच्छायाच्छादिताय नमः। |
६३ | ॐ भव्याय नमः। |
६४ | ॐ भुवनप्रतिपालकाय नमः। |
६५ | ॐ सकलार्तिहराय नमः। |
६६ | ॐ सौम्यजनकाय नमः। |
६७ | ॐ साधुवन्दिताय नमः। |
६८ | ॐ सर्वागमज्ञाय नमः। |
६९ | ॐ सर्वज्ञाय नमः। |
७० | ॐ सनकादिमुनिस्तुताय नमः। |
७१ | ॐ सितच्छत्रध्वजोपेताय नमः। |
७२ | ॐ सिताङ्गाय नमः। |
७३ | ॐ सितभूषणाय नमः। |
७४ | ॐ श्वेतमाल्याम्बरधराय नमः। |
७५ | ॐ श्वेतगन्धानुलेपनाय नमः। |
७६ | ॐ दशाश्वरथसंरूढाय नमः। |
७७ | ॐ दण्डपाणये नमः। |
७८ | ॐ धनुर्धराय नमः। |
७९ | ॐ कुन्दपुष्पोज्ज्वलाकाराय नमः। |
८० | ॐ नयनाब्जसमुद्भवाय नमः। |
८१ | ॐ आत्रेयगोत्रजाय नमः। |
८२ | ॐ अत्यन्तविनयाय नमः। |
८३ | ॐ प्रियदायकाय नमः। |
८४ | ॐ करुणारससम्पूर्णाय नमः। |
८५ | ॐ कर्कटप्रभवे नमः। |
८६ | ॐ अव्ययाय नमः। |
८७ | ॐ चतुरश्रासनारूढाय नमः। |
८८ | ॐ चतुराय नमः। |
८९ | ॐ दिव्यवाहनाय नमः। |
९० | ॐ विवस्वन्मण्डलाज्ञेयवासाय नमः। |
९१ | ॐ वसुसमृद्धिदाय नमः। |
९२ | ॐ महेश्वरप्रियाय नमः। |
९३ | ॐ दान्ताय नमः। |
९४ | ॐ मेरुगोत्रप्रदक्षिणाय नमः। |
९५ | ॐ ग्रहमण्डलमध्यस्थाय नमः। |
९६ | ॐ ग्रसितार्काय नमः। |
९७ | ॐ ग्रहाधिपाय नमः। |
९८ | ॐ द्विजराजाय नमः। |
९९ | ॐ द्युतिलकाय नमः। |
१०० | ॐ द्विभुजाय नमः। |
१०१ | ॐ द्विजपूजिताय नमः। |
१०२ | ॐ औदुम्बरनगावासाय नमः। |
१०३ | ॐ उदाराय नमः। |
१०४ | ॐ रोहिणीपतये नमः। |
१०५ | ॐ नित्योदयाय नमः। |
१०६ | ॐ मुनिस्तुत्याय नमः। |
१०७ | ॐ नित्यानन्दफलप्रदाय नमः। |
१०८ | ॐ सकलाह्लादनकराय नमः। |
१०९ | ॐ पलाशसमिधप्रियाय नमः। |
११० | ॐ चन्द्रमसे नमः। |
॥ इति श्री चंद्र अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री बुध अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Budh Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ बुधाय नमः। |
२ | ॐ बुधार्चिताय नमः। |
३ | ॐ सौम्याय नमः। |
४ | ॐ सौम्यचित्ताय नमः। |
५ | ॐ शुभप्रदाय नमः। |
६ | ॐ दृढव्रताय नमः। |
७ | ॐ दृढफलाय नमः। |
८ | ॐ श्रुतिजालप्रबोधकाय नमः। |
९ | ॐ सत्यवासाय नमः। |
१० | ॐ सत्यवचसे नमः। |
११ | ॐ श्रेयसां पतये नमः। |
१२ | ॐ अव्ययाय नमः। |
१३ | ॐ सोमजाय नमः। |
१४ | ॐ सुखदाय नमः। |
१५ | ॐ श्रीमते नमः। |
१६ | ॐ सोमवंशप्रदीपकाय नमः। |
१७ | ॐ वेदविदे नमः। |
१८ | ॐ वेदतत्त्वाशाय नमः। |
१९ | ॐ वेदान्तज्ञानभास्कराय नमः। |
२० | ॐ विद्याविचक्षणाय नमः। |
२१ | ॐ विदुषे नमः। |
२२ | ॐ विद्वत्प्रीतिकराय नमः। |
२३ | ॐ ऋजवे नमः। |
२४ | ॐ विश्वानुकूलसञ्चाराय नमः। |
२५ | ॐ विशेषविनयान्विताय नमः। |
२६ | ॐ विविधागमसारज्ञाय नमः। |
२७ | ॐ वीर्यवते नमः। |
२८ | ॐ विगतज्वराय नमः। |
२९ | ॐ त्रिवर्गफलदाय नमः। |
३० | ॐ अनन्ताय नमः। |
३१ | ॐ त्रिदशाधिपपूजिताय नमः। |
३२ | ॐ बुद्धिमते नमः। |
३३ | ॐ बहुशास्त्रज्ञाय नमः। |
३४ | ॐ बलिने नमः। |
३५ | ॐ बन्धविमोचकाय नमः। |
३६ | ॐ वक्रातिवक्रगमनाय नमः। |
३७ | ॐ वासवाय नमः। |
३८ | ॐ वसुधाधिपाय नमः। |
३९ | ॐ प्रसन्नवदनाय नमः। |
४० | ॐ वन्द्याय नमः। |
४१ | ॐ वरेण्याय नमः। |
४२ | ॐ वाग्विलक्षणाय नमः। |
४३ | ॐ सत्यवते नमः। |
४४ | ॐ सत्यसङ्कल्पाय नमः। |
४५ | ॐ सत्यबन्धवे नमः। |
४६ | ॐ सदादराय नमः। |
४७ | ॐ सर्वरोगप्रशमनाय नमः। |
४८ | ॐ सर्वमृत्युनिवारकाय नमः। |
४९ | ॐ वाणिज्यनिपुणाय नमः। |
५० | ॐ वश्याय नमः। |
५१ | ॐ वाताङ्गाय नमः। |
५२ | ॐ वातरोगहृते नमः। |
५३ | ॐ स्थूलाय नमः। |
५४ | ॐ स्थैर्यगुणाध्यक्षाय नमः। |
५५ | ॐ स्थूलसूक्ष्मादिकारणाय नमः। |
५६ | ॐ अप्रकाशाय नमः। |
५७ | ॐ प्रकाशात्मने नमः। |
५८ | ॐ घनाय नमः। |
५९ | ॐ गगनभूषणाय नमः। |
६० | ॐ विधिस्तुत्याय नमः। |
६१ | ॐ विशालाक्षाय नमः। |
६२ | ॐ विद्वज्जनमनोहराय नमः। |
६३ | ॐ चारुशीलाय नमः। |
६४ | ॐ स्वप्रकाशाय नमः। |
६५ | ॐ चपलाय नमः। |
६६ | ॐ जितेन्द्रियाय नमः। |
६७ | ॐ उदङ्मुखाय नमः। |
६८ | ॐ मखासक्ताय नमः। |
६९ | ॐ मगधाधिपतये नमः। |
७० | ॐ हरये नमः। |
७१ | ॐ सौम्यवत्सरसञ्जाताय नमः। |
७२ | ॐ सोमप्रियकराय नमः। |
७३ | ॐ महते नमः। |
७४ | ॐ सिंहाधिरूढाय नमः। |
७५ | ॐ सर्वज्ञाय नमः। |
७६ | ॐ शिखिवर्णाय नमः। |
७७ | ॐ शिवङ्कराय नमः। |
७८ | ॐ पीताम्बराय नमः। |
७९ | ॐ पीतवपुषे नमः। |
८० | ॐ पीतच्छत्रध्वजाङ्किताय नमः। |
८१ | ॐ खड्गचर्मधराय नमः। |
८२ | ॐ कार्यकर्त्रे नमः। |
८३ | ॐ कलुषहारकाय नमः। |
८४ | ॐ आत्रेयगोत्रजाय नमः। |
८५ | ॐ अत्यन्तविनयाय नमः। |
८६ | ॐ विश्वपवनाय नमः। |
८७ | ॐ चाम्पेयपुष्पसङ्काशाय नमः। |
८८ | ॐ चारणाय नमः। |
८९ | ॐ चारुभूषणाय नमः। |
९० | ॐ वीतरागाय नमः। |
९१ | ॐ वीतभयाय नमः। |
९२ | ॐ विशुद्धकनकप्रभाय नमः। |
९३ | ॐ बन्धुप्रियाय नमः। |
९४ | ॐ बन्धमुक्ताय नमः। |
९५ | ॐ बाणमण्डलसंश्रिताय नमः। |
९६ | ॐ अर्केशाननिवासस्थाय नमः। |
९७ | ॐ तर्कशास्त्रविशारदाय नमः। |
९८ | ॐ प्रशान्ताय नमः। |
९९ | ॐ प्रीतिसंयुक्ताय नमः। |
१०० | ॐ प्रियकृते नमः। |
१०१ | ॐ प्रियभूषणाय नमः। |
१०२ | ॐ मेधाविने नमः। |
१०३ | ॐ माधवसक्ताय नमः। |
१०४ | ॐ मिथुनाधिपतये नमः। |
१०५ | ॐ सुधिये नमः। |
१०६ | ॐ कन्याराशिप्रियाय नमः। |
१०७ | ॐ कामप्रदाय नमः। |
१०८ | ॐ घनफलाश्रयाय नमः। |
॥ इति श्री बुध अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री राहु अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Rahu Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ राहवे नमः। |
२ | ॐ सैंहिकेयाय नमः। |
३ | ॐ विधुन्तुदाय नमः। |
४ | ॐ सुरशत्रवे नमः। |
५ | ॐ तमसे नमः। |
६ | ॐ फणिने नमः। |
७ | ॐ गार्ग्यनयाय नमः। |
८ | ॐ सुरापिने नमः। |
९ | ॐ नीलजीमूतसङ्काशाय नमः। |
१० | ॐ चतुर्भुजाय नमः। |
११ | ॐ खङ्गखेटकधारिणे नमः। |
१२ | ॐ वरदायकहस्तकाय नमः। |
१३ | ॐ शूलायुधाय नमः। |
१४ | ॐ मेघवर्णाय नमः। |
१५ | ॐ कृष्णध्वजपताकावते नमः। |
१६ | ॐ दक्षिणाशामुखरथाय नमः। |
१७ | ॐ तीक्ष्णदंष्ट्रकरालकाय नमः। |
१८ | ॐ शूर्पाकारसंस्थाय नमः। |
१९ | ॐ गोमेदाभरणप्रियाय नमः। |
२० | ॐ माषप्रियाय नमः। |
२१ | ॐ कश्यपर्षिनन्दनाय नमः। |
२२ | ॐ भुजगेश्वराय नमः। |
२३ | ॐ उल्कापातयित्रे नमः। |
२४ | ॐ शूलिने नमः। |
२५ | ॐ निधिपाय नमः। |
२६ | ॐ कृष्णसर्पराजे नमः। |
२७ | ॐ विषज्वलावृतास्याय अर्धशरीराय नमः। |
२८ | ॐ शात्रवप्रदाय नमः। |
२९ | ॐ रवीन्दुभीकराय नमः। |
३० | ॐ छायास्वरूपिणे नमः। |
३१ | ॐ कठिनाङ्गकाय नमः। |
३२ | ॐ द्विषच्चक्रच्छेदकाय नमः। |
३३ | ॐ करालास्याय नमः। |
३४ | ॐ भयङ्कराय नमः। |
३५ | ॐ क्रूरकर्मणे नमः। |
३६ | ॐ तमोरूपाय नमः। |
३७ | ॐ श्यामात्मने नमः। |
३८ | ॐ नीललोहिताय नमः। |
३९ | ॐ किरीटिणे नमः। |
४० | ॐ नीलवसनाय नमः। |
४१ | ॐ शनिसमान्तवर्त्मगाय नमः। |
४२ | ॐ चाण्डालवर्णाय नमः। |
४३ | ॐ अश्व्यर्क्षभवाय नमः। |
४४ | ॐ मेषभवाय नमः। |
४५ | ॐ शनिवत्फलदाय नमः। |
४६ | ॐ शूराय नमः। |
४७ | ॐ अपसव्यगतये नमः। |
४८ | ॐ उपरागकराय नमः। |
४९ | ॐ सोमसूर्यच्छविविमर्दकाय नमः। |
५० | ॐ नीलपुष्पविहाराय नमः। |
५१ | ॐ ग्रहश्रेष्ठाय नमः। |
५२ | ॐ अष्टमग्रहाय नमः। |
५३ | ॐ कबन्धमात्रदेहाय नमः। |
५४ | ॐ यातुधानकुलोद्भवाय नमः। |
५५ | ॐ गोविन्दवरपात्राय नमः। |
५६ | ॐ देवजातिप्रविष्टकाय नमः। |
५७ | ॐ क्रूराय नमः। |
५८ | ॐ घोराय नमः। |
५९ | ॐ शनेर्मित्राय नमः। |
६० | ॐ शुक्रमित्राय नमः। |
६१ | ॐ अगोचराय नमः। |
६२ | ॐ माने गङ्गास्नानदात्रे नमः। |
६३ | ॐ स्वगृहे प्रबलाढ्यदाय नमः। |
६४ | ॐ सद्गृहेऽन्यबलधृते नमः। |
६५ | ॐ चतुर्थे मातृनाशकाय नमः। |
६६ | ॐ चन्द्रयुक्ते चण्डालजन्मसूचकाय नमः। |
६७ | ॐ सिंहजन्मने नमः। |
६८ | ॐ राज्यदात्रे नमः। |
६९ | ॐ महाकायाय नमः। |
७० | ॐ जन्मकर्त्रे नमः। |
७१ | ॐ विधुरिपवे नमः। |
७२ | ॐ मादकज्ञानदाय नमः। |
७३ | ॐ जन्मकन्याराज्यदात्रे नमः। |
७४ | ॐ जन्महानिदाय नमः। |
७५ | ॐ नवमे पितृहन्त्रे नमः। |
७६ | ॐ पञ्चमे शोकदायकाय नमः। |
७७ | ॐ द्यूने कलत्रहन्त्रे नमः। |
७८ | ॐ सप्तमे कलहप्रदाय नमः। |
७९ | ॐ षष्ठे वित्तदात्रे नमः। |
८० | ॐ चतुर्थे वैरदायकाय नमः। |
८१ | ॐ नवमे पापदात्रे नमः। |
८२ | ॐ दशमे शोकदायकाय नमः। |
८३ | ॐ आदौ यशः प्रदात्रे नमः। |
८४ | ॐ अन्ते वैरप्रदायकाय नमः। |
८५ | ॐ कालात्मने नमः। |
८६ | ॐ गोचराचाराय नमः। |
८७ | ॐ धने ककुत्प्रदाय नमः। |
८८ | ॐ पञ्चमे धिशणाशृङ्गदाय नमः। |
८९ | ॐ स्वर्भानवे नमः। |
९० | ॐ बलिने नमः। |
९१ | ॐ महासौख्यप्रदायिने नमः। |
९२ | ॐ चन्द्रवैरिणे नमः। |
९३ | ॐ शाश्वताय नमः। |
९४ | ॐ सुरशत्रवे नमः। |
९५ | ॐ पापग्रहाय नमः। |
९६ | ॐ शाम्भवाय नमः। |
९७ | ॐ पूज्यकाय नमः। |
९८ | ॐ पाटीरपूरणाय नमः। |
९९ | ॐ पैठीनसकुलोद्भवाय नमः। |
१०० | ॐ भक्तरक्षाय नमः। |
१०१ | ॐ राहुमूर्तये नमः। |
१०२ | ॐ सर्वाभीष्टफलप्रदाय नमः। |
१०३ | ॐ दीर्घाय नमः। |
१०४ | ॐ कृष्णाय नमः। |
१०५ | ॐ अतनवे नमः। |
१०६ | ॐ विष्णुनेत्रारये नमः। |
१०७ | ॐ देवाय नमः। |
१०८ | ॐ दानवाय नमः। |
॥ इति श्री राहु अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री केतु अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Ketu Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ केतवे नमः। |
२ | ॐ स्थूलशिरसे नमः। |
३ | ॐ शिरोमात्राय नमः। |
४ | ॐ ध्वजाकृतये नमः। |
५ | ॐ नवग्रहयुताय नमः। |
६ | ॐ सिंहिकासुरीगर्भसम्भवाय नमः। |
७ | ॐ महाभीतिकराय नमः। |
८ | ॐ चित्रवर्णाय नमः। |
९ | ॐ श्रीपिङ्गलाक्षकाय नमः। |
१० | ॐ फुल्लधूम्रसङ्काषाय नमः। |
११ | ॐ तीक्ष्णदंष्ट्राय नमः। |
१२ | ॐ महोदराय नमः। |
१३ | ॐ रक्तनेत्राय नमः। |
१४ | ॐ चित्रकारिणे नमः। |
१५ | ॐ तीव्रकोपाय नमः। |
१६ | ॐ महासुराय नमः। |
१७ | ॐ क्रूरकण्ठाय नमः। |
१८ | ॐ क्रोधनिधये नमः। |
१९ | ॐ छायाग्रहविशेषकाय नमः। |
२० | ॐ अन्त्यग्रहाय नमः। |
२१ | ॐ महाशीर्षाय नमः। |
२२ | ॐ सूर्यारये नमः। |
२३ | ॐ पुष्पवद्ग्राहिणे नमः। |
२४ | ॐ वरहस्ताय नमः। |
२५ | ॐ गदापाणये नमः। |
२६ | ॐ चित्रवस्त्रधराय नमः। |
२७ | ॐ चित्रध्वजपताकाय नमः। |
२८ | ॐ घोराय नमः। |
२९ | ॐ चित्ररथाय नमः। |
३० | ॐ शिखिने नमः। |
३१ | ॐ कुलुत्थभक्षकाय नमः। |
३२ | ॐ वैडूर्याभरणाय नमः। |
३३ | ॐ उत्पातजनकाय नमः। |
३४ | ॐ शुक्रमित्राय नमः। |
३५ | ॐ मन्दसखाय नमः। |
३६ | ॐ गदाधराय नमः। |
३७ | ॐ नाकपतये नमः। |
३८ | ॐ अन्तर्वेदीश्वराय नमः। |
३९ | ॐ जैमिनिगोत्रजाय नमः। |
४० | ॐ चित्रगुप्तात्मने नमः। |
४१ | ॐ दक्षिणामुखाय नमः। |
४२ | ॐ मुकुन्दवरपात्राय नमः। |
४३ | ॐ महासुरकुलोद्भवाय नमः। |
४४ | ॐ घनवर्णाय नमः। |
४५ | ॐ लम्बदेवाय नमः। |
४६ | ॐ मृत्युपुत्राय नमः। |
४७ | ॐ उत्पातरूपधारिणे नमः। |
४८ | ॐ अदृश्याय नमः। |
४९ | ॐ कालाग्निसन्निभाय नमः। |
५० | ॐ नृपीडाय नमः। |
५१ | ॐ ग्रहकारिणे नमः। |
५२ | ॐ सर्वोपद्रवकारकाय नमः। |
५३ | ॐ चित्रप्रसूताय नमः। |
५४ | ॐ अनलाय नमः। |
५५ | ॐ सर्वव्याधिविनाशकाय नमः। |
५६ | ॐ अपसव्यप्रचारिणे नमः। |
५७ | ॐ नवमे पापदायकाय नमः। |
५८ | ॐ पञ्चमे शोकदाय नमः। |
५९ | ॐ उपरागखेचराय नमः। |
६० | ॐ अतिपुरुषकर्मणे नमः। |
६१ | ॐ तुरीये सुखप्रदाय नमः। |
६२ | ॐ तृतीये वैरदाय नमः। |
६३ | ॐ पापग्रहाय नमः। |
६४ | ॐ स्फोटककारकाय नमः। |
६५ | ॐ प्राणनाथाय नमः। |
६६ | ॐ पञ्चमे श्रमकारकाय नमः। |
६७ | ॐ द्वितीयेऽस्फुटवग्दात्रे नमः। |
६८ | ॐ विषाकुलितवक्त्रकाय नमः। |
६९ | ॐ कामरूपिणे नमः। |
७० | ॐ सिंहदन्ताय नमः। |
७१ | ॐ कुशेध्मप्रियाय नमः। |
७२ | ॐ चतुर्थे मातृनाशाय नमः। |
७३ | ॐ नवमे पितृनाशकाय नमः। |
७४ | ॐ अन्त्ये वैरप्रदाय नमः। |
७५ | ॐ सुतानन्दन्निधनकाय नमः। |
७६ | ॐ सर्पाक्षिजाताय नमः। |
७७ | ॐ अनङ्गाय नमः। |
७८ | ॐ कर्मराश्युद्भवाय नमः। |
७९ | ॐ उपान्ते कीर्तिदाय नमः। |
८० | ॐ सप्तमे कलहप्रदाय नमः। |
८१ | ॐ अष्टमे व्याधिकर्त्रे नमः। |
८२ | ॐ धने बहुसुखप्रदाय नमः। |
८३ | ॐ जनने रोगदाय नमः। |
८४ | ॐ ऊर्ध्वमूर्धजाय नमः। |
८५ | ॐ ग्रहनायकाय नमः। |
८६ | ॐ पापदृष्टये नमः। |
८७ | ॐ खेचराय नमः। |
८८ | ॐ शाम्भवाय नमः। |
८९ | ॐ अशेषपूजिताय नमः। |
९० | ॐ शाश्वताय नमः। |
९१ | ॐ नटाय नमः। |
९२ | ॐ शुभाशुभफलप्रदाय नमः। |
९३ | ॐ धूम्राय नमः। |
९४ | ॐ सुधापायिने नमः। |
९५ | ॐ अजिताय नमः। |
९६ | ॐ भक्तवत्सलाय नमः। |
९७ | ॐ सिंहासनाय नमः। |
९८ | ॐ केतुमूर्तये नमः। |
९९ | ॐ रवीन्दुद्युतिनाशकाय नमः। |
१०० | ॐ अमराय नमः। |
१०१ | ॐ पीडकाय नमः। |
१०२ | ॐ अमर्त्याय नमः। |
१०३ | ॐ विष्णुदृष्टाय नमः। |
१०४ | ॐ असुरेश्वराय नमः। |
१०५ | ॐ भक्तरक्षाय नमः। |
१०६ | ॐ वैचित्र्यकपटस्यन्दनाय नमः। |
१०७ | ॐ विचित्रफलदायिने नमः। |
१०८ | ॐ भक्ताभीष्टफलप्रदाय नमः। |
॥ इति श्री केतु अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री दुर्गा अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Durga Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ श्रियै नमः। |
२ | ॐ उमायै नमः। |
३ | ॐ भारत्यै नमः। |
४ | ॐ भद्रायै नमः। |
५ | ॐ शर्वाण्यै नमः। |
६ | ॐ विजयायै नमः। |
७ | ॐ जयायै नमः। |
८ | ॐ वाण्यै नमः। |
९ | ॐ सर्वगतायै नमः। |
१० | ॐ गौर्यै नमः। |
११ | ॐ वाराह्यै नमः। |
१२ | ॐ कमलप्रियायै नमः। |
१३ | ॐ सरस्वत्यै नमः। |
१४ | ॐ कमलायै नमः। |
१५ | ॐ मायायै नमः। |
१६ | ॐ मातंग्यै नमः। |
१७ | ॐ अपरायै नमः। |
१८ | ॐ अजायै नमः। |
१९ | ॐ शांकभर्यै नमः। |
२० | ॐ शिवायै नमः। |
२१ | ॐ चण्डयै नमः। |
२२ | ॐ कुण्डल्यै नमः। |
२३ | ॐ वैष्णव्यै नमः। |
२४ | ॐ क्रियायै नमः। |
२५ | ॐ श्रियै नमः। |
२६ | ॐ ऐन्द्रयै नमः। |
२७ | ॐ मधुमत्यै नमः। |
२८ | ॐ गिरिजायै नमः। |
२९ | ॐ सुभगायै नमः। |
३० | ॐ अंबिकायै नमः। |
३१ | ॐ तारायै नमः। |
३२ | ॐ पद्मावत्यै नमः। |
३३ | ॐ हंसायै नमः। |
३४ | ॐ पद्मनाभसहोदर्यै नमः। |
३५ | ॐ अपर्णायै नमः। |
३६ | ॐ ललितायै नमः। |
३७ | ॐ धात्र्यै नमः। |
३८ | ॐ कुमार्यै नमः। |
३९ | ॐ शिखवाहिन्यै नमः। |
४० | ॐ शांभव्यै नमः। |
४१ | ॐ सुमुख्यै नमः। |
४२ | ॐ मैत्र्यै नमः। |
४३ | ॐ त्रिनेत्रायै नमः। |
४४ | ॐ विश्वरूपिण्यै नमः। |
४५ | ॐ आर्यायै नमः। |
४६ | ॐ मृडान्यै नमः। |
४७ | ॐ हींकार्यै नमः। |
४८ | ॐ क्रोधिन्यै नमः। |
४९ | ॐ सुदिनायै नमः। |
५० | ॐ अचलायै नमः। |
५१ | ॐ सूक्ष्मायै नमः। |
५२ | ॐ परात्परायै नमः। |
५३ | ॐ शोभायै नमः। |
५४ | ॐ सर्ववर्णायै नमः। |
५५ | ॐ हरप्रियायै नमः। |
५६ | ॐ महालक्ष्म्यै नमः। |
५७ | ॐ महासिद्धयै नमः। |
५८ | ॐ स्वधायै नमः। |
५९ | ॐ स्वाहायै नमः। |
६० | ॐ मनोन्मन्यै नमः। |
६१ | ॐ त्रिलोकपालिन्यै नमः। |
६२ | ॐ उद्भूतायै नमः। |
६३ | ॐ त्रिसन्ध्यायै नमः। |
६४ | ॐ त्रिपुरान्तक्यै नमः। |
६५ | ॐ त्रिशक्त्यै नमः। |
६६ | ॐ त्रिपदायै नमः। |
६७ | ॐ दुर्गायै नमः। |
६८ | ॐ ब्राह्मयै नमः। |
६९ | ॐ त्रैलोक्यवासिन्यै नमः। |
७० | ॐ पुष्करायै नमः। |
७१ | ॐ अत्रिसुतायै नमः। |
७२ | ॐ गूढ़ायै नमः। |
७३ | ॐ त्रिवर्णायै नमः। |
७४ | ॐ त्रिस्वरायै नमः। |
७५ | ॐ त्रिगुणायै नमः। |
७६ | ॐ निर्गुणायै नमः। |
७७ | ॐ सत्यायै नमः। |
७८ | ॐ निर्विकल्पायै नमः। |
७९ | ॐ निरंजिन्यै नमः। |
८० | ॐ ज्वालिन्यै नमः। |
८१ | ॐ मालिन्यै नमः। |
८२ | ॐ चर्चायै नमः। |
८३ | ॐ क्रव्यादोप निबर्हिण्यै नमः। |
८४ | ॐ कामाक्ष्यै नमः। |
८५ | ॐ कामिन्यै नमः। |
८६ | ॐ कान्तायै नमः। |
८७ | ॐ कामदायै नमः। |
८८ | ॐ कलहंसिन्यै नमः। |
८९ | ॐ सलज्जायै नमः। |
९० | ॐ कुलजायै नमः। |
९१ | ॐ प्राज्ञ्यै नमः। |
९२ | ॐ प्रभायै नमः। |
९३ | ॐ मदनसुन्दर्यै नमः। |
९४ | ॐ वागीश्वर्यै नमः। |
९५ | ॐ विशालाक्ष्यै नमः। |
९६ | ॐ सुमंगल्यै नमः। |
९७ | ॐ काल्यै नमः। |
९८ | ॐ महेश्वर्यै नमः। |
९९ | ॐ चण्ड्यै नमः। |
१०० | ॐ भैरव्यै नमः। |
१०१ | ॐ भुवनेश्वर्यै नमः। |
१०२ | ॐ नित्यायै नमः। |
१०३ | ॐ सानन्दविभवायै नमः। |
१०४ | ॐ सत्यज्ञानायै नमः। |
१०५ | ॐ तमोपहायै नमः। |
१०६ | ॐ महेश्वरप्रियंकर्यै नमः। |
१०७ | ॐ महात्रिपुरसुन्दर्यै नमः। |
१०८ | ॐ दुर्गापरमेश्वर्यै नमः। |
॥ इति श्री दुर्गा अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री गायत्री अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Gayatri Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ तरुणादित्य सङ्काशायै नमः। |
२ | ॐ सहस्रनयनोज्ज्वलायै नमः। |
३ | ॐ विचित्र माल्याभरणायै नमः। |
४ | ॐ तुहिनाचल वासिन्यै नमः। |
५ | ॐ वरदाभय हस्ताब्जायै नमः। |
६ | ॐ रेवातीर निवासिन्यै नमः। |
७ | ॐ प्रणित्यय विशेषज्ञायै नमः। |
८ | ॐ यन्त्राकृत विराजितायै नमः। |
९ | ॐ भद्रपादप्रियायै नमः। |
१० | ॐ गोविन्दपदगामिन्यै नमः। |
११ | ॐ देवर्षिगण सन्तुस्त्यायै नमः। |
१२ | ॐ वनमाला विभूषितायै नमः। |
१३ | ॐ स्यन्दनोत्तम संस्थानायै नमः। |
१४ | ॐ धीरजीमूत निस्वनायै नमः। |
१५ | ॐ मत्तमातङ्ग गमनायै नमः। |
१६ | ॐ हिरण्यकमलासनायै नमः। |
१७ | ॐ धीजनाधार निरतायै नमः। |
१८ | ॐ योगिन्यै नमः। |
१९ | ॐ योगधारिण्यै नमः। |
२० | ॐ नटनाट्यैक निरतायै नमः। |
२१ | ॐ प्राणवाद्यक्षरात्मिकायै नमः। |
२२ | ॐ चोरचारक्रियासक्तायै नमः। |
२३ | ॐ दारिद्र्यच्छेदकारिण्यै नमः। |
२४ | ॐ यादवेन्द्र कुलोद्भूतायै नमः। |
२५ | ॐ तुरीयपथगामिन्यै नमः। |
२६ | ॐ गायत्र्यै नमः। |
२७ | ॐ गोमत्यै नमः। |
२८ | ॐ गङ्गायै नमः। |
२९ | ॐ गौतम्यै नमः। |
३० | ॐ गरुडासनायै नमः। |
३१ | ॐ गेयगानप्रियायै नमः। |
३२ | ॐ गौर्यै नमः। |
३३ | ॐ गोविन्दपद पूजितायै नमः। |
३४ | ॐ गन्धर्व नगराकारायै नमः। |
३५ | ॐ गौरवर्णायै नमः। |
३६ | ॐ गणेश्वर्यै नमः। |
३७ | ॐ गुणाश्रयायै नमः। |
३८ | ॐ गुणवत्यै नमः। |
३९ | ॐ गह्वर्यै नमः। |
४० | ॐ गणपूजितायै नमः। |
४१ | ॐ गुणत्रय समायुक्तायै नमः। |
४२ | ॐ गुणत्रय विवर्जितायै नमः। |
४३ | ॐ गुहावासायै नमः। |
४४ | ॐ गुणाधारायै नमः। |
४५ | ॐ गुह्यायै नमः। |
४६ | ॐ गन्धर्वरूपिण्यै नमः। |
४७ | ॐ गार्ग्य प्रियायै नमः। |
४८ | ॐ गुरुपदायै नमः। |
४९ | ॐ गुह्यलिङ्गाङ्ग धारिन्यै नमः। |
५० | ॐ सावित्र्यै नमः। |
५१ | ॐ सूर्यतनयायै नमः। |
५२ | ॐ सुषुम्नाडि भेदिन्यै नमः। |
५३ | ॐ सुप्रकाशायै नमः। |
५४ | ॐ सुखासीनायै नमः। |
५५ | ॐ सुमत्यै नमः। |
५६ | ॐ सुरपूजितायै नमः। |
५७ | ॐ सुषुप्त व्यवस्थायै नमः। |
५८ | ॐ सुदत्यै नमः। |
५९ | ॐ सुन्दर्यै नमः। |
६० | ॐ सागराम्बरायै नमः। |
६१ | ॐ सुधांशुबिम्बवदनायै नमः। |
६२ | ॐ सुस्तन्यै नमः। |
६३ | ॐ सुविलोचनायै नमः। |
६४ | ॐ सीतायै नमः। |
६५ | ॐ सर्वाश्रयायै नमः। |
६६ | ॐ सन्ध्यायै नमः। |
६७ | ॐ सुफलायै नमः। |
६८ | ॐ सुखदायिन्यै नमः। |
६९ | ॐ सुभ्रुवे नमः। |
७० | ॐ सुवासायै नमः। |
७१ | ॐ सुश्रोण्यै नमः। |
७२ | ॐ संसारार्णवतारिण्यै नमः। |
७३ | ॐ सामगान प्रियायै नमः। |
७४ | ॐ साध्व्यै नमः। |
७५ | ॐ सर्वाभरणपूजितायै नमः। |
७६ | ॐ वैष्णव्यै नमः। |
७७ | ॐ विमलाकारायै नमः। |
७८ | ॐ महेन्द्र्यै नमः। |
७९ | ॐ मन्त्ररूपिण्यै नमः। |
८० | ॐ महालक्ष्म्यै नमः। |
८१ | ॐ महासिद्ध्यै नमः। |
८२ | ॐ महामायायै नमः। |
८३ | ॐ महेश्वर्यै नमः। |
८४ | ॐ मोहिन्यै नमः। |
८५ | ॐ मधुसूदन चोदितायै नमः। |
८६ | ॐ मीनाक्ष्यै नमः। |
८७ | ॐ मधुरावासायै नमः। |
८८ | ॐ नागेन्द्र तनयायै नमः। |
८९ | ॐ उमायै नमः। |
९० | ॐ त्रिविक्रम पदाक्रान्तायै नमः। |
९१ | ॐ त्रिस्वर्गायै नमः। |
९२ | ॐ त्रिलोचनायै नमः। |
९३ | ॐ सूर्यमण्डल मध्यस्थायै नमः। |
९४ | ॐ चन्द्रमण्डल संस्थितायै नमः। |
९५ | ॐ वह्निमण्डल मध्यस्थायै नमः। |
९६ | ॐ वायुमण्डल संस्थितायै नमः। |
९७ | ॐ व्योममण्डल मध्यस्थायै नमः। |
९८ | ॐ चक्रिण्यै नमः। |
९९ | ॐ चक्र रूपिण्यै नमः। |
१०० | ॐ कालचक्र वितानस्थायै नमः। |
१०१ | ॐ चन्द्रमण्डल दर्पणायै नमः। |
१०२ | ॐ ज्योत्स्नातपानुलिप्ताङ्ग्यै नमः। |
१०३ | ॐ महामारुत वीजितायै नमः। |
१०४ | ॐ सर्वमन्त्राश्रयायै नमः। |
१०५ | ॐ धेनवे नमः। |
१०६ | ॐ पापघ्न्यै नमः। |
१०७ | ॐ परमेश्वर्यै नमः। |
॥ इति श्री गायत्री अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री लक्ष्मी अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Lakshmi Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ प्रकृत्यै नमः। |
२ | ॐ विकृत्यै नमः। |
३ | ॐ विद्यायै नमः। |
४ | ॐ सर्वभूतहितप्रदायै नमः। |
५ | ॐ श्रद्धायै नमः। |
६ | ॐ विभूत्यै नमः। |
७ | ॐ सुरभ्यै नमः। |
८ | ॐ परमात्मिकायै नमः। |
९ | ॐ वाचे नमः। |
१० | ॐ पद्मालयायै नमः। |
११ | ॐ पद्मायै नमः। |
१२ | ॐ शुचये नमः। |
१३ | ॐ स्वाहायै नमः। |
१४ | ॐ स्वधायै नमः। |
१५ | ॐ सुधायै नमः। |
१६ | ॐ धन्यायै नमः। |
१७ | ॐ हिरण्मय्यै नमः। |
१८ | ॐ लक्ष्म्यै नमः। |
१९ | ॐ नित्यपुष्टायै नमः। |
२० | ॐ विभावर्यै नमः। |
२१ | ॐ अदित्यै नमः। |
२२ | ॐ दित्ये नमः। |
२३ | ॐ दीपायै नमः। |
२४ | ॐ वसुधायै नमः। |
२५ | ॐ वसुधारिण्यै नमः। |
२६ | ॐ कमलायै नमः। |
२७ | ॐ कान्तायै नमः। |
२८ | ॐ कामाक्ष्यै नमः। |
२९ | ॐ क्ष्रीरोधसंभवाम् नमः। |
३० | ॐ क्रोधसंभवायै नमः। |
३१ | ॐ अनुग्रहप्रदायै नमः। |
३२ | ॐ बुद्धये नमः। |
३३ | ॐ अनघायै नमः। |
३४ | ॐ हरिवल्लभायै नमः। |
३५ | ॐ अशोकायै नमः। |
३६ | ॐ अमृतायै नमः। |
३७ | ॐ दीप्तायै नमः। |
३८ | ॐ लोकशोकविनाशिन्यै नमः। |
३९ | ॐ धर्मनिलयायै नमः। |
४० | ॐ करुणायै नमः। |
४१ | ॐ लोकमात्रे नमः। |
४२ | ॐ पद्मप्रियायै नमः। |
४३ | ॐ पद्महस्तायै नमः। |
४४ | ॐ पद्माक्ष्यै नमः। |
४५ | ॐ पद्मसुन्दर्यै नमः। |
४६ | ॐ पद्मोद्भवायै नमः। |
४७ | ॐ पद्ममुख्यै नमः। |
४८ | ॐ पद्मनाभप्रियायै नमः। |
४९ | ॐ रमायै नमः। |
५० | ॐ पद्ममालाधरायै नमः। |
५१ | ॐ देव्यै नमः। |
५२ | ॐ पद्मिन्यै नमः। |
५३ | ॐ पद्मगन्धिन्यै नमः। |
५४ | ॐ पुण्यगन्धायै नमः। |
५५ | ॐ सुप्रसन्नायै नमः। |
५६ | ॐ प्रसादाभिमुख्यै नमः। |
५७ | ॐ प्रभायै नमः। |
५८ | ॐ चन्द्रवदनायै नमः। |
५९ | ॐ चन्द्रायै नमः। |
६० | ॐ चन्द्रसहोदर्यै नमः। |
६१ | ॐ चतुर्भुजायै नमः। |
६२ | ॐ चन्द्ररूपायै नमः। |
६३ | ॐ इन्दिरायै नमः। |
६४ | ॐ इन्दुशीतलायै नमः। |
६५ | ॐ आह्लादजनन्यै नमः। |
६६ | ॐ पुष्टयै नमः। |
६७ | ॐ शिवायै नमः। |
६८ | ॐ शिवकर्यै नमः। |
६९ | ॐ सत्यै नमः। |
७० | ॐ विमलायै नमः। |
७१ | ॐ विश्वजनन्यै नमः। |
७२ | ॐ तुष्टयै नमः। |
७३ | ॐ दारिद्र्यनाशिन्यै नमः। |
७४ | ॐ प्रीतिपुष्करिण्यै नमः। |
७५ | ॐ शान्तायै नमः। |
७६ | ॐ शुक्लमाल्यांबरायै नमः। |
७७ | ॐ श्रियै नमः। |
७८ | ॐ भास्कर्यै नमः। |
७९ | ॐ बिल्वनिलयायै नमः। |
८० | ॐ वरारोहायै नमः। |
८१ | ॐ यशस्विन्यै नमः। |
८२ | ॐ वसुन्धरायै नमः। |
८३ | ॐ उदारांगायै नमः। |
८४ | ॐ हरिण्यै नमः। |
८५ | ॐ हेममालिन्यै नमः। |
८६ | ॐ धनधान्यकर्ये नमः। |
८७ | ॐ सिद्धये नमः। |
८८ | ॐ स्त्रैणसौम्यायै नमः। |
८९ | ॐ शुभप्रदाये नमः। |
९० | ॐ नृपवेश्मगतानन्दायै नमः। |
९१ | ॐ वरलक्ष्म्यै नमः। |
९२ | ॐ वसुप्रदायै नमः। |
९३ | ॐ शुभायै नमः। |
९४ | ॐ हिरण्यप्राकारायै नमः। |
९५ | ॐ समुद्रतनयायै नमः। |
९६ | ॐ जयायै नमः। |
९७ | ॐ मंगळा देव्यै नमः। |
९८ | ॐ विष्णुवक्षस्स्थलस्थितायै नमः। |
९९ | ॐ विष्णुपत्न्यै नमः। |
१०० | ॐ प्रसन्नाक्ष्यै नमः। |
१०१ | ॐ नारायणसमाश्रितायै नमः। |
१०२ | ॐ दारिद्र्यध्वंसिन्यै नमः। |
१०३ | ॐ देव्यै नमः। |
१०४ | ॐ सर्वोपद्रव वारिण्यै नमः। |
१०५ | ॐ नवदुर्गायै नमः। |
१०६ | ॐ महाकाल्यै नमः। |
१०७ | ॐ ब्रह्माविष्णुशिवात्मिकायै नमः। |
१०८ | ॐ त्रिकालज्ञानसंपन्नायै नमः। |
१०९ | ॐ भुवनेश्वर्यै नमः। |
॥ इति श्री लक्ष्मी अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री अदि लक्ष्मी अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Adi Lakshmi Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ श्रीं आदिलक्ष्म्यै नमः। |
२ | ॐ श्रीं अकारायै नमः। |
३ | ॐ श्रीं अव्ययायै नमः। |
४ | ॐ श्रीं अच्युतायै नमः। |
५ | ॐ श्रीं आनन्दायै नमः। |
६ | ॐ श्रीं अर्चितायै नमः। |
७ | ॐ श्रीं अनुग्रहायै नमः। |
८ | ॐ श्रीं अमृतायै नमः। |
९ | ॐ श्रीं अनन्तायै नमः। |
१० | ॐ श्रीं इष्टप्राप्त्यै नमः। |
११ | ॐ श्रीं ईश्वर्यै नमः। |
१२ | ॐ श्रीं कर्त्र्यै नमः। |
१३ | ॐ श्रीं कान्तायै नमः। |
१४ | ॐ श्रीं कलायै नमः। |
१५ | ॐ श्रीं कल्याण्यै नमः। |
१६ | ॐ श्रीं कपर्दिने नमः। |
१७ | ॐ श्रीं कमलायै नमः। |
१८ | ॐ श्रीं कान्तिवर्धिन्यै नमः। |
१९ | ॐ श्रीं कुमार्यै नमः। |
२० | ॐ श्रीं कामाक्ष्यै नमः। |
२१ | ॐ श्रीं कीर्तिलक्ष्म्यै नमः। |
२२ | ॐ श्रीं गन्धिन्यै नमः। |
२३ | ॐ श्रीं गजारूढायै नमः। |
२४ | ॐ श्रीं गम्भीरवदनायै नमः। |
२५ | ॐ श्रीं चक्रहासिन्यै नमः। |
२६ | ॐ श्रीं चक्रायै नमः। |
२७ | ॐ श्रीं ज्योतिलक्ष्म्यै नमः। |
२८ | ॐ श्रीं जयलक्ष्म्यै नमः। |
२९ | ॐ श्रीं ज्येष्ठायै नमः। |
३० | ॐ श्रीं जगज्जनन्यै नमः। |
३१ | ॐ श्रीं जागृतायै नमः। |
३२ | ॐ श्रीं त्रिगुणायै नमः। |
३३ | ॐ श्रीं त्र्यैलोक्यमोहिन्यै नमः। |
३४ | ॐ श्रीं त्र्यैलोक्यपूजितायै नमः। |
३५ | ॐ श्रीं नानारूपिण्यै नमः। |
३६ | ॐ श्रीं निखिलायै नमः। |
३७ | ॐ श्रीं नारायण्यै नमः। |
३८ | ॐ श्रीं पद्माक्ष्यै नमः। |
३९ | ॐ श्रीं परमायै नमः। |
४० | ॐ श्रीं प्राणायै नमः। |
४१ | ॐ श्रीं प्रधानायै नमः। |
४२ | ॐ श्रीं प्राणशक्त्यै नमः। |
४३ | ॐ श्रीं ब्रह्माण्यै नमः। |
४४ | ॐ श्रीं भाग्यलक्ष्म्यै नमः। |
४५ | ॐ श्रीं भूदेव्यै नमः। |
४६ | ॐ श्रीं बहुरूपायै नमः। |
४७ | ॐ श्रीं भद्रकाल्यै नमः। |
४८ | ॐ श्रीं भीमायै नमः। |
४९ | ॐ श्रीं भैरव्यै नमः। |
५० | ॐ श्रीं भोगलक्ष्म्यै नमः। |
५१ | ॐ श्रीं भूलक्ष्म्यै नमः। |
५२ | ॐ श्रीं महाश्रियै नमः। |
५३ | ॐ श्रीं माधव्यै नमः। |
५४ | ॐ श्रीं मात्रे नमः। |
५५ | ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः। |
५६ | ॐ श्रीं महावीरायै नमः। |
५७ | ॐ श्रीं महाशक्त्यै नमः। |
५८ | ॐ श्रीं मालाश्रियै नमः। |
५९ | ॐ श्रीं राज्ञ्यै नमः। |
६० | ॐ श्रीं रमायै नमः। |
६१ | ॐ श्रीं राज्यलक्ष्म्यै नमः। |
६२ | ॐ श्रीं रमणीयायै नमः। |
६३ | ॐ श्रीं लक्ष्म्यै नमः। |
६४ | ॐ श्रीं लाक्षितायै नमः। |
६५ | ॐ श्रीं लेखिन्यै नमः। |
६६ | ॐ श्रीं विजयलक्ष्म्यै नमः। |
६७ | ॐ श्रीं विश्वरूपिण्यै नमः। |
६८ | ॐ श्रीं विश्वाश्रयायै नमः। |
६९ | ॐ श्रीं विशालाक्ष्यै नमः। |
७० | ॐ श्रीं व्यापिन्यै नमः। |
७१ | ॐ श्रीं वेदिन्यै नमः। |
७२ | ॐ श्रीं वारिधये नमः। |
७३ | ॐ श्रीं व्याघ्र्यै नमः। |
७४ | ॐ श्रीं वाराह्यै नमः। |
७५ | ॐ श्रीं वैनायक्यै नमः। |
७६ | ॐ श्रीं वरारोहायै नमः। |
७७ | ॐ श्रीं वैशारद्यै नमः। |
७८ | ॐ श्रीं शुभायै नमः। |
७९ | ॐ श्रीं शाकम्भर्यै नमः। |
८० | ॐ श्रीं श्रीकान्तायै नमः। |
८१ | ॐ श्रीं कालायै नमः। |
८२ | ॐ श्रीं शरण्यै नमः। |
८३ | ॐ श्रीं श्रुतये नमः। |
८४ | ॐ श्रीं स्वप्नदुर्गायै नमः। |
८५ | ॐ श्रीं सुर्यचन्द्राग्निनेत्रत्रयायै नमः। |
८६ | ॐ श्रीं सिम्हगायै नमः। |
८७ | ॐ श्रीं सर्वदीपिकायै नमः। |
८८ | ॐ श्रीं स्थिरायै नमः। |
८९ | ॐ श्रीं सर्वसम्पत्तिरूपिण्यै नमः। |
९० | ॐ श्रीं स्वामिन्यै नमः। |
९१ | ॐ श्रीं सितायै नमः। |
९२ | ॐ श्रीं सूक्ष्मायै नमः। |
९३ | ॐ श्रीं सर्वसम्पन्नायै नमः। |
९४ | ॐ श्रीं हंसिन्यै नमः। |
९५ | ॐ श्रीं हर्षप्रदायै नमः। |
९६ | ॐ श्रीं हंसगायै नमः। |
९७ | ॐ श्रीं हरिसूतायै नमः। |
९८ | ॐ श्रीं हर्षप्राधान्यै नमः। |
९९ | ॐ श्रीं हरित्पतये नमः। |
१०० | ॐ श्रीं सर्वज्ञानायै नमः। |
१०१ | ॐ श्रीं सर्वजनन्यै नमः। |
१०२ | ॐ श्रीं मुखफलप्रदायै नमः। |
१०३ | ॐ श्रीं महारूपायै नमः। |
१०४ | ॐ श्रीं श्रीकर्यै नमः। |
१०५ | ॐ श्रीं श्रेयसे नमः। |
१०६ | ॐ श्रीं श्रीचक्रमध्यगायै नमः। |
१०७ | ॐ श्रीं श्रीकारिण्यै नमः। |
१०८ | ॐ श्रीं क्षमायै नमः। |
॥ इति श्री अदि लक्ष्मी अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री संतान लक्ष्मी अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Santana Lakshmi Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं सन्तानलक्ष्म्यै नमः। |
२ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं असुरघ्न्यै नमः। |
३ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं अर्चितायै नमः। |
४ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं अमृतप्रसवे नमः। |
५ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं अकाररूपायै नमः। |
६ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं अयोध्यायै नमः। |
७ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं अश्विन्यै नमः। |
८ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं अमरवल्लभायै नमः। |
९ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं अखण्डितायुषे नमः। |
१० | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं इन्दुनिभाननायै नमः। |
११ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं इज्यायै नमः। |
१२ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं इन्द्रादिस्तुतायै नमः। |
१३ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं उत्तमायै नमः। |
१४ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं उत्कृष्टवर्णायै नमः। |
१५ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं उर्व्यै नमः। |
१६ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं कमलस्रग्धरायै नमः। |
१७ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं कामवरदायै नमः। |
१८ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं कमठाकृत्यै नमः। |
१९ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं काञ्चीकलापरम्यायै नमः। |
२० | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं कमलासनसम्स्तुतायै नमः। |
२१ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं कम्बीजायै नमः। |
२२ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं कौत्सवरदायै नमः। |
२३ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं कामरूपनिवासिन्यै नमः। |
२४ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं खड्गिन्यै नमः। |
२५ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं गुणरूपायै नमः। |
२६ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं गुणोद्धतायै नमः। |
२७ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं गोपालरूपिण्यै नमः। |
२८ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं गोप्त्र्यै नमः। |
२९ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं गहनायै नमः। |
३० | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं गोधनप्रदायै नमः। |
३१ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं चित्स्वरूपायै नमः। |
३२ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं चराचरायै नमः। |
३३ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं चित्रिण्यै नमः। |
३४ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं चित्रायै नमः। |
३५ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं गुरुतमायै नमः। |
३६ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं गम्यायै नमः। |
३७ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं गोदायै नमः। |
३८ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं गुरुसुतप्रदायै नमः। |
३९ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ताम्रपर्ण्यै नमः। |
४० | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं तीर्थमय्यै नमः। |
४१ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं तापस्यै नमः। |
४२ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं तापसप्रियायै नमः। |
४३ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं त्र्यैलोक्यपूजितायै नमः। |
४४ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं जनमोहिन्यै नमः। |
४५ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं जलमूर्त्यै नमः। |
४६ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं जगद्बीजायै नमः। |
४७ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं जनन्यै नमः। |
४८ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं जन्मनाशिन्यै नमः। |
४९ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं जगद्धात्र्यै नमः। |
५० | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं जितेन्द्रियायै नमः। |
५१ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ज्योतिर्जायायै नमः। |
५२ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं द्रौपद्यै नमः। |
५३ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं देवमात्रे नमः। |
५४ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं दुर्धर्षायै नमः। |
५५ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं दीधितिप्रदायै नमः। |
५६ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं दशाननहरायै नमः। |
५७ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं डोलायै नमः। |
५८ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं द्युत्यै नमः। |
५९ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं दीप्तायै नमः। |
६० | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं नुत्यै नमः। |
६१ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं निषुम्भघ्न्यै नमः। |
६२ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं नर्मदायै नमः। |
६३ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं नक्षत्राख्यायै नमः। |
६४ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं नन्दिन्यै नमः। |
६५ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं पद्मिन्यै नमः। |
६६ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं पद्मकोशाक्ष्यै नमः। |
६७ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं पुण्डलीकवरप्रदायै नमः। |
६८ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं पुराणपरमायै नमः। |
६९ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं प्रीत्यै नमः। |
७० | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं भालनेत्रायै नमः। |
७१ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं भैरव्यै नमः। |
७२ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं भूतिदायै नमः। |
७३ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं भ्रामर्यै नमः। |
७४ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं भ्रमायै नमः। |
७५ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं भूर्भुवस्वः स्वरूपिण्यै नमः। |
७६ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं मायायै नमः। |
७७ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं मृगाक्ष्यै नमः। |
७८ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं मोहहन्त्र्यै नमः। |
७९ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं मनस्विन्यै नमः। |
८० | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं महेप्सितप्रदायै नमः। |
८१ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं मात्रमदहृतायै नमः। |
८२ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं मदिरेक्षणायै नमः। |
८३ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं युद्धज्ञायै नमः। |
८४ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं यदुवंशजायै नमः। |
८५ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं यादवार्तिहरायै नमः। |
८६ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं युक्तायै नमः। |
८७ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं यक्षिण्यै नमः। |
८८ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं यवनार्दिन्यै नमः। |
८९ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं लक्ष्म्यै नमः। |
९० | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं लावण्यरूपायै नमः। |
९१ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ललितायै नमः। |
९२ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं लोललोचनायै नमः। |
९३ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं लीलावत्यै नमः। |
९४ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं लक्षरूपायै नमः। |
९५ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं विमलायै नमः। |
९६ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं वसवे नमः। |
९७ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं व्यालरूपायै नमः। |
९८ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं वैद्यविद्यायै नमः। |
९९ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं वासिष्ठ्यै नमः। |
१०० | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं वीर्यदायिन्यै नमः। |
१०१ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं शबलायै नमः। |
१०२ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं शान्तायै नमः। |
१०३ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं शक्तायै नमः। |
१०४ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं शोकविनाशिन्यै नमः। |
१०५ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं शत्रुमार्यै नमः। |
१०६ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं शत्रुरूपायै नमः। |
१०७ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं सरस्वत्यै नमः। |
१०८ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं सुश्रोण्यै नमः। |
१०९ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं सुमुख्यै नमः। |
११० | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं हावभूम्यै नमः। |
१११ | ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं हास्यप्रियायै नमः। |
॥ इति श्री संतान लक्ष्मी अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री विजय लक्ष्मी अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Vijaya Lakshmi Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ क्लीं ॐ विजयलक्ष्म्यै नमः। |
२ | ॐ क्लीं ॐ अम्बिकायै नमः। |
३ | ॐ क्लीं ॐ अम्बालिकायै नमः। |
४ | ॐ क्लीं ॐ अम्बुधिशयनायै नमः। |
५ | ॐ क्लीं ॐ अम्बुधये नमः। |
६ | ॐ क्लीं ॐ अन्तकघ्न्यै नमः। |
७ | ॐ क्लीं ॐ अन्तकर्त्र्यै नमः। |
८ | ॐ क्लीं ॐ अन्तिमायै नमः। |
९ | ॐ क्लीं ॐ अन्तकरूपिण्यै नमः। |
१० | ॐ क्लीं ॐ ईड्यायै नमः। |
११ | ॐ क्लीं ॐ इभास्यनुतायै नमः। |
१२ | ॐ क्लीं ॐ ईशानप्रियायै नमः। |
१३ | ॐ क्लीं ॐ ऊत्यै नमः। |
१४ | ॐ क्लीं ॐ उद्यद्भानुकोटिप्रभायै नमः। |
१५ | ॐ क्लीं ॐ उदाराङ्गायै नमः। |
१६ | ॐ क्लीं ॐ केलिपरायै नमः। |
१७ | ॐ क्लीं ॐ कलहायै नमः। |
१८ | ॐ क्लीं ॐ कान्तलोचनायै नमः। |
१९ | ॐ क्लीं ॐ काञ्च्यै नमः। |
२० | ॐ क्लीं ॐ कनकधारायै नमः। |
२१ | ॐ क्लीं ॐ कल्यै नमः। |
२२ | ॐ क्लीं ॐ कनककुण्डलायै नमः। |
२३ | ॐ क्लीं ॐ खड्गहस्तायै नमः। |
२४ | ॐ क्लीं ॐ खट्वाङ्गवरधारिण्यै नमः। |
२५ | ॐ क्लीं ॐ खेटहस्तायै नमः। |
२६ | ॐ क्लीं ॐ गन्धप्रियायै नमः। |
२७ | ॐ क्लीं ॐ गोपसख्यै नमः। |
२८ | ॐ क्लीं ॐ गारुड्यै नमः। |
२९ | ॐ क्लीं ॐ गत्यै नमः। |
३० | ॐ क्लीं ॐ गोहितायै नमः। |
३१ | ॐ क्लीं ॐ गोप्यायै नमः। |
३२ | ॐ क्लीं ॐ चिदात्मिकायै नमः। |
३३ | ॐ क्लीं ॐ चतुर्वर्गफलप्रदायै नमः। |
३४ | ॐ क्लीं ॐ चतुराकृत्यै नमः। |
३५ | ॐ क्लीं ॐ चकोराक्ष्यै नमः। |
३६ | ॐ क्लीं ॐ चारुहासायै नमः। |
३७ | ॐ क्लीं ॐ गोवर्धनधरायै नमः। |
३८ | ॐ क्लीं ॐ गुर्व्यै नमः। |
३९ | ॐ क्लीं ॐ गोकुलाभयदायिन्यै नमः। |
४० | ॐ क्लीं ॐ तपोयुक्तायै नमः। |
४१ | ॐ क्लीं ॐ तपस्विकुलवन्दितायै नमः। |
४२ | ॐ क्लीं ॐ तापहारिण्यै नमः। |
४३ | ॐ क्लीं ॐ तार्क्षमात्रे नमः। |
४४ | ॐ क्लीं ॐ जयायै नमः। |
४५ | ॐ क्लीं ॐ जप्यायै नमः। |
४६ | ॐ क्लीं ॐ जरायवे नमः। |
४७ | ॐ क्लीं ॐ जवनायै नमः। |
४८ | ॐ क्लीं ॐ जनन्यै नमः। |
४९ | ॐ क्लीं ॐ जाम्बूनदविभूषायै नमः। |
५० | ॐ क्लीं ॐ दयानिध्यै नमः। |
५१ | ॐ क्लीं ॐ ज्वालायै नमः। |
५२ | ॐ क्लीं ॐ जम्भवधोद्यतायै नमः। |
५३ | ॐ क्लीं ॐ दुःखहन्त्र्यै नमः। |
५४ | ॐ क्लीं ॐ दान्तायै नमः। |
५५ | ॐ क्लीं ॐ द्रुतेष्टदायै नमः। |
५६ | ॐ क्लीं ॐ दात्र्यै नमः। |
५७ | ॐ क्लीं ॐ दीनर्तिशमनायै नमः। |
५८ | ॐ क्लीं ॐ नीलायै नमः। |
५९ | ॐ क्लीं ॐ नागेन्द्रपूजितायै नमः। |
६० | ॐ क्लीं ॐ नारसिम्ह्यै नमः। |
६१ | ॐ क्लीं ॐ नन्दिनन्दायै नमः। |
६२ | ॐ क्लीं ॐ नन्द्यावर्तप्रियायै नमः। |
६३ | ॐ क्लीं ॐ निधये नमः। |
६४ | ॐ क्लीं ॐ परमानन्दायै नमः। |
६५ | ॐ क्लीं ॐ पद्महस्तायै नमः। |
६६ | ॐ क्लीं ॐ पिकस्वरायै नमः। |
६७ | ॐ क्लीं ॐ पुरुषार्थप्रदायै नमः। |
६८ | ॐ क्लीं ॐ प्रौढायै नमः। |
६९ | ॐ क्लीं ॐ प्राप्त्यै नमः। |
७० | ॐ क्लीं ॐ बलिसम्स्तुतायै नमः। |
७१ | ॐ क्लीं ॐ बालेन्दुशेखरायै नमः। |
७२ | ॐ क्लीं ॐ बन्द्यै नमः। |
७३ | ॐ क्लीं ॐ बालग्रहविनाशन्यै नमः। |
७४ | ॐ क्लीं ॐ ब्राह्म्यै नमः। |
७५ | ॐ क्लीं ॐ बृहत्तमायै नमः। |
७६ | ॐ क्लीं ॐ बाणायै नमः। |
७७ | ॐ क्लीं ॐ ब्राह्मण्यै नमः। |
७८ | ॐ क्लीं ॐ मधुस्रवायै नमः। |
७९ | ॐ क्लीं ॐ मत्यै नमः। |
८० | ॐ क्लीं ॐ मेधायै नमः। |
८१ | ॐ क्लीं ॐ मनीषायै नमः। |
८२ | ॐ क्लीं ॐ मृत्युमारिकायै नमः। |
८३ | ॐ क्लीं ॐ मृगत्वचे नमः। |
८४ | ॐ क्लीं ॐ योगिजनप्रियायै नमः। |
८५ | ॐ क्लीं ॐ योगाङ्गध्यानशीलायै नमः। |
८६ | ॐ क्लीं ॐ यज्ञभुवे नमः। |
८७ | ॐ क्लीं ॐ यज्ञवर्धिन्यै नमः। |
८८ | ॐ क्लीं ॐ राकायै नमः। |
८९ | ॐ क्लीं ॐ राकेन्दुवदनायै नमः। |
९० | ॐ क्लीं ॐ रम्यायै नमः। |
९१ | ॐ क्लीं ॐ रणितनूपुरायै नमः। |
९२ | ॐ क्लीं ॐ रक्षोघ्न्यै नमः। |
९३ | ॐ क्लीं ॐ रतिदात्र्यै नमः। |
९४ | ॐ क्लीं ॐ लतायै नमः। |
९५ | ॐ क्लीं ॐ लीलायै नमः। |
९६ | ॐ क्लीं ॐ लीलानरवपुषे नमः। |
९७ | ॐ क्लीं ॐ लोलायै नमः। |
९८ | ॐ क्लीं ॐ वरेण्यायै नमः। |
९९ | ॐ क्लीं ॐ वसुधायै नमः। |
१०० | ॐ क्लीं ॐ वीरायै नमः। |
१०१ | ॐ क्लीं ॐ वरिष्ठायै नमः। |
१०२ | ॐ क्लीं ॐ शातकुम्भमय्यै नमः। |
१०३ | ॐ क्लीं ॐ शक्त्यै नमः। |
१०४ | ॐ क्लीं ॐ श्यामायै नमः। |
१०५ | ॐ क्लीं ॐ शीलवत्यै नमः। |
१०६ | ॐ क्लीं ॐ शिवायै नमः। |
१०७ | ॐ क्लीं ॐ होरायै नमः। |
१०८ | ॐ क्लीं ॐ हयगायै नमः। |
॥ इति श्री विजय लक्ष्मी अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री धान्य लक्ष्मी अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Dhanya Lakshmi Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ श्रीं क्लीं धान्यलक्ष्म्यै नमः। |
२ | ॐ श्रीं क्लीं आनन्दाकृत्यै नमः। |
३ | ॐ श्रीं क्लीं अनिन्दितायै नमः। |
४ | ॐ श्रीं क्लीं आद्यायै नमः। |
५ | ॐ श्रीं क्लीं आचार्यायैइ नमः। |
६ | ॐ श्रीं क्लीं अभयायै नमः। |
७ | ॐ श्रीं क्लीं अशक्यायै नमः। |
८ | ॐ श्रीं क्लीं अजयायै नमः। |
९ | ॐ श्रीं क्लीं अजेयायै नमः। |
१० | ॐ श्रीं क्लीं अमलायै नमः। |
११ | ॐ श्रीं क्लीं अमृतायै नमः। |
१२ | ॐ श्रीं क्लीं अमरायै नमः। |
१३ | ॐ श्रीं क्लीं इन्द्राणीवरदायै नमः। |
१४ | ॐ श्रीं क्लीं इन्दीवरेश्वर्यै नमः। |
१५ | ॐ श्रीं क्लीं उरगेन्द्रशयनायै नमः। |
१६ | ॐ श्रीं क्लीं उत्केल्यै नमः। |
१७ | ॐ श्रीं क्लीं काश्मीरवासिन्यै नमः। |
१८ | ॐ श्रीं क्लीं कादम्बर्यै नमः। |
१९ | ॐ श्रीं क्लीं कलरवायै नमः। |
२० | ॐ श्रीं क्लीं कुचमन्डलमन्डितायै नमः। |
२१ | ॐ श्रीं क्लीं कौशिक्यै नमः। |
२२ | ॐ श्रीं क्लीं कृतमालायै नमः। |
२३ | ॐ श्रीं क्लीं कौशाम्ब्यै नमः। |
२४ | ॐ श्रीं क्लीं कोशवर्धिन्यै नमः। |
२५ | ॐ श्रीं क्लीं खड्गधरायै नमः। |
२६ | ॐ श्रीं क्लीं खनये नमः। |
२७ | ॐ श्रीं क्लीं खस्थायै नमः। |
२८ | ॐ श्रीं क्लीं गीतायै नमः। |
२९ | ॐ श्रीं क्लीं गीतप्रियायै नमः। |
३० | ॐ श्रीं क्लीं गीत्यै नमः। |
३१ | ॐ श्रीं क्लीं गायत्र्यै नमः। |
३२ | ॐ श्रीं क्लीं गौतम्यै नमः। |
३३ | ॐ श्रीं क्लीं चित्राभरणभूषितायै नमः। |
३४ | ॐ श्रीं क्लीं चाणूर्मदिन्यै नमः। |
३५ | ॐ श्रीं क्लीं चण्डायै नमः। |
३६ | ॐ श्रीं क्लीं चण्डहन्त्र्यै नमः। |
३७ | ॐ श्रीं क्लीं चण्डिकायै नमः। |
३८ | ॐ श्रीं क्लीं गण्डक्यै नमः। |
३९ | ॐ श्रीं क्लीं गोमत्यै नमः। |
४० | ॐ श्रीं क्लीं गाथायै नमः। |
४१ | ॐ श्रीं क्लीं तमोहन्त्र्यै नमः। |
४२ | ॐ श्रीं क्लीं त्रिशक्तिधृते नमः। |
४३ | ॐ श्रीं क्लीं तपस्विन्यै नमः। |
४४ | ॐ श्रीं क्लीं जातवत्सलायै नमः। |
४५ | ॐ श्रीं क्लीं जगत्यै नमः। |
४६ | ॐ श्रीं क्लीं जंगमायै नमः। |
४७ | ॐ श्रीं क्लीं ज्येष्ठायै नमः। |
४८ | ॐ श्रीं क्लीं जन्मदायै नमः। |
४९ | ॐ श्रीं क्लीं ज्वलितद्युत्यै नमः। |
५० | ॐ श्रीं क्लीं जगज्जीवायै नमः। |
५१ | ॐ श्रीं क्लीं जगद्वन्द्यायै नमः। |
५२ | ॐ श्रीं क्लीं धर्मिष्ठायै नमः। |
५३ | ॐ श्रीं क्लीं धर्मफलदायै नमः। |
५४ | ॐ श्रीं क्लीं ध्यानगम्यायै नमः। |
५५ | ॐ श्रीं क्लीं धारणायै नमः। |
५६ | ॐ श्रीं क्लीं धरण्यै नमः। |
५७ | ॐ श्रीं क्लीं धवलायै नमः। |
५८ | ॐ श्रीं क्लीं धर्माधारायै नमः। |
५९ | ॐ श्रीं क्लीं धनायै नमः। |
६० | ॐ श्रीं क्लीं धारायै नमः। |
६१ | ॐ श्रीं क्लीं धनुर्धर्यै नमः। |
६२ | ॐ श्रीं क्लीं नाभसायै नमः। |
६३ | ॐ श्रीं क्लीं नासायै नमः। |
६४ | ॐ श्रीं क्लीं नूतनाङ्गायै नमः। |
६५ | ॐ श्रीं क्लीं नरकघ्न्यै नमः। |
६६ | ॐ श्रीं क्लीं नुत्यै नमः। |
६७ | ॐ श्रीं क्लीं नागपाशधरायै नमः। |
६८ | ॐ श्रीं क्लीं नित्यायै नमः। |
६९ | ॐ श्रीं क्लीं पर्वतनन्दिन्यै नमः। |
७० | ॐ श्रीं क्लीं पतिव्रतायै नमः। |
७१ | ॐ श्रीं क्लीं पतिमय्यै नमः। |
७२ | ॐ श्रीं क्लीं प्रियायै नमः। |
७३ | ॐ श्रीं क्लीं प्रीतिमन्जर्यै नमः। |
७४ | ॐ श्रीं क्लीं पातालवासिन्यै नमः। |
७५ | ॐ श्रीं क्लीं पूर्त्यै नमः। |
७६ | ॐ श्रीं क्लीं पाञ्चाल्यै नमः। |
७७ | ॐ श्रीं क्लीं प्राणिनां प्रसवे नमः। |
७८ | ॐ श्रीं क्लीं पराशक्त्यै नमः। |
७९ | ॐ श्रीं क्लीं बलिमात्रे नमः। |
८० | ॐ श्रीं क्लीं बृहद्धाम्न्यै नमः। |
८१ | ॐ श्रीं क्लीं बादरायणसम्स्तुतायै नमः। |
८२ | ॐ श्रीं क्लीं भयघ्न्यै नमः। |
८३ | ॐ श्रीं क्लीं भीमरूपायै नमः। |
८४ | ॐ श्रीं क्लीं बिल्वायै नमः। |
८५ | ॐ श्रीं क्लीं भूतस्थायै नमः। |
८६ | ॐ श्रीं क्लीं मखायै नमः। |
८७ | ॐ श्रीं क्लीं मातामह्यै नमः। |
८८ | ॐ श्रीं क्लीं महामात्रे नमः। |
८९ | ॐ श्रीं क्लीं मध्यमायै नमः। |
९० | ॐ श्रीं क्लीं मानस्यै नमः। |
९१ | ॐ श्रीं क्लीं मनवे नमः। |
९२ | ॐ श्रीं क्लीं मेनकायै नमः। |
९३ | ॐ श्रीं क्लीं मुदायै नमः। |
९४ | ॐ श्रीं क्लीं यत्तत्पदनिबन्धिन्यै नमः। |
९५ | ॐ श्रीं क्लीं यशोदायै नमः। |
९६ | ॐ श्रीं क्लीं यादवायै नमः। |
९७ | ॐ श्रीं क्लीं यूत्यै नमः। |
९८ | ॐ श्रीं क्लीं रक्तदन्तिकायै नमः। |
९९ | ॐ श्रीं क्लीं रतिप्रियायै नमः। |
१०० | ॐ श्रीं क्लीं रतिकर्यै नमः। |
१०१ | ॐ श्रीं क्लीं रक्तकेश्यै नमः। |
१०२ | ॐ श्रीं क्लीं रणप्रियायै नमः। |
१०३ | ॐ श्रीं क्लीं लङ्कायै नमः। |
१०४ | ॐ श्रीं क्लीं लवणोदधये नमः। |
१०५ | ॐ श्रीं क्लीं लङ्केशहन्त्र्यै नमः। |
१०६ | ॐ श्रीं क्लीं लेखायै नमः। |
१०७ | ॐ श्रीं क्लीं वरप्रदायै नमः। |
१०८ | ॐ श्रीं क्लीं वामनायै नमः। |
१०९ | ॐ श्रीं क्लीं वैदिक्यै नमः। |
११० | ॐ श्रीं क्लीं विद्युते नमः। |
१११ | ॐ श्रीं क्लीं वारह्यै नमः। |
११२ | ॐ श्रीं क्लीं सुप्रभायै नमः। |
११३ | ॐ श्रीं क्लीं समिधे नमः। |
॥ इति श्री धान्य लक्ष्मी अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री धैर्य लक्ष्मी अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Dhairya Lakshmi Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं धैर्यलक्ष्म्यै नमः। |
२ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं अपूर्वायै नमः। |
३ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं अनाद्यायै नमः। |
४ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं अदिरीश्वर्यै नमः। |
५ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं अभीष्टायै नमः। |
६ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं आत्मरूपिण्यै नमः। |
७ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं अप्रमेयायै नमः। |
८ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं अरुणायै नमः। |
९ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं अलक्ष्यायै नमः। |
१० | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं अद्वैतायै नमः। |
११ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं आदिलक्ष्म्यै नमः। |
१२ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ईशानवरदायै नमः। |
१३ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं इन्दिरायै नमः। |
१४ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं उन्नताकारायै नमः। |
१५ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं उद्धटमदापहायै नमः। |
१६ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं क्रुद्धायै नमः। |
१७ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं कृशाङ्ग्यै नमः। |
१८ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं कायवर्जितायै नमः। |
१९ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं कामिन्यै नमः। |
२० | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं कुन्तहस्तायै नमः। |
२१ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं कुलविद्यायै नमः। |
२२ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं कौलिक्यै नमः। |
२३ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं काव्यशक्त्यै नमः। |
२४ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं कलात्मिकायै नमः। |
२५ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं खेचर्यै नमः। |
२६ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं खेटकामदायै नमः। |
२७ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं गोप्त्र्यै नमः। |
२८ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं गुणाढ्यायै नमः। |
२९ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं गवे नमः। |
३० | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं चन्द्रायै नमः। |
३१ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं चारवे नमः। |
३२ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं चन्द्रप्रभायै नमः। |
३३ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं चञ्चवे नमः। |
३४ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं चतुराश्रमपूजितायै नमः। |
३५ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं चित्यै नमः। |
३६ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं गोस्वरूपायै नमः। |
३७ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं गौतमाख्यमुनिस्तुतायै नमः। |
३८ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं गानप्रियायै नमः। |
३९ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं छद्मदैत्यविनाशिन्यै नमः। |
४० | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं जयायै नमः। |
४१ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं जयन्त्यै नमः। |
४२ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं जयदायै नमः। |
४३ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं जगत्त्रयहितैषिण्यै नमः। |
४४ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं जातरूपायै नमः। |
४५ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ज्योत्स्नायै नमः। |
४६ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं जनतायै नमः। |
४७ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं तारायै नमः। |
४८ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं त्रिपदायै नमः। |
४९ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं तोमरायै नमः। |
५० | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं तुष्ट्यै नमः। |
५१ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं धनुर्धरायै नमः। |
५२ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं धेनुकायै नमः। |
५३ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ध्वजिन्यै नमः। |
५४ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं धीरायै नमः। |
५५ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं धूलिध्वान्तहरायै नमः। |
५६ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ध्वनये नमः। |
५७ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ध्येयायै नमः। |
५८ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं धन्यायै नमः। |
५९ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं नौकायै नमः। |
६० | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं नीलमेघसमप्रभायै नमः। |
६१ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं नव्यायै नमः। |
६२ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं नीलाम्बरायै नमः। |
६३ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं नखज्वालायै नमः। |
६४ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं नलिन्यै नमः। |
६५ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं परात्मिकायै नमः। |
६६ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं परापवादसंहर्त्र्यै नमः। |
६७ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं पन्नगेन्द्रशयनायै नमः। |
६८ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं पतगेन्द्रकृतासनायै नमः। |
६९ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं पाकशासनायै नमः। |
७० | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं परशुप्रियायै नमः। |
७१ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं बलिप्रियायै नमः। |
७२ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं बलदायै नमः। |
७३ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं बालिकायै नमः। |
७४ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं बालायै नमः। |
७५ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं बदर्यै नमः। |
७६ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं बलशालिन्यै नमः। |
७७ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं बलभद्रप्रियायै नमः। |
७८ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं बुद्ध्यै नमः। |
७९ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं बाहुदायै नमः। |
८० | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं मुख्यायै नमः। |
८१ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं मोक्षदायै नमः। |
८२ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं मीनरूपिण्यै नमः। |
८३ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं यज्ञायै नमः। |
८४ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं यज्ञाङ्गायै नमः। |
८५ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं यज्ञकामदायै नमः। |
८६ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं यज्ञरूपायै नमः। |
८७ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं यज्ञकर्त्र्यै नमः। |
८८ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं रमण्यै नमः। |
८९ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं राममूर्त्यै नमः। |
९० | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं रागिण्यै नमः। |
९१ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं रागज्ञायै नमः। |
९२ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं रागवल्लभायै नमः। |
९३ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं रत्नगर्भायै नमः। |
९४ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं रत्नखन्यै नमः। |
९५ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं राक्षस्यै नमः। |
९६ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं लक्षणाढ्यायै नमः। |
९७ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं लोलार्कपरिपूजितायै नमः। |
९८ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं वेत्रवत्यै नमः। |
९९ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं विश्वेशायै नमः। |
१०० | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं वीरमात्रे नमः। |
१०१ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं वीरश्रियै नमः। |
१०२ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं वैष्णव्यै नमः। |
१०३ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं शुच्यै नमः। |
१०४ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रद्धायै नमः। |
१०५ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं शोणाक्ष्यै नमः। |
१०६ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं शेषवन्दितायै नमः। |
१०७ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं शताक्षयै नमः। |
१०८ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं हतदानवायै नमः। |
१०९ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं हयग्रीवतनवे नमः। |
॥ इति श्री धैर्य लक्ष्मी अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री विद्या लक्ष्मी अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Vidya Lakshmi Ashtottara Namavali ॥
१ | ऐं ॐ विद्यालक्ष्म्यै नमः। |
२ | ऐं ॐ वाग्देव्यै नमः। |
३ | ऐं ॐ परदेव्यै नमः। |
४ | ऐं ॐ निरवद्यायै नमः। |
५ | ऐं ॐ पुस्तकहस्तायै नमः। |
६ | ऐं ॐ ज्ञानमुद्रायै नमः। |
७ | ऐं ॐ श्रीविद्यायै नमः। |
८ | ऐं ॐ विद्यारूपायै नमः। |
९ | ऐं ॐ शास्त्रनिरूपिण्यै नमः। |
१० | ऐं ॐ त्रिकालज्ञानायै नमः। |
११ | ऐं ॐ सरस्वत्यै नमः। |
१२ | ऐं ॐ महाविद्यायै नमः। |
१३ | ऐं ॐ वाणिश्रियै नमः। |
१४ | ऐं ॐ यशस्विन्यै नमः। |
१५ | ऐं ॐ विजयायै नमः। |
१६ | ऐं ॐ अक्षरायै नमः। |
१७ | ऐं ॐ वर्णायै नमः। |
१८ | ऐं ॐ पराविद्यायै नमः। |
१९ | ऐं ॐ कवितायै नमः। |
२० | ऐं ॐ नित्यबुद्धायै नमः। |
२१ | ऐं ॐ निर्विकल्पायै नमः। |
२२ | ऐं ॐ निगमातीतायै नमः। |
२३ | ऐं ॐ निर्गुणरूपायै नमः। |
२४ | ऐं ॐ निष्कलरूपायै नमः। |
२५ | ऐं ॐ निर्मलायै नमः। |
२६ | ऐं ॐ निर्मलरूपायै नमः। |
२७ | ऐं ॐ निराकारायै नमः। |
२८ | ऐं ॐ निर्विकारायै नमः। |
२९ | ऐं ॐ नित्यशुद्धायै नमः। |
३० | ऐं ॐ बुद्ध्यै नमः। |
३१ | ऐं ॐ मुक्त्यै नमः। |
३२ | ऐं ॐ नित्यायै नमः। |
३३ | ऐं ॐ निरहङ्कारायै नमः। |
३४ | ऐं ॐ निरातङ्कायै नमः। |
३५ | ऐं ॐ निष्कलङ्कायै नमः। |
३६ | ऐं ॐ निष्कारिण्यै नमः। |
३७ | ऐं ॐ निखिलकारणायै नमः। |
३८ | ऐं ॐ निरीश्वरायै नमः। |
३९ | ऐं ॐ नित्यज्ञानायै नमः। |
४० | ऐं ॐ निखिलाण्डेश्वर्यै नमः। |
४१ | ऐं ॐ निखिलवेद्यायै नमः। |
४२ | ऐं ॐ गुणदेव्यै नमः। |
४३ | ऐं ॐ सुगुणदेव्यै नमः। |
४४ | ऐं ॐ सर्वसाक्षिण्यै नमः। |
४५ | ऐं ॐ सच्चिदानन्दायै नमः। |
४६ | ऐं ॐ सज्जनपूजितायै नमः। |
४७ | ऐं ॐ सकलदेव्यै नमः। |
४८ | ऐं ॐ मोहिन्यै नमः। |
४९ | ऐं ॐ मोहवर्जितायै नमः। |
५० | ऐं ॐ मोहनाशिन्यै नमः। |
५१ | ऐं ॐ शोकायै नमः। |
५२ | ऐं ॐ शोकनाशिन्यै नमः। |
५३ | ऐं ॐ कालायै नमः। |
५४ | ऐं ॐ कालातीतायै नमः। |
५५ | ऐं ॐ कालप्रतीतायै नमः। |
५६ | ऐं ॐ अखिलायै नमः। |
५७ | ऐं ॐ अखिलनिदानायै नमः। |
५८ | ऐं ॐ अजरामरायै नमः। |
५९ | ऐं ॐ अजहितकारिण्यै नमः। |
६० | ऐं ॐ त्रिग़ुणायै नमः। |
६१ | ऐं ॐ त्रिमूर्त्यै नमः। |
६२ | ऐं ॐ भेदविहीनायै नमः। |
६३ | ऐं ॐ भेदकारणायै नमः। |
६४ | ऐं ॐ शब्दायै नमः। |
६५ | ऐं ॐ शब्दभण्डारायै नमः। |
६६ | ऐं ॐ शब्दकारिण्यै नमः। |
६७ | ऐं ॐ स्पर्शायै नमः। |
६८ | ऐं ॐ स्पर्शविहीनायै नमः। |
६९ | ऐं ॐ रूपायै नमः। |
७० | ऐं ॐ रूपविहीनायै नमः। |
७१ | ऐं ॐ रूपकारणायै नमः। |
७२ | ऐं ॐ रसगन्धिन्यै नमः। |
७३ | ऐं ॐ रसविहीनायै नमः। |
७४ | ऐं ॐ सर्वव्यापिन्यै नमः। |
७५ | ऐं ॐ मायारूपिण्यै नमः। |
७६ | ऐं ॐ प्रणवलक्ष्म्यै नमः। |
७७ | ऐं ॐ मात्रे नमः। |
७८ | ऐं ॐ मातृस्वरूपिण्यै नमः। |
७९ | ऐं ॐ ह्रीङ्कार्यै नमः। |
८० | ऐं ॐ ॐकार्यै नमः। |
८१ | ऐं ॐ शब्दशरीरायै नमः। |
८२ | ऐं ॐ भाषायै नमः। |
८३ | ऐं ॐ भाषारूपायै नमः। |
८४ | ऐं ॐ गायत्र्यै नमः। |
८५ | ऐं ॐ विश्वायै नमः। |
८६ | ऐं ॐ विश्वरूपायै नमः। |
८७ | ऐं ॐ तैजसे नमः। |
८८ | ऐं ॐ प्राज्ञायै नमः। |
८९ | ऐं ॐ सर्वशक्त्यै नमः। |
९० | ऐं ॐ विद्याविद्यायै नमः। |
९१ | ऐं ॐ विदुषायै नमः। |
९२ | ऐं ॐ मुनिगणार्चितायै नमः। |
९३ | ऐं ॐ ध्यानायै नमः। |
९४ | ऐं ॐ हंसवाहिन्यै नमः। |
९५ | ऐं ॐ हसितवदनायै नमः। |
९६ | ऐं ॐ मन्दस्मितायै नमः। |
९७ | ऐं ॐ अम्बुजवासिन्यै नमः। |
९८ | ऐं ॐ मयूरायै नमः। |
९९ | ऐं ॐ पद्महस्तायै नमः। |
१०० | ऐं ॐ गुरुजनवन्दितायै नमः। |
१०१ | ऐं ॐ सुहासिन्यै नमः। |
१०२ | ऐं ॐ मङ्गलायै नमः। |
१०३ | ऐं ॐ वीणापुस्तकधारिण्यै नमः। |
॥ इति श्री विद्या लक्ष्मी अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री ऐश्वर्या लक्ष्मी अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Aishwarya Lakshmi Ashtottara Namavali ॥
१ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ ऐश्वर्यलक्ष्म्यै नमः। |
२ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ अनघायै नमः। |
३ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ अलिराज्यै नमः। |
४ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ अहस्करायै नमः। |
५ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ अमयघ्न्यै नमः। |
६ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ अलकायै नमः। |
७ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ अनेकायै नमः। |
८ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ अहल्यायै नमः। |
९ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ आदिरक्षणायै नमः। |
१० | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ इष्टेष्टदायै नमः। |
११ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ इन्द्राण्यै नमः। |
१२ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ ईशेशान्यै नमः। |
१३ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ इन्द्रमोहिन्यै नमः। |
१४ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ उरुशक्त्यै नमः। |
१५ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ उरुप्रदायै नमः। |
१६ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ ऊर्ध्वकेश्यै नमः। |
१७ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ कालमार्यै नमः। |
१८ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ कालिकायै नमः। |
१९ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ किरणायै नमः। |
२० | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ कल्पलतिकायै नमः। |
२१ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ कल्पस्ङ्ख्यायै नमः। |
२२ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ कुमुद्वत्यै नमः। |
२३ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ काश्यप्यै नमः। |
२४ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ कुतुकायै नमः। |
२५ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ खरदूषणहन्त्र्यै नमः। |
२६ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ खगरूपिण्यै नमः। |
२७ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ गुरवे नमः। |
२८ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ गुणाध्यक्षायै नमः। |
२९ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ गुणवत्यै नमः। |
३० | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ गोपीचन्दनचर्चितायै नमः। |
३१ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ हङ्गायै नमः। |
३२ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ चक्षुषे नमः। |
३३ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ चन्द्रभागायै नमः। |
३४ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ चपलायै नमः। |
३५ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ चलत्कुण्डलायै नमः। |
३६ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ चतुःषष्टिकलाज्ञानदायिन्यैनमः। |
३७ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ चाक्षुषी मनवे नमः। |
३८ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ चर्मण्वत्यै नमः। |
३९ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ चन्द्रिकायै नमः। |
४० | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ गिरये नमः। |
४१ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ गोपिकायै नमः। |
४२ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ जनेष्टदायै नमः। |
४३ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ जीर्णायै नमः। |
४४ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ जिनमात्रे नमः। |
४५ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ जन्यायै नमः। |
४६ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ जनकनन्दिन्यै नमः। |
४७ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ जालन्धरहरायै नमः। |
४८ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ तपःसिद्ध्यै नमः। |
४९ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ तपोनिष्ठायै नमः। |
५० | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ तृप्तायै नमः। |
५१ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ तापितदानवायै नमः। |
५२ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ दरपाणये नमः। |
५३ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ द्रग्दिव्यायै नमः। |
५४ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ दिशायै नमः। |
५५ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ दमितेन्द्रियायै नमः। |
५६ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ दृकायै नमः। |
५७ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ दक्षिणायै नमः। |
५८ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ दीक्षितायै नमः। |
५९ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ निधिपुरस्थायै नमः। |
६० | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ न्यायश्रियै नमः। |
६१ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ न्यायकोविदायै नमः। |
६२ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ नाभिस्तुतायै नमः। |
६३ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ नयवत्यै नमः। |
६४ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ नरकार्तिहरायै नमः। |
६५ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ फणिमात्रे नमः। |
६६ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ फलदायै नमः। |
६७ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ फलभुजे नमः। |
६८ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ फेनदैत्यहृते नमः। |
६९ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ फुलाम्बुजासनायै नमः। |
७० | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ फुल्लायै नमः। |
७१ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ फुल्लपद्मकरायै नमः। |
७२ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ भीमनन्दिन्यै नमः। |
७३ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ भूत्यै नमः। |
७४ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ भवान्यै नमः। |
७५ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ भयदायै नमः। |
७६ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ भीषणायै नमः। |
७७ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ भवभीषणायै नमः। |
७८ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ भूपतिस्तुतायै नमः। |
७९ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ श्रीपतिस्तुतायै नमः। |
८० | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ भूधरधरायै नमः। |
८१ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ भुतावेशनिवासिन्यै नमः। |
८२ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ मधुघ्न्यै नमः। |
८३ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ मधुरायै नमः। |
८४ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ माधव्यै नमः। |
८५ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ योगिन्यै नमः। |
८६ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ यामलायै नमः। |
८७ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ यतये नमः। |
८८ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ यन्त्रोद्धारवत्यै नमः। |
८९ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ रजनीप्रियायै नमः। |
९० | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ रात्र्यै नमः। |
९१ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ राजीवनेत्रायै नमः। |
९२ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ रणभूम्यै नमः। |
९३ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ रणस्थिरायै नमः। |
९४ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ वषट्कृत्यै नमः। |
९५ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ वनमालाधरायै नमः। |
९६ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ व्याप्त्यै नमः। |
९७ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ विख्यातायै नमः। |
९८ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ शरधन्वधरायै नमः। |
९९ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ श्रितये नमः। |
१०० | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ शरदिन्दुप्रभायै नमः। |
१०१ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ शिक्षायै नमः। |
१०२ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ शतघ्न्यै नमः। |
१०३ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ शान्तिदायिन्यै नमः। |
१०४ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ ह्रीं बीजायै नमः। |
१०५ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ हरवन्दितायै नमः। |
१०६ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ हालाहलधरायै नमः। |
१०७ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ हयघ्न्यै नमः। |
१०८ | श्रीं श्रीं श्रीं ॐ हंसवाहिन्यै नमः। |
॥ इति श्री ऐश्वर्या लक्ष्मी अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री गज लक्ष्मी अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Gaja Lakshmi Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं गजलक्ष्म्यै नमः। |
२ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं अनन्तशक्त्यै नमः। |
३ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं अज्ञेयायै नमः। |
४ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं अणुरूपायै नमः। |
५ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं अरुणाकृत्यै नमः। |
६ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं अवाच्यायै नमः। |
७ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं अनन्तरूपायै नमः। |
८ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं अम्बुदायै नमः। |
९ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं अम्बरसंस्थाङ्कायै नमः। |
१० | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं अशेषस्वरभूषितायै नमः। |
११ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं इच्छायै नमः। |
१२ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं इन्दीवरप्रभायै नमः। |
१३ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं उमायै नमः। |
१४ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऊर्वश्यै नमः। |
१५ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं उदयप्रदायै नमः। |
१६ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं कुशावर्तायै नमः। |
१७ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं कामधेनवे नमः। |
१८ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं कपिलायै नमः। |
१९ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं कुलोद्भवायै नमः। |
२० | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं कुङ्कुमाङ्कितदेहायै नमः। |
२१ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं कुमार्यै नमः। |
२२ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं कुङ्कुमारुणायै नमः। |
२३ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं काशपुष्पप्रतीकाशायै नमः। |
२४ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं खलापहायै नमः। |
२५ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं खगमात्रे नमः। |
२६ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं खगाकृत्यै नमः। |
२७ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं गान्धर्वगीतकीर्त्यै नमः। |
२८ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं गेयविद्याविशारदायै नमः। |
२९ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं गम्भीरनाभ्यै नमः। |
३० | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं गरिमायै नमः। |
३१ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं चामर्यै नमः। |
३२ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं चतुराननायै नमः। |
३३ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं चतुःषष्टिश्रीतन्त्रपूजनीयायै नमः। |
३४ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं चित्सुखायै नमः। |
३५ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं चिन्त्यायै नमः। |
३६ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं गम्भीरायै नमः। |
३७ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं गेयायै नमः। |
३८ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं गन्धर्वसेवितायै नमः। |
३९ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं जरामृत्युविनाशिन्यै नमः। |
४० | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं जैत्र्यै नमः। |
४१ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं जीमूतसङ्काशायै नमः। |
४२ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं जीवनायै नमः। |
४३ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं जीवनप्रदायै नमः। |
४४ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं जितश्वासायै नमः। |
४५ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं जितारातये नमः। |
४६ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं जनित्र्यै नमः। |
४७ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं तृप्त्यै नमः। |
४८ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं त्रपायै नमः। |
४९ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं तृषायै नमः। |
५० | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं दक्षपूजितायै नमः। |
५१ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं दीर्घकेश्यै नमः। |
५२ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं दयालवे नमः। |
५३ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं दनुजापहायै नमः। |
५४ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं दारिद्र्यनाशिन्यै नमः। |
५५ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं द्रवायै नमः। |
५६ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं नीतिनिष्ठायै नमः। |
५७ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं नाकगतिप्रदायै नमः। |
५८ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं नागरूपायै नमः। |
५९ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं नागवल्ल्यै नमः। |
६० | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं प्रतिष्ठायै नमः। |
६१ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं पीताम्बरायै नमः। |
६२ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं परायै नमः। |
६३ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं पुण्यप्रज्ञायै नमः। |
६४ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं पयोष्ण्यै नमः। |
६५ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं पम्पायै नमः। |
६६ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं पद्मपयस्विन्यै नमः। |
६७ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं पीवरायै नमः। |
६८ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं भीमायै नमः। |
६९ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं भवभयापहायै नमः। |
७० | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं भीष्मायै नमः। |
७१ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं भ्राजन्मणिग्रीवायै नमः। |
७२ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं भ्रातृपूज्यायै नमः। |
७३ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं भार्गव्यै नमः। |
७४ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं भ्राजिष्णवे नमः। |
७५ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं भानुकोटिसमप्रभायै नमः। |
७६ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं मातङ्ग्यै नमः। |
७७ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं मानदायै नमः। |
७८ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं मात्रे नमः। |
७९ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं मातृमण्डलवासिन्यै नमः। |
८० | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं मायायै नमः। |
८१ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं मायापुर्यै नमः। |
८२ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं यशस्विन्यै नमः। |
८३ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं योगगम्यायै नमः। |
८४ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं योग्यायै नमः। |
८५ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं रत्नकेयूरवलयायै नमः। |
८६ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं रतिरागविवर्धिन्यै नमः। |
८७ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं रोलम्बपूर्णमालायै नमः। |
८८ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं रमणीयायै नमः। |
८९ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं रमापत्यै नमः। |
९० | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं लेख्यायै नमः। |
९१ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं लावण्यभुवे नमः। |
९२ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं लिप्यै नमः। |
९३ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं लक्ष्मणायै नमः। |
९४ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं वेदमात्रे नमः। |
९५ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं वह्निस्वरूपधृषे नमः। |
९६ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं वागुरायै नमः। |
९७ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं वधुरूपायै नमः। |
९८ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं वालिहन्त्र्यै नमः। |
९९ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं वराप्सरस्यै नमः। |
१०० | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं शाम्बर्यै नमः। |
१०१ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं शमन्यै नमः। |
१०२ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं शान्त्यै नमः। |
१०३ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं सुन्दर्यै नमः। |
१०४ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं सीतायै नमः। |
१०५ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं सुभद्रायै नमः। |
१०६ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं क्षेमङ्कर्यै नमः। |
१०७ | ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं क्षित्यै नमः। |
॥ इति श्री गज लक्ष्मी अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री काली अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Kali Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ काल्यै नमः। |
२ | ॐ कपालिन्यै नमः। |
३ | ॐ कान्तायै नमः। |
४ | ॐ कामदायै नमः। |
५ | ॐ कामसुन्दर्यै नमः। |
६ | ॐ कालरात्र्यै नमः। |
७ | ॐ कालिकायै नमः। |
८ | ॐ कालभैरवपूजितायै नमः। |
९ | ॐ कुरूकुल्लायै नमः। |
१० | ॐ कामिन्यै नमः। |
११ | ॐ कमनीयस्वभाविन्यै नमः। |
१२ | ॐ कुलीनायै नमः। |
१३ | ॐ कुलकर्त्र्यै नमः। |
१४ | ॐ कुलवर्त्मप्रकाशिन्यै नमः। |
१५ | ॐ कस्तूरीरसनीलायै नमः। |
१६ | ॐ काम्यायै नमः। |
१७ | ॐ कामस्वरूपिण्यै नमः। |
१८ | ॐ ककारवर्णनिलयायै नमः। |
१९ | ॐ कामधेन्वै नमः। |
२० | ॐ कारालिकायै नमः। |
२१ | ॐ कुलकान्तायै नमः। |
२२ | ॐ करालास्यायै नमः। |
२३ | ॐ कामार्तायै नमः। |
२४ | ॐ कलावत्यै नमः। |
२५ | ॐ कृशोदर्यै नमः। |
२६ | ॐ कामाख्यायै नमः। |
२७ | ॐ कौमार्यै नमः। |
२८ | ॐ कुलपालिन्यै नमः। |
२९ | ॐ कुलजायै नमः। |
३० | ॐ कुलकन्यायै नमः। |
३१ | ॐ कलहायै नमः। |
३२ | ॐ कुलपूजितायै नमः। |
३३ | ॐ कामेश्वर्यै नमः। |
३४ | ॐ कामकान्तायै नमः। |
३५ | ॐ कुञ्जेश्वरगामिन्यै नमः। |
३६ | ॐ कामदात्र्यै नमः। |
३७ | ॐ कामहर्त्र्यै नमः। |
३८ | ॐ कृष्णायै नमः। |
३९ | ॐ कपर्दिन्यै नमः। |
४० | ॐ कुमुदायै नमः। |
४१ | ॐ कृष्णदेहायै नमः। |
४२ | ॐ कालिन्द्यै नमः। |
४३ | ॐ कुलपूजितायै नमः। |
४४ | ॐ काश्यप्यै नमः। |
४५ | ॐ कृष्णमात्रे नमः। |
४६ | ॐ कुशिशाङ्ग्यै नमः। |
४७ | ॐ कलायै नमः। |
४८ | ॐ क्रींरूपायै नमः। |
४९ | ॐ कुलगम्यायै नमः। |
५० | ॐ कमलायै नमः। |
५१ | ॐ कृष्णपूजितायै नमः। |
५२ | ॐ कृशाङ्ग्यै नमः। |
५३ | ॐ किन्नर्यै नमः। |
५४ | ॐ कर्त्र्यै नमः। |
५५ | ॐ कलकण्ठयै नमः। |
५६ | ॐ कार्तिक्यै नमः। |
५७ | ॐ कम्बुकण्ठ्यै नमः। |
५८ | ॐ कौलिन्यै नमः। |
५९ | ॐ कुमुदायै नमः। |
६० | ॐ कामजीविन्यै नमः। |
६१ | ॐ कुलस्त्रियै नमः। |
६२ | ॐ कीर्तिकायै नमः। |
६३ | ॐ कृत्यायै नमः। |
६४ | ॐ कीर्त्यै नमः। |
६५ | ॐ कुलपालिकायै नमः। |
६६ | ॐ कामदेवकलायै नमः। |
६७ | ॐ कल्पलतायै नमः। |
६८ | ॐ कामाङ्ग्वर्धिन्यै नमः। |
६९ | ॐ कुन्तायै नमः। |
७० | ॐ कुमुदप्रीतायै नमः। |
७१ | ॐ कदम्बकुसुमोत्सुकायै नमः। |
७२ | ॐ कादम्बिन्यै नमः। |
७३ | ॐ कमलिन्यै नमः। |
७४ | ॐ कृष्णानन्दप्रदायिन्यै नमः। |
७५ | ॐ कुमारीपूजनरतायै नमः। |
७६ | ॐ कुमारीगणशोभितायै नमः। |
७७ | ॐ कुमारीरञ्जनरतायै नमः। |
७८ | ॐ कुमारीव्रतधारिण्यै नमः। |
७९ | ॐ कङ्काल्यै नमः। |
८० | ॐ कमनीयायै नमः। |
८१ | ॐ कामशास्त्रविशारदायै नमः। |
८२ | ॐ कपालखट्वाङ्गधरायै नमः। |
८३ | ॐ कालभैरवरूपिण्यै नमः। |
८४ | ॐ कोटर्यै नमः। |
८५ | ॐ कोटराक्ष्यै नमः। |
८६ | ॐ काशीवासिन्यै नमः। |
८७ | ॐ कैलासवासिन्यै नमः। |
८८ | ॐ कात्यायन्यै नमः। |
८९ | ॐ कार्यकर्यै नमः। |
९० | ॐ काव्यशास्त्रप्रमोदिन्यै नमः। |
९१ | ॐ कामाकर्षणरूपायै नमः। |
९२ | ॐ कामपीठनिवासिन्यै नमः। |
९३ | ॐ कङ्गिन्यै नमः। |
९४ | ॐ काकिन्यै नमः। |
९५ | ॐ क्रीडायै नमः। |
९६ | ॐ कुत्सितायै नमः। |
९७ | ॐ कलहप्रियायै नमः। |
९८ | ॐ कुण्डगोलोद्भवप्राणायै नमः। |
९९ | ॐ कौशिक्यै नमः। |
१०० | ॐ कीर्तिवर्धिन्यै नमः। |
१०१ | ॐ कुम्भस्तन्यै नमः। |
१०२ | ॐ कटाक्षायै नमः। |
१०३ | ॐ काव्यायै नमः। |
१०४ | ॐ कोकनदप्रियायै नमः। |
१०५ | ॐ कान्तारवासिन्यै नमः। |
१०६ | ॐ कान्त्यै नमः। |
१०७ | ॐ कठिनायै नमः। |
१०८ | ॐ कृष्णवल्लभायै नमः। |
॥ इति श्री काली अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री बगलामुखी अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Bagalamukhi ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ बगलायै नमः। |
२ | ॐ विष्णुवनितायै नमः। |
३ | ॐ विष्णुशङ्करभामिन्यै नमः। |
४ | ॐ बहुलायै नमः। |
५ | ॐ वेदमात्रे नमः। |
६ | ॐ महाविष्णुप्रस्वै नमः। |
७ | ॐ महामत्स्यायै नमः। |
८ | ॐ महाकूर्मायै नमः। |
९ | ॐ महावाराहरूपिण्यै नमः। |
१० | ॐ नरसिंहप्रियायै नमः। |
११ | ॐ रम्यायै नमः। |
१२ | ॐ वामनायै नमः। |
१३ | ॐ बटुरूपिण्यै नमः। |
१४ | ॐ जामदग्न्यस्वरूपायै नमः। |
१५ | ॐ रामायै नमः। |
१६ | ॐ रामप्रपूजितायै नमः। |
१७ | ॐ कृष्णायै नमः। |
१८ | ॐ कपर्दिन्यै नमः। |
१९ | ॐ कृत्यायै नमः। |
२० | ॐ कलहायै नमः। |
२१ | ॐ कलकारिण्यै नमः। |
२२ | ॐ बुद्धिरूपायै नमः। |
२३ | ॐ बुद्धभार्यायै नमः। |
२४ | ॐ बौद्धपाखण्डखण्डिन्यै नमः। |
२५ | ॐ कल्किरूपायै नमः। |
२६ | ॐ कलिहरायै नमः। |
२७ | ॐ कलिदुर्गतिनाशिन्यै नमः। |
२८ | ॐ कोटिसूर्यप्रतीकाशायै नमः। |
२९ | ॐ कोटिकन्दर्पमोहिन्यै नमः। |
३० | ॐ केवलायै नमः। |
३१ | ॐ कठिनायै नमः। |
३२ | ॐ काल्यै नमः। |
३३ | ॐ कलायै नमः। |
३४ | ॐ कैवल्यदायिन्यै नमः। |
३५ | ॐ केशव्यै नमः। |
३६ | ॐ केशवाराध्यायै नमः। |
३७ | ॐ किशोर्यै नमः। |
३८ | ॐ केशवस्तुतायै नमः। |
३९ | ॐ रूद्ररूपायै नमः। |
४० | ॐ रूद्रमूर्त्यै नमः। |
४१ | ॐ रूद्राण्यै नमः। |
४२ | ॐ रूद्रदेवतायै नमः। |
४३ | ॐ नक्षत्ररूपायै नमः। |
४४ | ॐ नक्षत्रायै नमः। |
४५ | ॐ नक्षत्रेशप्रपूजितायै नमः। |
४६ | ॐ नक्षत्रेशप्रियायै नमः। |
४७ | ॐ नित्यायै नमः। |
४८ | ॐ नक्षत्रपतिवन्दितायै नमः। |
४९ | ॐ नागिन्यै नमः। |
५० | ॐ नागजनन्यै नमः। |
५१ | ॐ नागराजप्रवन्दितायै नमः। |
५२ | ॐ नागेश्वर्यै नमः। |
५३ | ॐ नागकन्यायै नमः। |
५४ | ॐ नागर्यै नमः। |
५५ | ॐ नगात्मजायै नमः। |
५६ | ॐ नगाधिराजतनयायै नमः। |
५७ | ॐ नगराजप्रपूजितायै नमः। |
५८ | ॐ नवीननीरदायै नमः। |
५९ | ॐ पीतायै नमः। |
६० | ॐ श्यामायै नमः। |
६१ | ॐ सौन्दर्यकारिण्यै नमः। |
६२ | ॐ रक्तायै नमः। |
६३ | ॐ नीलायै नमः। |
६४ | ॐ घनायै नमः। |
६५ | ॐ शुभ्रायै नमः। |
६६ | ॐ श्वेतायै नमः। |
६७ | ॐ सौभाग्यदायिन्यै नमः। |
६८ | ॐ सुन्दर्यै नमः। |
६९ | ॐ सौभगायै नमः। |
७० | ॐ सौम्यायै नमः। |
७१ | ॐ स्वर्णभायै नमः। |
७२ | ॐ स्वर्गतिप्रदायै नमः। |
७३ | ॐ रिपुत्रासकर्यै नमः। |
७४ | ॐ रेखायै नमः। |
७५ | ॐ शत्रुसंहारकारिण्यै नमः। |
७६ | ॐ भामिन्यै नमः। |
७७ | ॐ मायायै नमः। |
७८ | ॐ स्तम्भिन्यै नमः। |
७९ | ॐ मोहिन्यै नमः। |
८० | ॐ शुभायै नमः। |
८१ | ॐ रागद्वेषकर्यै नमः। |
८२ | ॐ रात्र्यै नमः। |
८३ | ॐ रौरवध्वंसकारिणयै नमः। |
८४ | ॐ यक्षिण्यै नमः। |
८५ | ॐ सिद्धनिवहायै नमः। |
८६ | ॐ सिद्धेशायै नमः। |
८७ | ॐ सिद्धिरूपिण्यै नमः। |
८८ | ॐ लङ्कापतिध्वंसकर्यै नमः। |
८९ | ॐ लङ्केशरिपुवन्दितायै नमः। |
९० | ॐ लङ्कानाथकुलहरायै नमः। |
९१ | ॐ महारावणहारिण्यै नमः। |
९२ | ॐ देवदानवसिद्धोघपूजितायै नमः। |
९३ | ॐ परमेश्वर्यै नमः। |
९४ | ॐ पराणुरूपायै नमः। |
९५ | ॐ परमायै नमः। |
९६ | ॐ परतन्त्रविनाशिन्यै नमः। |
९७ | ॐ वरदायै नमः। |
९८ | ॐ वरदाराध्यायै नमः। |
९९ | ॐ वरदानपरायणायै नमः। |
१०० | ॐ वरदेशप्रियायै नमः। |
१०१ | ॐ वीरायै नमः। |
१०२ | ॐ वीरभूषणभूषितायै नमः। |
१०३ | ॐ वसुदायै नमः। |
१०४ | ॐ बहुदायै नमः। |
१०५ | ॐ वाण्यै नमः। |
१०६ | ॐ ब्रह्मरूपायै नमः। |
१०७ | ॐ वराननायै नमः। |
१०८ | ॐ बलदायै नमः। |
१०९ | ॐ पीतवसनायै नमः। |
११० | ॐ पीतभूषणभूषितायै नमः। |
१११ | ॐ पीतपुष्पप्रियायै नमः। |
११२ | ॐ पीतहारायै नमः। |
११३ | ॐ पीतस्वरूपिण्यै नमः। |
॥ इति श्री बगलामुखी अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री तारा अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Tara ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ तारिण्यै नमः। |
२ | ॐ तरलायै नमः। |
३ | ॐ तन्व्यै नमः। |
४ | ॐ तारायै नमः। |
५ | ॐ तरुणवल्लर्यै नमः। |
६ | ॐ तीररूपायै नमः। |
७ | ॐ तर्यै नमः। |
८ | ॐ श्यामायै नमः। |
९ | ॐ तनुक्षीणपयोधरायै नमः। |
१० | ॐ तुरीयायै नमः। |
११ | ॐ तरुणायै नमः। |
१२ | ॐ तीव्रगमनायै नमः। |
१३ | ॐ नीलवाहिन्यै नमः। |
१४ | ॐ उग्रतारायै नमः। |
१५ | ॐ जयायै नमः। |
१६ | ॐ चण्ड्यै नमः। |
१७ | ॐ श्रीमदेकजटाशिरायै नमः। |
१८ | ॐ तरुण्यै नमः। |
१९ | ॐ शाम्भव्यै नमः। |
२० | ॐ छिन्नभालायै नमः। |
२१ | ॐ भद्रतारिण्यै नमः । |
२२ | ॐ उग्रायै नमः। |
२३ | ॐ उग्रप्रभायै नमः। |
२४ | ॐ नीलायै नमः। |
२५ | ॐ कृष्णायै नमः। |
२६ | ॐ नीलसरस्वत्यै नमः। |
२७ | ॐ द्वितीयायै नमः। |
२८ | ॐ शोभनायै नमः। |
२९ | ॐ नित्यायै नमः। |
३० | ॐ नवीनायै नमः। |
३१ | ॐ नित्यनूतनायै नमः। |
३२ | ॐ चण्डिकायै नमः। |
३३ | ॐ विजयाराध्यायै नमः। |
३४ | ॐ देव्यै नमः। |
३५ | ॐ गगनवाहिन्यै नमः। |
३६ | ॐ अट्टहास्यायै नमः। |
३७ | ॐ करालास्यायै नमः। |
३८ | ॐ चरास्यायै नमः। |
३९ | ॐ अदितिपूजितायै नमः। |
४० | ॐ सगुणायै नमः। |
४१ | ॐ असगुणायै नमः। |
४२ | ॐ आराध्यायै नमः। |
४३ | ॐ हरीन्द्रदेवपूजितायै नमः। |
४४ | ॐ रक्तप्रियायै नमः। |
४५ | ॐ रक्ताक्ष्यै नमः। |
४६ | ॐ रुधिरास्यविभूषितायै नमः। |
४७ | ॐ बलिप्रियायै नमः। |
४८ | ॐ बलिरतायै नमः। |
४९ | ॐ दुर्धायै नमः। |
५० | ॐ बलवत्यै नमः। |
५१ | ॐ बलायै नमः। |
५२ | ॐ बलप्रियायै नमः। |
५३ | ॐ बलरतायै नमः। |
५४ | ॐ बलरामप्रपूजितायै नमः। |
५५ | ॐ ऊर्ध्वकेशेश्वर्यै नमः। |
५६ | ॐ केशायै नमः। |
५७ | ॐ केशवायै नमः। |
५८ | ॐ सविभूषितायै नमः। |
५९ | ॐ पद्ममालायै नमः। |
६० | ॐ पद्माक्ष्यै नमः। |
६१ | ॐ कामाख्यायै नमः। |
६२ | ॐ गिरिनन्दिन्यै नमः। |
६३ | ॐ दक्षिणायै नमः। |
६४ | ॐ दक्षायै नमः। |
६५ | ॐ दक्षजायै नमः। |
६६ | ॐ दक्षिणेरतायै नमः। |
६७ | ॐ वज्रपुष्पप्रियायै नमः। |
६८ | ॐ रक्तप्रियायै नमः। |
६९ | ॐ कुसुमभूषितायै नमः। |
७० | ॐ माहेश्वर्यै नमः। |
७१ | ॐ महादेवप्रियायै नमः। |
७२ | ॐ पञ्चविभूषितायै नमः। |
७३ | ॐ इडायै नमः। |
७४ | ॐ पिङ्गलायै नमः। |
७५ | ॐ सुषुम्णाप्राणरूपिण्यै नमः। |
७६ | ॐ गान्धार्यै नमः। |
७७ | ॐ पञ्चम्यै नमः। |
७८ | ॐ पञ्चाननादिपरिपूजितायै नमः। |
७९ | ॐ तथ्यविद्यायै नमः। |
८० | ॐ तथ्यरूपायै नमः। |
८१ | ॐ तथ्यमार्गानुसारिण्यै नमः। |
८२ | ॐ तत्त्वरूपायै नमः। |
८३ | ॐ तत्त्वप्रियायै नमः। |
८४ | ॐ तत्त्वज्ञानात्मिकायै नमः। |
८५ | ॐ अनघायै नमः। |
८६ | ॐ ताण्डवाचारसन्तुष्टायै नमः। |
८७ | ॐ ताण्डवप्रियकारिण्यै नमः। |
८८ | ॐ तालदानरतायै नमः। |
८९ | ॐ क्रूरतापिन्यै नमः। |
९० | ॐ तरणिप्रभायै नमः। |
९१ | ॐ त्रपायुक्तायै नमः। |
९२ | ॐ त्रपामुक्तायै नमः। |
९३ | ॐ तर्पितायै नमः। |
९४ | ॐ तृप्तिकारिण्यै नमः। |
९५ | ॐ तारुण्यभावसन्तुष्टायै नमः। |
९६ | ॐ शक्तिभक्तानुरागिन्यै नमः। |
९७ | ॐ शिवासक्तायै नमः। |
९८ | ॐ शिवरत्यै नमः। |
९९ | ॐ शिवभक्तिपरायणायै नमः। |
१०० | ॐ ताम्रद्युत्यै नमः। |
१०१ | ॐ ताम्ररागायै नमः। |
१०२ | ॐ ताम्रपात्रप्रभोजिन्यै नमः। |
१०३ | ॐ बलभद्रप्रेमरतायै नमः। |
१०४ | ॐ बलिभुजे नमः। |
१०५ | ॐ बलिकल्पिन्यै नमः। |
१०६ | ॐ रामरूपायै नमः। |
१०७ | ॐ रामशक्त्यै नमः। |
१०८ | ॐ रामरूपानुकारिण्यै नमः। |
॥ इति श्री तारा अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री षोडशी अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Shodashi ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ त्रिपुरायै नमः। |
२ | ॐ षोडश्यै नमः। |
३ | ॐ मात्रे नमः। |
४ | ॐ त्र्यक्षरायै नमः। |
५ | ॐ त्रितयायै नमः। |
६ | ॐ त्रय्यै नमः। |
७ | ॐ सुन्दर्यै नमः। |
८ | ॐ सुमुख्यै नमः। |
९ | ॐ सेव्यायै नमः। |
१० | ॐ सामवेदपरायणायै नमः। |
११ | ॐ शारदायै नमः। |
१२ | ॐ शब्दनिलयायै नमः। |
१३ | ॐ सागरायै नमः। |
१४ | ॐ सरिताम्बरायै नमः। |
१५ | ॐ शुद्धायै नमः। |
१६ | ॐ शुद्धतन्वै नमः। |
१७ | ॐ साध्व्यै नमः। |
१८ | ॐ शिवध्यानपरायणायै नमः। |
१९ | ॐ स्वामिन्यै नमः। |
२० | ॐ शम्भुवनितायै नमः। |
२१ | ॐ शाम्भव्यै नमः। |
२२ | ॐ सरस्वत्यै नमः। |
२३ | ॐ समुद्रमथिन्यै नमः। |
२४ | ॐ शीघ्रगामिन्यै नमः। |
२५ | ॐ शीघ्रसिद्धिदायै नमः। |
२६ | ॐ साधुसेव्यायै नमः। |
२७ | ॐ साधुगम्यायै नमः। |
२८ | ॐ साधुसन्तुष्टमानसायै नमः। |
२९ | ॐ खट्वाङ्गधारिण्यै नमः। |
३० | ॐ खर्वायै नमः। |
३१ | ॐ खड्गखर्परधारिण्यै नमः। |
३२ | ॐ षड्वर्गभावरहितायै नमः। |
३३ | ॐ षड्वर्गपरिचारिकायै नमः। |
३४ | ॐ षड्वर्गायै नमः। |
३५ | ॐ षडङ्गयै नमः। |
३६ | ॐ षोढायै नमः। |
३७ | ॐ षोडशवार्षिक्यै नमः। |
३८ | ॐ क्रतुरूपायै नमः। |
३९ | ॐ क्रतुमत्यै नमः। |
४० | ॐ ऋभुक्षायै नमः। |
४१ | ॐ क्रतुमण्डितायै नमः। |
४२ | ॐ कवर्गादिपवर्गान्तायै नमः। |
४३ | ॐ अन्तःस्थायै नमः। |
४४ | ॐ अनन्तरूपिण्यै नमः। |
४५ | ॐ अकाराकाररहितायै नमः। |
४६ | ॐ कालमृत्युजरापहायै नमः। |
४७ | ॐ तन्व्यै नमः। |
४८ | ॐ तत्त्वेश्वर्यै नमः। |
४९ | ॐ तारायै नमः। |
५० | ॐ त्रिवर्षायै नमः। |
५१ | ॐ ज्ञानरूपिण्यै नमः। |
५२ | ॐ काल्यै नमः। |
५३ | ॐ कराल्यै नमः। |
५४ | ॐ कामेश्यै नमः। |
५५ | ॐ छायायै नमः। |
५६ | ॐ संज्ञायै नमः। |
५७ | ॐ अरुन्धत्यै नमः। |
५८ | ॐ निर्विकल्पायै नमः। |
५९ | ॐ महावेगायै नमः। |
६० | ॐ महोत्साहायै नमः। |
६१ | ॐ महोदर्यै नमः। |
६२ | ॐ मेघायै नमः। |
६३ | ॐ बलाकायै नमः। |
६४ | ॐ विमलायै नमः। |
६५ | ॐ विमलज्ञानदायिन्यै नमः। |
६६ | ॐ गौर्यै नमः। |
६७ | ॐ वसुन्धरायै नमः। |
६८ | ॐ गोप्त्र्यै नमः। |
६९ | ॐ गवाम्पतिनिषेवितायै नमः। |
७० | ॐ भगाङ्गयै नमः। |
७१ | ॐ भगरूपायै नमः। |
७२ | ॐ भक्तिभावपरायणायै नमः। |
७३ | ॐ छिन्नमस्तायै नमः। |
७४ | ॐ महाधूमायै नमः। |
७५ | ॐ धूम्रविभूषणायै नमः। |
७६ | ॐ धर्मकर्मादिरहितायै नमः। |
७७ | ॐ धर्मकर्मपरायणायै नमः। |
७८ | ॐ सीतायै नमः। |
७९ | ॐ मातङ्गिन्यै नमः। |
८० | ॐ मेधायै नमः। |
८१ | ॐ मधुदैत्यविनाशिन्यै नमः। |
८२ | ॐ भैरव्यै नमः। |
८३ | ॐ भुवनायै नमः। |
८४ | ॐ मात्रे नमः। |
८५ | ॐ अभयदायै नमः। |
८६ | ॐ भवसुन्दर्यै नमः। |
८७ | ॐ भावुकायै नमः। |
८८ | ॐ बगलायै नमः। |
८९ | ॐ कृत्यायै नमः। |
९० | ॐ बालायै नमः। |
९१ | ॐ त्रिपुरसुन्दर्यै नमः। |
९२ | ॐ रोहिण्यै नमः। |
९३ | ॐ रेवत्यै नमः। |
९४ | ॐ रम्यायै नमः। |
९५ | ॐ रम्भायै नमः। |
९६ | ॐ रावणवन्दितायै नमः। |
९७ | ॐ शतयज्ञमय्यै नमः। |
९८ | ॐ सत्त्वायै नमः। |
९९ | ॐ शतक्रतुवरप्रदायै नमः। |
१०० | ॐ शतचन्द्राननायै नमः। |
१०१ | ॐ देव्यै नमः। |
१०२ | ॐ सहस्त्रादित्यसन्निभायै नमः। |
१०३ | ॐ सोमसूर्याग्निनयनायै नमः। |
१०४ | ॐ व्याघ्रचर्माम्बरावृतायै नमः। |
१०५ | ॐ अर्धेन्दुधारिण्यै नमः। |
१०६ | ॐ मत्तायै नमः। |
१०७ | ॐ मदिरायै नमः। |
१०८ | ॐ मदिरेक्षणायै नमः। |
॥ इति श्री षोडशी अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री भुवनेश्वरी अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Bhuvaneshvari ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ महामायायै नमः। |
२ | ॐ महाविद्यायै नमः। |
३ | ॐ महायोगायै नमः। |
४ | ॐ महोत्कटायै नमः। |
५ | ॐ माहेश्वर्यै नमः। |
६ | ॐ कुमार्यै नमः। |
७ | ॐ ब्रह्माण्यै नमः। |
८ | ॐ ब्रह्मरूपिण्यै नमः। |
९ | ॐ वागीश्वर्यै नमः। |
१० | ॐ योगरूपायै नमः। |
११ | ॐ योगिन्यै नमः। |
१२ | ॐ कोटिसेवितायै नमः। |
१३ | ॐ जयायै नमः। |
१४ | ॐ विजयायै नमः। |
१५ | ॐ कौमार्यै नमः। |
१६ | ॐ सर्वमङ्गलायै नमः। |
१७ | ॐ हिङ्गुलायै नमः। |
१८ | ॐ विलास्यै नमः। |
१९ | ॐ ज्वालिन्यै नमः। |
२० | ॐ ज्वालरूपिण्यै नमः। |
२१ | ॐ ईश्वर्यै नमः। |
२२ | ॐ क्रूरसंहार्यै नमः। |
२३ | ॐ कुलमार्गप्रदायिन्यै नमः। |
२४ | ॐ वैष्णव्यै नमः। |
२५ | ॐ सुभगाकारायै नमः। |
२६ | ॐ सुकुल्यायै नमः। |
२७ | ॐ कुलपूजितायै नमः। |
२८ | ॐ वामाङ्गायै नमः। |
२९ | ॐ वामचारायै नमः। |
३० | ॐ वामदेवप्रियायै नमः। |
३१ | ॐ डाकिन्यै नमः। |
३२ | ॐ योगिनीरूपायै नमः। |
३३ | ॐ भूतेश्यै नमः। |
३४ | ॐ भूतनायिकायै नमः। |
३५ | ॐ पद्मावत्यै नमः। |
३६ | ॐ पद्मनेत्रायै नमः। |
३७ | ॐ प्रबुद्धायै नमः। |
३८ | ॐ सरस्वत्यै नमः। |
३९ | ॐ भूचर्यै नमः। |
४० | ॐ खेचर्यै नमः। |
४१ | ॐ मायायै नमः। |
४२ | ॐ मातङ्ग्यै नमः। |
४३ | ॐ भुवनेश्वर्यै नमः। |
४४ | ॐ कान्तायै नमः। |
४५ | ॐ पतिव्रतायै नमः। |
४६ | ॐ साक्ष्यै नमः। |
४७ | ॐ सुचक्षुष्यै नमः। |
४८ | ॐ कुण्डवासिन्यै नमः। |
४९ | ॐ उमायै नमः। |
५० | ॐ कुमार्यै नमः। |
५१ | ॐ लोकेश्यै नमः। |
५२ | ॐ सुकेश्यै नमः। |
५३ | ॐ पद्मरागिन्यै नमः। |
५४ | ॐ इन्द्राण्यै नमः। |
५५ | ॐ ब्रह्मचाण्डाल्यै नमः। |
५६ | ॐ चण्डिकायै नमः। |
५७ | ॐ वायुवल्लभायै नमः। |
५८ | ॐ सर्वधातुमयीमूर्त्यै नमः। |
५९ | ॐ जलरूपायै नमः। |
६० | ॐ जलोदर्यै नमः। |
६१ | ॐ आकाश्यै नमः। |
६२ | ॐ रणगायै नमः। |
६३ | ॐ नृकपालविभूषणायै नमः। |
६४ | ॐ नर्मदायै नमः। |
६५ | ॐ मोक्षदायै नमः। |
६६ | ॐ कामधर्मार्थदायिन्यै नमः। |
६७ | ॐ गायत्र्यै नमः। |
६८ | ॐ सावित्र्यै नमः। |
६९ | ॐ त्रिसन्ध्यायै नमः। |
७० | ॐ तीर्थगामिन्यै नमः। |
७१ | ॐ अष्टम्यै नमः। |
७२ | ॐ नवम्यै नमः। |
७३ | ॐ दशम्यै नमः। |
७४ | ॐ एकादश्यै नमः। |
७५ | ॐ पौर्णमास्यै नमः। |
७६ | ॐ कुहूरूपायै नमः। |
७७ | ॐ तिथिमूर्तिस्वरूपिण्यै नमः। |
७८ | ॐ सुरारिनाशकार्यै नमः। |
७९ | ॐ उग्ररूपायै नमः। |
८० | ॐ वत्सलायै नमः। |
८१ | ॐ अनलायै नमः। |
८२ | ॐ अर्धमात्रायै नमः। |
८३ | ॐ अरूणायै नमः। |
८४ | ॐ पीतलोचनायै नमः। |
८५ | ॐ लज्जायै नमः। |
८६ | ॐ सरस्वत्यै नमः। |
८७ | ॐ विद्यायै नमः। |
८८ | ॐ भवान्यै नमः। |
८९ | ॐ पापनाशिन्यै नमः। |
९० | ॐ नागपाशधरायै नमः। |
९१ | ॐ मूर्त्यै नमः। |
९२ | ॐ अगाधायै नमः। |
९३ | ॐ धृतकुण्डलायै नमः। |
९४ | ॐ क्षत्ररूप्यै नमः। |
९५ | ॐ क्षयकर्यै नमः। |
९६ | ॐ तेजस्विन्यै नमः। |
९७ | ॐ शुचिस्मितायै नमः। |
९८ | ॐ अव्यक्तायै नमः। |
९९ | ॐ व्यक्तलोकायै नमः। |
१०० | ॐ शम्भुरूपायै नमः। |
१०१ | ॐ मनस्विन्यै नमः। |
१०२ | ॐ मातङ्ग्यै नमः। |
१०३ | ॐ मत्तमातङ्ग्यै नमः। |
१०४ | ॐ महादेवप्रियायै नमः। |
१०५ | ॐ दैत्यहायै नमः। |
१०६ | ॐ वाराह्यौ नमः। |
१०७ | ॐ सर्वशास्त्रमय्यै नमः। |
१०८ | ॐ शुभायै नमः। |
॥ इति श्री भुवनेश्वरी अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री भैरवी अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Bhairavi Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ भैरव्यै नमः। |
२ | ॐ भैरवाराध्यायै नमः। |
३ | ॐ भूतिदायै नमः। |
४ | ॐ भूतभावनायै नमः। |
५ | ॐ आर्यायै नमः। |
६ | ॐ ब्राह्म्यै नमः। |
७ | ॐ कामधेनवे नमः। |
८ | ॐ सर्वसम्पत्प्रदायिन्यै नमः। |
९ | ॐ त्रैलोक्यवन्दितायै नमः। |
१० | ॐ देव्यै नमः। |
११ | ॐ महिषासुरमर्दिन्यै नमः। |
१२ | ॐ मोहघ्न्यै नमः। |
१३ | ॐ मालत्यै नमः। |
१४ | ॐ मालायै नमः। |
१५ | ॐ महापातकनाशिन्यै नमः। |
१६ | ॐ क्रोधिन्यै नमः। |
१७ | ॐ क्रोधनिलयायै नमः। |
१८ | ॐ क्रोधरक्तेक्षणायै नमः। |
१९ | ॐ कुह्वै नमः। |
२० | ॐ त्रिपुरायै नमः। |
२१ | ॐ त्रिपुराधारायै नमः। |
२२ | ॐ त्रिनेत्रायै नमः। |
२३ | ॐ भीमभैरव्यै नमः। |
२४ | ॐ देवक्यै नमः। |
२५ | ॐ देवमात्रे नमः। |
२६ | ॐ देवदुष्टविनाशिन्यै नमः। |
२७ | ॐ दामोदरप्रियायै नमः। |
२८ | ॐ दीर्घायै नमः। |
२९ | ॐ दुर्गायै नमः। |
३० | ॐ दुर्गतिनाशिन्यै नमः। |
३१ | ॐ लम्बोदर्यै नमः। |
३२ | ॐ लम्बकर्णायै नमः। |
३३ | ॐ प्रलम्बितपयोधरायै नमः। |
३४ | ॐ प्रत्यङ्गिरायै नमः। |
३५ | ॐ प्रतिपदायै नमः। |
३६ | ॐ प्रणतक्लेशनाशिन्यै नमः। |
३७ | ॐ प्रभावत्यै नमः। |
३८ | ॐ गुणवत्यै नमः। |
३९ | ॐ गणमात्रे नमः। |
४० | ॐ गुहेश्वर्यै नमः। |
४१ | ॐ क्षीराब्धितनयायै नमः। |
४२ | ॐ क्षेम्यायै नमः। |
४३ | ॐ जगत्त्राणविधायिन्यै नमः। |
४४ | ॐ महामार्यै नमः। |
४५ | ॐ महामोहायै नमः। |
४६ | ॐ महाक्रोधायै नमः। |
४७ | ॐ महानद्यै नमः। |
४८ | ॐ महापातकसंहन्त्र्यै नमः। |
४९ | ॐ महामोहप्रदायिन्यै नमः। |
५० | ॐ विकरालायै नमः। |
५१ | ॐ महाकालायै नमः। |
५२ | ॐ कालरूपायै नमः। |
५३ | ॐ कलावत्यै नमः। |
५४ | ॐ कपालखट्वाङ्गधरायै नमः। |
५५ | ॐ खड्गखर्परधारिण्यै नमः। |
५६ | ॐ कुमार्यै नमः। |
५७ | ॐ कुङ्कुमप्रीतायै नमः। |
५८ | ॐ कुङ्कुमारूणरञ्जितायै नमः। |
५९ | ॐ कौमोदक्यै नमः। |
६० | ॐ कुमुदिन्यै नमः। |
६१ | ॐ कीर्त्यायै नमः। |
६२ | ॐ कीर्तिप्रदायिन्यै नमः। |
६३ | ॐ नवीनायै नमः। |
६४ | ॐ नीरदायै नमः। |
६५ | ॐ नित्यायै नमः। |
६६ | ॐ नन्दिकेश्वरपालिन्यै नमः। |
६७ | ॐ घर्घरायै नमः। |
६८ | ॐ घर्घरारावायै नमः। |
६९ | ॐ घोरायै नमः। |
७० | ॐ घोरस्वरूपिण्यै नमः। |
७१ | ॐ कलिघ्न्यै नमः। |
७२ | ॐ कलिधर्मघ्न्यै नमः। |
७३ | ॐ कलिकौतुकनाशिन्यै नमः। |
७४ | ॐ किशोर्यै नमः। |
७५ | ॐ केशवप्रीतायै नमः। |
७६ | ॐ क्लेशसङ्घनिवारिण्यै नमः। |
७७ | ॐ महोन्मत्तायै नमः। |
७८ | ॐ महामत्तायै नमः। |
७९ | ॐ महाविद्यायै नमः। |
८० | ॐ महीमय्यै नमः। |
८१ | ॐ महायज्ञायै नमः। |
८२ | ॐ महावाण्यै नमः। |
८३ | ॐ महामन्दरधारिण्यै नमः। |
८४ | ॐ मोक्षदायै नमः। |
८५ | ॐ मोहदायै नमः। |
८६ | ॐ मोहायै नमः। |
८७ | ॐ भुक्तिमुक्तिप्रदायिन्यै नमः। |
८८ | ॐ अट्टाट्टहासनिरतायै नमः। |
८९ | ॐ क्वणन्नूपुरधारिण्यै नमः। |
९० | ॐ दीर्घदंष्ट्रायै नमः। |
९१ | ॐ दीर्घमुख्यै नमः। |
९२ | ॐ दीर्घघोणायै नमः। |
९३ | ॐ दीर्घिकायै नमः। |
९४ | ॐ दनुजान्तकर्यै नमः। |
९५ | ॐ दुष्टायै नमः। |
९६ | ॐ दुःखदारिद्र्यभञ्जिन्यै नमः। |
९७ | ॐ दुराचारायै नमः। |
९८ | ॐ दोषघ्न्यै नमः। |
९९ | ॐ दमपत्न्यै नमः। |
१०० | ॐ दयापरायै नमः। |
१०१ | ॐ मनोभवायै नमः। |
१०२ | ॐ मनुमय्यै नमः। |
१०३ | ॐ मनुवंशप्रवर्धिन्यै नमः। |
१०४ | ॐ श्यामायै नमः। |
१०५ | ॐ श्यामतनवे नमः। |
१०६ | ॐ शोभायै नमः। |
१०७ | ॐ सौम्यायै नमः। |
१०८ | ॐ शम्भुविलासिन्यै नमः। |
॥ इति श्री भैरवी अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री धूमावती अष्टोत्तर नामावली॥
॥ Shri Dhumavati Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ धूमावत्यै नमः। |
२ | ॐ धूम्रवर्णायै नमः। |
३ | ॐ धूम्रपानपरायणायै नमः। |
४ | ॐ धूम्राक्षमथिन्यै नमः। |
५ | ॐ धन्यायै नमः। |
६ | ॐ धन्यस्थाननिवासिन्यै नमः। |
७ | ॐ अघोराचारसन्तुष्टायै नमः। |
८ | ॐ अघोराचारमण्डितायै नमः। |
९ | ॐ अघोरमन्त्रसम्प्रीतायै नमः। |
१० | ॐ अघोरमन्त्रपूजितायै नमः। |
११ | ॐ अट्टाट्टहासनिरतायै नमः। |
१२ | ॐ मलिनाम्बरधारिण्यै नमः। |
१३ | ॐ वृद्धायै नमः। |
१४ | ॐ विरूपायै नमः। |
१५ | ॐ विधवायै नमः। |
१६ | ॐ विद्यायै नमः। |
१७ | ॐ विरलद्विजायै नमः। |
१८ | ॐ प्रवृद्धघोणायै नमः। |
१९ | ॐ कुमुख्यै नमः। |
२० | ॐ कुटिलायै नमः। |
२१ | ॐ कुटिलेक्षणायै नमः। |
२२ | ॐ कराल्यै नमः। |
२३ | ॐ करालास्यायै नमः। |
२४ | ॐ कङ्काल्यै नमः। |
२५ | ॐ शूर्पधारिण्यै नमः। |
२६ | ॐ काकध्वजरथारूढायै नमः। |
२७ | ॐ केवलायै नमः। |
२८ | ॐ कठिनायै नमः। |
२९ | ॐ कुह्वै नमः। |
३० | ॐ क्षुत्पिपासार्दितायै नमः। |
३१ | ॐ नित्यायै नमः। |
३२ | ॐ ललज्जिह्वायै नमः। |
३३ | ॐ दिगम्बर्यै नमः। |
३४ | ॐ दीर्घोदर्यै नमः। |
३५ | ॐ दीर्घरवायै नमः। |
३६ | ॐ दीर्घाङ्ग्यै नमः। |
३७ | ॐ दीर्घमस्तकायै नमः। |
३८ | ॐ विमुक्तकुन्तलायै नमः। |
३९ | ॐ कीर्त्यायै नमः। |
४० | ॐ कैलासस्थानवासिन्यै नमः। |
४१ | ॐ क्रूरायै नमः। |
४२ | ॐ कालस्वरूपायै नमः। |
४३ | ॐ कालचक्रप्रवर्तिन्यै नमः। |
४४ | ॐ विवर्णायै नमः। |
४५ | ॐ चञ्चलायै नमः। |
४६ | ॐ दुष्टायै नमः। |
४७ | ॐ दुष्टविध्वंसकारिण्यै नमः। |
४८ | ॐ चण्ड्यै नमः। |
४९ | ॐ चण्डस्वरूपायै नमः। |
५० | ॐ चामुण्डायै नमः। |
५१ | ॐ चण्डनिःस्वनायै नमः। |
५२ | ॐ चण्डवेगायै नमः। |
५३ | ॐ चण्डगत्यै नमः। |
५४ | ॐ चण्डविनाशिन्यै नमः। |
५५ | ॐ मुण्डविनाशिन्यै नमः। |
५६ | ॐ चाण्डालिन्यै नमः। |
५७ | ॐ चित्ररेखायै नमः। |
५८ | ॐ चित्राङ्ग्यै नमः। |
५९ | ॐ चित्ररूपिण्यै नमः। |
६० | ॐ कृष्णायै नमः। |
६१ | ॐ कपर्दिन्यै नमः। |
६२ | ॐ कुल्लायै नमः। |
६३ | ॐ कृष्णरूपायै नमः। |
६४ | ॐ क्रियावत्यै नमः। |
६५ | ॐ कुम्भस्तन्यै नमः। |
६६ | ॐ महोन्मत्तायै नमः। |
६७ | ॐ मदिरापानविह्वलायै नमः। |
६८ | ॐ चतुर्भुजायै नमः। |
६९ | ॐ ललज्जिह्वायै नमः। |
७० | ॐ शत्रुसंहारकारिण्यै नमः। |
७१ | ॐ शवारूढायै नमः। |
७२ | ॐ शवगतायै नमः। |
७३ | ॐ श्मशानस्थानवासिन्यै नमः। |
७४ | ॐ दुराराध्यायै नमः। |
७५ | ॐ दुराचारायै नमः। |
७६ | ॐ दुर्जनप्रीतिदायिन्यै नमः। |
७७ | ॐ निर्मांसायै नमः। |
७८ | ॐ निराकारायै नमः। |
७९ | ॐ धूमहस्तायै नमः। |
८० | ॐ वरान्वितायै नमः। |
८१ | ॐ कलहायै नमः। |
८२ | ॐ कलिप्रीतायै नमः। |
८३ | ॐ कलिकल्मषनाशिन्यै नमः। |
८४ | ॐ महाकालस्वरूपायै नमः। |
८५ | ॐ महाकालप्रपूजितायै नमः। |
८६ | ॐ महादेवप्रियायै नमः। |
८७ | ॐ मेधायै नमः। |
८८ | ॐ महासङ्कटनाशिन्यै नमः। |
८९ | ॐ भक्तप्रियायै नमः। |
९० | ॐ भक्तगत्यै नमः। |
९१ | ॐ भक्तशत्रुविनाशिन्यै नमः। |
९२ | ॐ भैरव्यै नमः। |
९३ | ॐ भुवनायै नमः। |
९४ | ॐ भीमायै नमः। |
९५ | ॐ भारत्यै नमः। |
९६ | ॐ भुवनात्मिकायै नमः। |
९७ | ॐ भेरूण्डायै नमः। |
९८ | ॐ भीमनयनायै नमः। |
९९ | ॐ त्रिनेत्रायै नमः। |
१०० | ॐ बहुरूपिण्यै नमः। |
१०१ | ॐ त्रिलोकेश्यै नमः। |
१०२ | ॐ त्रिकालज्ञायै नमः। |
१०३ | ॐ त्रिस्वरूपायै नमः। |
१०४ | ॐ त्रयीतनवे नमः। |
१०५ | ॐ त्रिमूर्त्यै नमः। |
१०६ | ॐ तन्व्यै नमः। |
१०७ | ॐ त्रिशक्त्यै नमः। |
१०८ | ॐ त्रिशूलिन्यै नमः। |
॥ इति श्री धूमावती अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री छिन्नमस्ता अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Chhinnamasta Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ छिन्नमस्तायै नमः। |
२ | ॐ महाविद्यायै नमः। |
३ | ॐ महाभीमायै नमः। |
४ | ॐ महोदर्यै नमः। |
५ | ॐ चण्डेश्वर्यै नमः। |
६ | ॐ चण्डमात्रे नमः। |
७ | ॐ चण्डमुण्डप्रभञ्जिन्यै नमः। |
८ | ॐ महाचण्डायै नमः। |
९ | ॐ चण्डरूपायै नमः। |
१० | ॐ चण्डिकायै नमः। |
११ | ॐ चण्डखण्डिन्यै नमः। |
१२ | ॐ क्रोधिन्यै नमः। |
१३ | ॐ क्रोधजनन्यै नमः। |
१४ | ॐ क्रोधरूपायै नमः। |
१५ | ॐ कुह्वै नमः। |
१६ | ॐ कलायै नमः। |
१७ | ॐ कोपातुरायै नमः। |
१८ | ॐ कोपयुतायै नमः। |
१९ | ॐ कोपसंहारकारिण्यै नमः। |
२० | ॐ वज्रवैरोचन्यै नमः। |
२१ | ॐ वज्रायै नमः। |
२२ | ॐ वज्रकल्पायै नमः। |
२३ | ॐ डाकिन्यै नमः। |
२४ | ॐ डाकिनीकर्मनिरतायै नमः। |
२५ | ॐ डाकिनीकर्मपूजितायै नमः। |
२६ | ॐ डाकिनीसङ्गनिरतायै नमः। |
२७ | ॐ डाकिनीप्रेमपूरितायै नमः। |
२८ | ॐ खट्वाङ्गधारिण्यै नमः। |
२९ | ॐ खर्वायै नमः। |
३० | ॐ खड्गखप्परधारिण्यै नमः। |
३१ | ॐ प्रेताशनायै नमः। |
३२ | ॐ प्रेतयुतायै नमः। |
३३ | ॐ प्रेतसङ्गविहारिण्यै नमः। |
३४ | ॐ छिन्नमुण्डधरायै नमः। |
३५ | ॐ छिन्नचण्डविद्यायै नमः। |
३६ | ॐ चित्रिण्यै नमः। |
३७ | ॐ घोररूपायै नमः। |
३८ | ॐ घोरदृष्टयै नमः। |
३९ | ॐ घोररावायै नमः। |
४० | ॐ घनोदर्यै नमः। |
४१ | ॐ योगिन्यै नमः। |
४२ | ॐ योगनिरतायै नमः। |
४३ | ॐ जपयज्ञपरायणायै नमः। |
४४ | ॐ योनिचक्रमय्यै नमः। |
४५ | ॐ योन्यै नमः। |
४६ | ॐ योनिचक्रप्रवर्तिन्यै नमः। |
४७ | ॐ योनिमुद्रायै नमः। |
४८ | ॐ योनिगम्यायै नमः। |
४९ | ॐ योनियन्त्रनिवासिन्यै नमः। |
५० | ॐ यन्त्ररूपायै नमः। |
५१ | ॐ यन्त्रमय्यै नमः। |
५२ | ॐ यन्त्रेश्यै नमः। |
५३ | ॐ यन्त्रपूजितायै नमः। |
५४ | ॐ कीर्त्यायै नमः। |
५५ | ॐ कपर्दिन्यै नमः। |
५६ | ॐ काल्यै नमः। |
५७ | ॐ कङ्काल्यै नमः। |
५८ | ॐ कलकारिण्यै नमः। |
५९ | ॐ आरक्तायै नमः। |
६० | ॐ रक्तनयनायै नमः। |
६१ | ॐ रक्तपानपरायणायै नमः। |
६२ | ॐ भवान्यै नमः। |
६३ | ॐ भूतिदायै नमः। |
६४ | ॐ भूत्यै नमः। |
६५ | ॐ भूतिदात्र्यै नमः। |
६६ | ॐ भैरव्यै नमः। |
६७ | ॐ भैरवाचारनिरतायै नमः। |
६८ | ॐ भूतभैरवसेवितायै नमः। |
६९ | ॐ भीमायै नमः। |
७० | ॐ भीमेश्वर्यै देव्यै नमः। |
७१ | ॐ भीमनादपरायणायै नमः। |
७२ | ॐ भवाराध्यायै नमः। |
७३ | ॐ भवनुतायै नमः। |
७४ | ॐ भवसागरतारिण्यै नमः। |
७५ | ॐ भद्रकाल्यै नमः। |
७६ | ॐ भद्रतनवे नमः। |
७७ | ॐ भद्ररूपायै नमः। |
७८ | ॐ भद्रिकायै नमः। |
७९ | ॐ भद्ररूपायै नमः। |
८० | ॐ महाभद्रायै नमः। |
८१ | ॐ सुभद्रायै नमः। |
८२ | ॐ भद्रपालिन्यै नमः। |
८३ | ॐ सुभव्यायै नमः। |
८४ | ॐ भव्यवदनायै नमः। |
८५ | ॐ सुमुख्यै नमः। |
८६ | ॐ सिद्धसेवितायै नमः। |
८७ | ॐ सिद्धिदायै नमः। |
८८ | ॐ सिद्धिनिवहायै नमः। |
८९ | ॐ सिद्धायै नमः। |
९० | ॐ सिद्धनिषेवितायै नमः। |
९१ | ॐ शुभदायै नमः। |
९२ | ॐ शुभगायै नमः। |
९३ | ॐ शुद्धायै नमः। |
९४ | ॐ शुद्धसत्त्वायै नमः। |
९५ | ॐ शुभावहायै नमः। |
९६ | ॐ श्रेष्ठायै नमः। |
९७ | ॐ दृष्टिमय्यै नमः। |
९८ | ॐ देव्यै नमः। |
९९ | ॐ दृष्टिसंहारकारिण्यै नमः। |
१०० | ॐ शर्वाण्यै नमः। |
१०१ | ॐ सर्वगायै नमः। |
१०२ | ॐ सर्वायै नमः। |
१०३ | ॐ सर्वमङ्गलकारिण्यै नमः। |
१०४ | ॐ शिवायै नमः। |
१०५ | ॐ शान्तायै नमः। |
१०६ | ॐ शान्तिरूपायै नमः। |
१०७ | ॐ मृडान्यै नमः। |
१०८ | ॐ मदनातुरायै नमः। |
॥ इति श्री छिन्नमस्ता अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री मातंगी अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Matangi Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ महामत्तमातङ्गिन्यै नमः। |
२ | ॐ सिद्धिरुपायै नमः। |
३ | ॐ योगिन्यै नमः। |
४ | ॐ भद्रकाल्यै नमः। |
५ | ॐ रमायै नमः। |
६ | ॐ भवान्यै नमः। |
७ | ॐ भयप्रीतिदायै नमः। |
८ | ॐ भूतियुक्तायै नमः। |
९ | ॐ भवाराधितायै नमः। |
१० | ॐ भूतिसम्पत्कर्यै नमः। |
११ | ॐ जनाधीशमात्रे नमः। |
१२ | ॐ धनागारदृष्ट्यै नमः। |
१३ | ॐ धनेशार्चितायै नमः। |
१४ | ॐ धीरवाप्यै नमः। |
१५ | ॐ वराङ्ग्यै नमः। |
१६ | ॐ प्रकृष्टायै नमः। |
१७ | ॐ प्रभारूपिण्यै नमः। |
१८ | ॐ कामरुपायै नमः। |
१९ | ॐ प्रहृष्टायै नमः। |
२० | ॐ महाकीर्तिदायै नमः। |
२१ | ॐ कर्णनाल्यै नमः। |
२२ | ॐ काल्यै नमः। |
२३ | ॐ भगायै नमः। |
२४ | ॐ घोररूपायै नमः। |
२५ | ॐ भगाङ्ग्यै नमः। |
२६ | ॐ भगाह्वायै नमः। |
२७ | ॐ भगप्रीतिदायै नमः। |
२८ | ॐ भीमरुपायै नमः। |
२९ | ॐ भवान्यै नमः। |
३० | ॐ महाकौशिक्यै नमः। |
३१ | ॐ कोशपूर्णायै नमः। |
३२ | ॐ किशोर्यै नमः। |
३३ | ॐ किशोरप्रियायै नमः। |
३४ | ॐ नन्दईहायै नमः। |
३५ | ॐ महाकारणायै नमः। |
३६ | ॐ अकारणायै नमः। |
३७ | ॐ कर्मशीलायै नमः। |
३८ | ॐ कपाल्यै नमः। |
३९ | ॐ प्रसिद्धायै नमः। |
४० | ॐ महासिद्धखण्डायै नमः। |
४१ | ॐ मकारप्रियायै नमः। |
४२ | ॐ मानरुपायै नमः। |
४३ | ॐ महेश्यै नमः। |
४४ | ॐ महोल्लासिन्यै नमः। |
४५ | ॐ लास्यलीलालयाङ्ग्यै नमः। |
४६ | ॐ क्षमायै नमः। |
४७ | ॐ क्षेमशीलायै नमः। |
४८ | ॐ क्षपाकारिण्यै नमः। |
४९ | ॐ अक्षयप्रीतिदायै नमः। |
५० | ॐ भूतियुक्तायै नमः। |
५१ | ॐ भवान्यै नमः। |
५२ | ॐ भवाराधितायै नमः। |
५३ | ॐ भूतिसत्यात्मिकायै नमः। |
५४ | ॐ प्रभोद्भासितायै नमः। |
५५ | ॐ भानुभास्वत्करायै नमः। |
५६ | ॐ धराधीशमात्रे नमः। |
५७ | ॐ धनागारदृष्ट्यै नमः। |
५८ | ॐ धनेशार्चितायै नमः। |
५९ | ॐ धीवरायै नमः। |
६० | ॐ धीवराङ्ग्यै नमः। |
६१ | ॐ प्रकृष्टायै नमः। |
६२ | ॐ प्रभारूपिण्यै नमः। |
६३ | ॐ प्राणरुपायै नमः। |
६४ | ॐ प्रकृष्टस्वरुपायै नमः। |
६५ | ॐ स्वरुपप्रियायै नमः। |
६६ | ॐ चलत्कुण्डलायै नमः। |
६७ | ॐ कामिन्यै नमः। |
६८ | ॐ कान्तयुक्तायै नमः। |
६९ | ॐ कपालायै नमः। |
७० | ॐ अचलायै नमः। |
७१ | ॐ कालकोद्धारिण्यै नमः। |
७२ | ॐ कदम्बप्रियायै नमः। |
७३ | ॐ कोटर्यै नमः। |
७४ | ॐ कोटदेहायै नमः। |
७५ | ॐ क्रमायै नमः। |
७६ | ॐ कीर्तिदायै नमः। |
७७ | ॐ कर्णरूपायै नमः। |
७८ | ॐ काक्ष्म्यै नमः। |
७९ | ॐ क्षमाङ्ग्यै नमः। |
८० | ॐ क्षयप्रेमरुपायै नमः। |
८१ | ॐ क्षपायै नमः। |
८२ | ॐ क्षयाक्षायै नमः। |
८३ | ॐ क्षयाह्वायै नमः। |
८४ | ॐ क्षयप्रान्तरायै नमः। |
८५ | ॐ क्षवत्कामिन्यै नमः। |
८६ | ॐ क्षारिण्यै नमः। |
८७ | ॐ क्षीरपूषायै नमः। |
८८ | ॐ शिवाङ्ग्यै नमः। |
८९ | ॐ शाकम्भर्यै नमः। |
९० | ॐ शाकदेहायै नमः। |
९१ | ॐ महाशाकयज्ञायै नमः। |
९२ | ॐ फलप्राशकायै नमः। |
९३ | ॐ शकाह्वायै नमः। |
९४ | ॐ अशकाह्वायै नमः। |
९५ | ॐ शकाख्यायै नमः। |
९६ | ॐ अशकायै नमः। |
९७ | ॐ शकाक्षान्तरोषायै नमः। |
९८ | ॐ सुरोषायै नमः। |
९९ | ॐ सुरेखायै नमः। |
१०० | ॐ महाशेषयज्ञोपवीतप्रियायै नमः। |
१०१ | ॐ जयन्त्यै नमः। |
१०२ | ॐ जयायै नमः। |
१०३ | ॐ जाग्रत्यै नमः। |
१०४ | ॐ योग्यरुपायै नमः। |
१०५ | ॐ जयाङ्गायै नमः। |
१०६ | ॐ जपध्यानसन्तुष्टसंज्ञायै नमः। |
१०७ | ॐ जयप्राणरुपायै नमः। |
१०८ | ॐ जयस्वर्णदेहायै नमः। |
१०९ | ॐ जयज्वालिन्यै नमः। |
११० | ॐ यामिन्यै नमः। |
१११ | ॐ याम्यरुपायै नमः। |
११२ | ॐ जगन्मातृरुपायै नमः। |
११३ | ॐ जगद्रक्षणायै नमः। |
११४ | ॐ स्वधावौषडन्तायै नमः। |
११५ | ॐ विलम्बाविलम्बायै नमः। |
११६ | ॐ षडङ्गायै नमः। |
११७ | ॐ महालम्बरूपायै नमः। |
११८ | ॐ असिहस्तायै नमः। |
११९ | ॐ पदाहारिण्यै नमः। |
१२० | ॐ हारिण्यै नमः। |
॥ इति श्री मातंगी अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री कमला अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Kamala Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ महामायायै नमः। |
२ | ॐ महालक्ष्यै नमः। |
३ | ॐ महावाण्यै नमः। |
४ | ॐ महेश्वर्यै नमः। |
५ | ॐ महादेव्यै नमः। |
६ | ॐ महारात्र्यै नमः। |
७ | ॐ महिषासुरमर्दिन्यै नमः। |
८ | ॐ कालरात्र्यै नमः। |
९ | ॐ कुह्वै नमः। |
१० | ॐ पूर्णायै नमः। |
११ | ॐ आनन्दायै नमः। |
१२ | ॐ आद्यायै नमः। |
१३ | ॐ भद्रिकायै नमः। |
१४ | ॐ निशायै नमः। |
१५ | ॐ जयायै नमः। |
१६ | ॐ रिक्तायै नमः। |
१७ | ॐ महाशक्त्यै नमः। |
१८ | ॐ देवमात्रे नमः। |
१९ | ॐ कृशोदर्यै नमः। |
२० | ॐ शच्यै नमः। |
२१ | ॐ इन्द्राण्यै नमः। |
२२ | ॐ शक्रनुतायै नमः। |
२३ | ॐ शङ्करप्रियवल्लभायै नमः। |
२४ | ॐ महावराहजनन्यै नमः। |
२५ | ॐ मदनोन्मथिन्यै नमः। |
२६ | ॐ मह्यै नमः। |
२७ | ॐ वैकुण्ठनाथरमण्यै नमः। |
२८ | ॐ विष्णुवक्षःस्थलस्थितायै नमः। |
२९ | ॐ विश्वेश्वर्यै नमः। |
३० | ॐ विश्वमात्रे नमः। |
३१ | ॐ वरदायै नमः। |
३२ | ॐ अभयदायै नमः। |
३३ | ॐ शिवायै नमः। |
३४ | ॐ शूलिन्यै नमः। |
३५ | ॐ चक्रिण्यै नमः। |
३६ | ॐ मायै नमः। |
३७ | ॐ पाशिन्यै नमः। |
३८ | ॐ शङ्खधारिण्यै नमः। |
३९ | ॐ गदिन्यै नमः। |
४० | ॐ मुण्डमालायै नमः। |
४१ | ॐ कमलायै नमः। |
४२ | ॐ करूणालयायै नमः। |
४३ | ॐ पद्माक्षधारिण्यै नमः। |
४४ | ॐ अम्बायै नमः। |
४५ | ॐ महाविष्णुप्रियङ्कर्यै नमः। |
४६ | ॐ गोलोकनाथरमण्यै नमः। |
४७ | ॐ गोलोकेश्वरपूजितायै नमः। |
४८ | ॐ गयायै नमः। |
४९ | ॐ गङ्गायै नमः। |
५० | ॐ यमुनायै नमः। |
५१ | ॐ गोमत्यै नमः। |
५२ | ॐ गरूडासनायै नमः। |
५३ | ॐ गण्डक्यै नमः। |
५४ | ॐ सरय्वै नमः। |
५५ | ॐ ताप्यै नमः। |
५६ | ॐ रेवायै नमः। |
५७ | ॐ पयस्विन्यै नमः। |
५८ | ॐ नर्मदायै नमः। |
५९ | ॐ कावेर्यै नमः। |
६० | ॐ केदारस्थलवासिन्यै नमः। |
६१ | ॐ किशोर्यै नमः। |
६२ | ॐ केशवनुतायै नमः। |
६३ | ॐ महेन्द्रपरिवन्दितायै नमः। |
६४ | ॐ ब्रह्मादिदेवनिर्माणकारिण्यै नमः। |
६५ | ॐ वेदपूजितायै नमः। |
६६ | ॐ कोटिब्रह्माण्डमध्यस्थायै नमः। |
६७ | ॐ कोटिब्रह्माण्डकारिण्यै नमः। |
६८ | ॐ श्रुतिरूपायै नमः। |
६९ | ॐ श्रुतिकर्यै नमः। |
७० | ॐ श्रुतिस्मृतिपरायणायै नमः। |
७१ | ॐ इन्दिरायै नमः। |
७२ | ॐ सिन्धुतनयायै नमः। |
७३ | ॐ मातङ्ग्यै नमः। |
७४ | ॐ लोकमातृकायै नमः। |
७५ | ॐ त्रिलोकजनन्यै नमः। |
७६ | ॐ तन्त्रायै नमः। |
७७ | ॐ तन्त्रमन्त्रस्वरूपिण्यै नमः। |
७८ | ॐ तरुण्यै नमः। |
७९ | ॐ तमोहन्त्र्यै नमः। |
८० | ॐ मङ्गलायै नमः। |
८१ | ॐ मङ्गलायनायै नमः। |
८२ | ॐ मधुकैटभमथन्यै नमः। |
८३ | ॐ शुम्भासुरविनाशिन्यै नमः। |
८४ | ॐ निशुम्भादिहरायै नमः। |
८५ | ॐ मात्रे नमः। |
८६ | ॐ हरिशङ्करपूजितायै नमः। |
८७ | ॐ सर्वदेवमय्यै नमः। |
८८ | ॐ सर्वायै नमः। |
८९ | ॐ शरणागतपालिन्यै नमः। |
९० | ॐ शरण्यायै नमः। |
९१ | ॐ शम्भुवनितायै नमः। |
९२ | ॐ सिन्धुतीरनिवासिन्यै नमः। |
९३ | ॐ गन्धर्वगानरसिकायै नमः। |
९४ | ॐ गीतायै नमः। |
९५ | ॐ गोविन्दवल्लभायै नमः। |
९६ | ॐ त्रैलोक्यपालिन्यै नमः। |
९७ | ॐ तत्त्वरूपायै नमः। |
९८ | ॐ तारुण्यपूरितायै नमः। |
९९ | ॐ चन्द्रावल्यै नमः। |
१०० | ॐ चन्द्रमुख्यै नमः। |
१०१ | ॐ चन्द्रिकायै नमः। |
१०२ | ॐ चन्द्रपूजितायै नमः। |
१०३ | ॐ चन्द्रायै नमः। |
१०४ | ॐ शशाङ्कभगिन्यै नमः। |
१०५ | ॐ गीतवाद्यपरायणायै नमः। |
१०६ | ॐ सृष्टिरूपायै नमः। |
१०७ | ॐ सृष्टिकर्यै नमः। |
१०८ | ॐ सृष्टिसंहारकारिण्यै नमः। |
॥ इति श्री कमला अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री मंगला गौरी अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Mangala Gauri Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ श्री गौर्यै नमः। |
२ | ॐ गणेशजनन्यै नमः। |
३ | ॐ गिरिराजतनूद्भवायै नमः। |
४ | ॐ गुहाम्बिकायै नमः। |
५ | ॐ जगन्मात्रे नमः। |
६ | ॐ गंगाधरकुटुंबिन्यै नमः। |
७ | ॐ वीरभद्रप्रसुवे नमः। |
८ | ॐ विश्वव्यापिन्यै नमः। |
९ | ॐ विश्वरूपिण्यै नमः। |
१० | ॐ अष्टमूर्त्यात्मिकायै नमः। |
११ | ॐ कष्टदारिद्र्यशमन्यै नमः। |
१२ | ॐ शिवायै नमः। |
१३ | ॐ शांभव्यै नमः। |
१४ | ॐ शंकर्यै नमः। |
१५ | ॐ बालायै नमः। |
१६ | ॐ भवान्यै नमः। |
१७ | ॐ भद्रदायिन्यै नमः। |
१८ | ॐ माङ्गल्यदायिन्यै नमः। |
१९ | ॐ सर्वमङ्गलायै नमः। |
२० | ॐ मञ्जुभाषिण्यै नमः। |
२१ | ॐ महेश्वर्यै नमः। |
२२ | ॐ महामायायै नमः। |
२३ | ॐ मन्त्राराध्यायै नमः। |
२४ | ॐ महाबलायै नमः। |
२५ | ॐ हेमाद्रिजायै नमः। |
२६ | ॐ हैमवत्यै नमः। |
२७ | ॐ पार्वत्यै नमः। |
२८ | ॐ पापनाशिन्यै नमः। |
२९ | ॐ नारायणांशजायै नमः। |
३० | ॐ नित्यायै नमः। |
३१ | ॐ निरीशायै नमः। |
३२ | ॐ निर्मलायै नमः। |
३३ | ॐ अम्बिकायै नमः। |
३४ | ॐ मृडान्यै नमः। |
३५ | ॐ मुनिसंसेव्यायै नमः। |
३६ | ॐ मानिन्यै नमः। |
३७ | ॐ मेनकात्मजायै नमः। |
३८ | ॐ कुमार्यै नमः। |
३९ | ॐ कन्यकायै नमः। |
४० | ॐ दुर्गायै नमः। |
४१ | ॐ कलिदोषनिषूदिन्यै नमः। |
४२ | ॐ कात्यायिन्यै नमः। |
४३ | ॐ कृपापूर्णायै नमः। |
४४ | ॐ कल्याण्यै नमः। |
४५ | ॐ कमलार्चितायै नमः। |
४६ | ॐ सत्यै नमः। |
४७ | ॐ सर्वमय्यै नमः। |
४८ | ॐ सौभाग्यदायै नमः। |
४९ | ॐ सरस्वत्यै नमः। |
५० | ॐ अमलायै नमः। |
५१ | ॐ अमरसंसेव्यायै नमः। |
५२ | ॐ अन्नपूर्णायै नमः। |
५३ | ॐ अमृतेश्वर्यै नमः। |
५४ | ॐ अखिलागमसंस्तुतायै नमः। |
५५ | ॐ सुखसच्चित्सुधारसायै नमः। |
५६ | ॐ बाल्याराधितभूतेशायै नमः। |
५७ | ॐ भानुकोटिसमद्युतये नमः। |
५८ | ॐ हिरण्मय्यै नमः। |
५९ | ॐ परायै नमः। |
६० | ॐ सूक्ष्मायै नमः। |
६१ | ॐ शीतांशुकृतशेखरायै नमः। |
६२ | ॐ हरिद्राकुंकुमाराध्यायै नमः। |
६३ | ॐ सर्वकालसुमङ्गल्यै नमः। |
६४ | ॐ सर्वभोगप्रदायै नमः। |
६५ | ॐ सामशिखायै नमः। |
६६ | ॐ वेदन्तलक्षणायै नमः। |
६७ | ॐ कर्मब्रह्ममय्यै नमः। |
६८ | ॐ कामकलनायै नमः। |
६९ | ॐ कांक्षितार्थदायै नमः। |
७० | ॐ चन्द्रार्कायितताटङ्कायै नमः। |
७१ | ॐ चिदंबरशरीरिण्यै नमः। |
७२ | ॐ श्रीचक्रवासिन्यै नमः। |
७३ | ॐ देव्यै नमः। |
७४ | ॐ कामेश्वरपत्न्यै नमः। |
७५ | ॐ कमलायै नमः। |
७६ | ॐ मारारातिप्रियार्धांग्यै नमः। |
७७ | ॐ मार्कण्डेयवरप्रदायै नमः। |
७८ | ॐ पुत्रपौत्रवरप्रदायै नमः। |
७९ | ॐ पुण्यायै नमः। |
८० | ॐ पुरुषार्थप्रदायिन्यै नमः। |
८१ | ॐ सत्यधर्मरतायै नमः। |
८२ | ॐ सर्वसाक्षिण्यै नमः। |
८३ | ॐ शतशांगरूपिण्यै नमः। |
८४ | ॐ श्यामलायै नमः। |
८५ | ॐ बगलायै नमः। |
८६ | ॐ चण्ड्यै नमः। |
८७ | ॐ मातृकायै नमः। |
८८ | ॐ भगमालिन्यै नमः। |
८९ | ॐ शूलिन्यै नमः। |
९० | ॐ विरजायै नमः। |
९१ | ॐ स्वाहायै नमः। |
९२ | ॐ स्वधायै नमः। |
९३ | ॐ प्रत्यंगिराम्बिकायै नमः। |
९४ | ॐ आर्यायै नमः। |
९५ | ॐ दाक्षायिण्यै नमः। |
९६ | ॐ दीक्षायै नमः। |
९७ | ॐ सर्ववस्तूत्तमोत्तमायै नमः। |
९८ | ॐ शिवाभिधानायै नमः। |
९९ | ॐ श्रीविद्यायै नमः। |
१०० | ॐ प्रणवार्थस्वरूपिण्यै नमः। |
१०१ | ॐ ह्र्रींकार्यै नमः। |
१०२ | ॐ नादरूपायै नमः। |
१०३ | ॐ त्रिपुरायै नमः। |
१०४ | ॐ त्रिगुणायै नमः। |
१०५ | ॐ ईश्वर्यै नमः। |
१०६ | ॐ सुन्दर्यै नमः। |
१०७ | ॐ स्वर्णगौर्यै नमः। |
१०८ | ॐ षोडशाक्षरदेवतायै नमः। |
॥ इति श्री मंगला गौरी अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री सरस्वती अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Saraswati Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ सरस्वत्यै नमः। |
२ | ॐ महाभद्रायै नमः। |
३ | ॐ महामायायै नमः। |
४ | ॐ वरप्रदायै नमः। |
५ | ॐ श्रीप्रदायै नमः। |
६ | ॐ पद्मनिलयायै नमः। |
७ | ॐ पद्माक्ष्यै नमः। |
८ | ॐ पद्मवक्त्राकायै नमः। |
९ | ॐ शिवानुजायै नमः। |
१० | ॐ पुस्तकभृते नमः। |
११ | ॐ ज्ञानमुद्रायै नमः। |
१२ | ॐ रमायै नमः। |
१३ | ॐ परायै नमः। |
१४ | ॐ कामरूपायै नमः। |
१५ | ॐ महाविद्यायै नमः। |
१६ | ॐ महापातक नाशिन्यै नमः। |
१७ | ॐ महाश्रयायै नमः। |
१८ | ॐ मालिन्यै नमः। |
१९ | ॐ महाभोगायै नमः। |
२० | ॐ महाभुजायै नमः। |
२१ | ॐ महाभागायै नमः। |
२२ | ॐ महोत्साहायै नमः। |
२३ | ॐ दिव्याङ्गायै नमः। |
२४ | ॐ सुरवन्दितायै नमः। |
२५ | ॐ महाकाल्यै नमः। |
२६ | ॐ महापाशायै नमः। |
२७ | ॐ महाकारायै नमः। |
२८ | ॐ महाङ्कुशायै नमः। |
२९ | ॐ पीतायै नमः। |
३० | ॐ विमलायै नमः। |
३१ | ॐ विश्वायै नमः। |
३२ | ॐ विद्युन्मालायै नमः। |
३३ | ॐ वैष्णव्यै नमः। |
३४ | ॐ चन्द्रिकायै नमः। |
३५ | ॐ चन्द्रवदनायै नमः। |
३६ | ॐ चन्द्रलेखाविभूषितायै नमः। |
३७ | ॐ सावित्र्यै नमः। |
३८ | ॐ सुरसायै नमः। |
३९ | ॐ देव्यै नमः। |
४० | ॐ दिव्यालङ्कारभूषितायै नमः। |
४१ | ॐ वाग्देव्यै नमः। |
४२ | ॐ वसुधायै नमः। |
४३ | ॐ तीव्रायै नमः। |
४४ | ॐ महाभद्रायै नमः। |
४५ | ॐ महाबलायै नमः। |
४६ | ॐ भोगदायै नमः। |
४७ | ॐ भारत्यै नमः। |
४८ | ॐ भामायै नमः। |
४९ | ॐ गोविन्दायै नमः। |
५० | ॐ गोमत्यै नमः। |
५१ | ॐ शिवायै नमः। |
५२ | ॐ जटिलायै नमः। |
५३ | ॐ विन्ध्यावासायै नमः। |
५४ | ॐ विन्ध्याचलविराजितायै नमः। |
५५ | ॐ चण्डिकायै नमः। |
५६ | ॐ वैष्णव्यै नमः। |
५७ | ॐ ब्राह्मयै नमः। |
५८ | ॐ ब्रह्मज्ञानैकसाधनायै नमः। |
५९ | ॐ सौदामिन्यै नमः। |
६० | ॐ सुधामूर्त्यै नमः। |
६१ | ॐ सुभद्रायै नमः। |
६२ | ॐ सुरपूजितायै नमः। |
६३ | ॐ सुवासिन्यै नमः। |
६४ | ॐ सुनासायै नमः। |
६५ | ॐ विनिद्रायै नमः। |
६६ | ॐ पद्मलोचनायै नमः। |
६७ | ॐ विद्यारूपायै नमः। |
६८ | ॐ विशालाक्ष्यै नमः। |
६९ | ॐ ब्रह्मजायायै नमः। |
७० | ॐ महाफलायै नमः। |
७१ | ॐ त्रयीमूर्त्यै नमः। |
७२ | ॐ त्रिकालज्ञायै नमः। |
७३ | ॐ त्रिगुणायै नमः। |
७४ | ॐ शास्त्ररूपिण्यै नमः। |
७५ | ॐ शुम्भासुरप्रमथिन्यै नमः। |
७६ | ॐ शुभदायै नमः। |
७७ | ॐ स्वरात्मिकायै नमः। |
७८ | ॐ रक्तबीजनिहन्त्र्यै नमः। |
७९ | ॐ चामुण्डायै नमः। |
८० | ॐ अम्बिकायै नमः। |
८१ | ॐ मुण्डकायप्रहरणायै नमः। |
८२ | ॐ धूम्रलोचनमर्दनायै नमः। |
८३ | ॐ सर्वदेवस्तुतायै नमः। |
८४ | ॐ सौम्यायै नमः। |
८५ | ॐ सुरासुर नमस्कृतायै नमः। |
८६ | ॐ कालरात्र्यै नमः। |
८७ | ॐ कलाधारायै नमः। |
८८ | ॐ रूपसौभाग्यदायिन्यै नमः। |
८९ | ॐ वाग्देव्यै नमः। |
९० | ॐ वरारोहायै नमः। |
९१ | ॐ वाराह्यै नमः। |
९२ | ॐ वारिजासनायै नमः। |
९३ | ॐ चित्राम्बरायै नमः। |
९४ | ॐ चित्रगन्धायै नमः। |
९५ | ॐ चित्रमाल्यविभूषितायै नमः। |
९६ | ॐ कान्तायै नमः। |
९७ | ॐ कामप्रदायै नमः। |
९८ | ॐ वन्द्यायै नमः। |
९९ | ॐ विद्याधरसुपूजितायै नमः। |
१०० | ॐ श्वेताननायै नमः। |
१०१ | ॐ नीलभुजायै नमः। |
१०२ | ॐ चतुर्वर्गफलप्रदायै नमः। |
१०३ | ॐ चतुरानन साम्राज्यायै नमः। |
१०४ | ॐ रक्तमध्यायै नमः। |
१०५ | ॐ निरञ्जनायै नमः। |
१०६ | ॐ हंसासनायै नमः। |
१०७ | ॐ नीलजङ्घायै नमः। |
१०८ | ॐ ब्रह्मविष्णुशिवान्मिकायै नमः। |
॥ इति श्री सरस्वती अष्टोत्तर नामावली सरस्वती ॥
॥ श्री तुलसी अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Tulsi Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ श्री तुलस्यै नमः। |
२ | ॐ नन्दिन्यै नमः। |
३ | ॐ देव्यै नमः। |
४ | ॐ शिखिन्यै नमः। |
५ | ॐ धारिण्यै नमः। |
६ | ॐ धात्र्यै नमः। |
७ | ॐ सावित्र्यै नमः। |
८ | ॐ सत्यसन्धायै नमः। |
९ | ॐ कालहारिण्यै नमः। |
१० | ॐ गौर्यै नमः। |
११ | ॐ देवगीतायै नमः। |
१२ | ॐ द्रवीयस्यै नमः। |
१३ | ॐ पद्मिन्यै नमः। |
१४ | ॐ सीतायै नमः। |
१५ | ॐ रुक्मिण्यै नमः। |
१६ | ॐ प्रियभूषणायै नमः। |
१७ | ॐ श्रेयस्यै नमः। |
१८ | ॐ श्रीमत्यै नमः। |
१९ | ॐ मान्यायै नमः। |
२० | ॐ गौर्यै नमः। |
२१ | ॐ गौतमार्चितायै नमः। |
२२ | ॐ त्रेतायै नमः। |
२३ | ॐ त्रिपथगायै नमः। |
२४ | ॐ त्रिपादायै नमः। |
२५ | ॐ त्रैमूर्त्यै नमः। |
२६ | ॐ जगत्रयायै नमः। |
२७ | ॐ त्रासिन्यै नमः। |
२८ | ॐ गात्रायै नमः। |
२९ | ॐ गात्रियायै नमः। |
३० | ॐ गर्भवारिण्यै नमः। |
३१ | ॐ शोभनायै नमः। |
३२ | ॐ समायै नमः। |
३३ | ॐ द्विरदायै नमः। |
३४ | ॐ आराद्यै नमः। |
३५ | ॐ यज्ञविद्यायै नमः। |
३६ | ॐ महाविद्यायै नमः। |
३७ | ॐ गुह्यविद्यायै नमः। |
३८ | ॐ कामाक्ष्यै नमः। |
३९ | ॐ कुलायै नमः। |
४० | ॐ श्रीयै नमः। |
४१ | ॐ भूम्यै नमः। |
४२ | ॐ भवित्र्यै नमः। |
४३ | ॐ सावित्र्यै नमः। |
४४ | ॐ सरवेदविदाम्वरायै नमः। |
४५ | ॐ शंखिन्यै नमः। |
४६ | ॐ चक्रिण्यै नमः। |
४७ | ॐ चारिण्यै नमः। |
४८ | ॐ चपलेक्षणायै नमः। |
४९ | ॐ पीताम्बरायै नमः। |
५० | ॐ प्रोत सोमायै नमः। |
५१ | ॐ सौरसायै नमः। |
५२ | ॐ अक्षिण्यै नमः। |
५३ | ॐ अम्बायै नमः। |
५४ | ॐ सरस्वत्यै नमः। |
५५ | ॐ सम्श्रयायै नमः। |
५६ | ॐ सर्व देवत्यै नमः। |
५७ | ॐ विश्वाश्रयायै नमः। |
५८ | ॐ सुगन्धिन्यै नमः। |
५९ | ॐ सुवासनायै नमः। |
६० | ॐ वरदायै नमः। |
६१ | ॐ सुश्रोण्यै नमः। |
६२ | ॐ चन्द्रभागायै नमः। |
६३ | ॐ यमुनाप्रियायै नमः। |
६४ | ॐ कावेर्यै नमः। |
६५ | ॐ मणिकर्णिकायै नमः। |
६६ | ॐ अर्चिन्यै नमः। |
६७ | ॐ स्थायिन्यै नमः। |
६८ | ॐ दानप्रदायै नमः। |
६९ | ॐ धनवत्यै नमः। |
७० | ॐ सोच्यमानसायै नमः। |
७१ | ॐ शुचिन्यै नमः। |
७२ | ॐ श्रेयस्यै नमः। |
७३ | ॐ प्रीतिचिन्तेक्षण्यै नमः। |
७४ | ॐ विभूत्यै नमः। |
७५ | ॐ आकृत्यै नमः। |
७६ | ॐ आविर्भूत्यै नमः। |
७७ | ॐ प्रभाविन्यै नमः। |
७८ | ॐ गन्धिन्यै नमः। |
७९ | ॐ स्वर्गिन्यै नमः। |
८० | ॐ गदायै नमः। |
८१ | ॐ वेद्यायै नमः। |
८२ | ॐ प्रभायै नमः। |
८३ | ॐ सारस्यै नमः। |
८४ | ॐ सरसिवासायै नमः। |
८५ | ॐ सरस्वत्यै नमः। |
८६ | ॐ शरावत्यै नमः। |
८७ | ॐ रसिन्यै नमः। |
८८ | ॐ काळिन्यै नमः। |
८९ | ॐ श्रेयोवत्यै नमः। |
९० | ॐ यामायै नमः। |
९१ | ॐ ब्रह्मप्रियायै नमः। |
९२ | ॐ श्यामसुन्दरायै नमः। |
९३ | ॐ रत्नरूपिण्यै नमः। |
९४ | ॐ शमनिधिन्यै नमः। |
९५ | ॐ शतानन्दायै नमः। |
९६ | ॐ शतद्युतये नमः। |
९७ | ॐ शितिकण्ठायै नमः। |
९८ | ॐ प्रयायै नमः। |
९९ | ॐ धात्र्यै नमः। |
१०० | ॐ श्री वृन्दावन्यै नमः। |
१०१ | ॐ कृष्णायै नमः। |
१०२ | ॐ भक्तवत्सलायै नमः। |
१०३ | ॐ गोपिकाक्रीडायै नमः। |
१०४ | ॐ हरायै नमः। |
१०५ | ॐ अमृतरूपिण्यै नमः। |
१०६ | ॐ भूम्यै नमः। |
१०७ | ॐ श्री कृष्णकान्तायै नमः। |
१०८ | ॐ श्री तुलस्यै नमः। |
॥ इति श्री तुलसी अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री गंगा अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Ganga Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ गङ्गायै नमः। |
२ | ॐ त्रिपथगादेव्यै नमः। |
३ | ॐ शम्भुमौलिविहारिण्यै नमः। |
४ | ॐ जाह्नव्यै नमः। |
५ | ॐ पापहन्त्र्यै नमः। |
६ | ॐ महापातकनाशिन्यै नमः। |
७ | ॐ पतितोद्धारिण्यै नमः। |
८ | ॐ स्रोतस्वत्यै नमः। |
९ | ॐ परमवेगिन्यै नमः। |
१० | ॐ विष्णुपादाब्जसम्भूतायै नमः। |
११ | ॐ विष्णुदेहकृतालयायै नमः। |
१२ | ॐ स्वर्गाब्धिनिलयायै नमः। |
१३ | ॐ साध्व्यै नमः। |
१४ | ॐ स्वर्णद्यै नमः। |
१५ | ॐ सुरनिम्नगायै नमः। |
१६ | ॐ मन्दाकिन्यै नमः। |
१७ | ॐ महावेगायै नमः। |
१८ | ॐ स्वर्णशृङ्गप्रभेदिन्यै नमः। |
१९ | ॐ देवपूज्यतमायै नमः। |
२० | ॐ दिव्यायै नमः। |
२१ | ॐ दिव्यस्थाननिवासिन्यै नमः। |
२२ | ॐ सुचारुनीररुचिरायै नमः। |
२३ | ॐ महापर्वतभेदिन्यै नमः। |
२४ | ॐ भागीरथ्यै नमः। |
२५ | ॐ भगवत्यै नमः। |
२६ | ॐ महामोक्षप्रदायिन्यै नमः। |
२७ | ॐ सिन्धुसङ्गगतायै नमः। |
२८ | ॐ शुद्धायै नमः। |
२९ | ॐ रसातलनिवासिन्यै नमः। |
३० | ॐ महाभोगायै नमः। |
३१ | ॐ भोगवत्यै नमः। |
३२ | ॐ सुभगानन्ददायिन्यै नमः। |
३३ | ॐ महापापहरायै नमः। |
३४ | ॐ पुण्यायै नमः। |
३५ | ॐ परमाह्लाददायिन्यै नमः। |
३६ | ॐ पार्वत्यै नमः। |
३७ | ॐ शिवपत्न्यै नमः। |
३८ | ॐ शिवशीर्षगतालयायै नमः। |
३९ | ॐ शम्भोर्जटामध्यगतायै नमः। |
४० | ॐ निर्मलायै नमः। |
४१ | ॐ निर्मलाननायै नमः। |
४२ | ॐ महाकलुषहन्त्र्यै नमः। |
४३ | ॐ जह्नुपुत्र्यै नमः। |
४४ | ॐ जगत्प्रियायै नमः। |
४५ | ॐ त्रैलोक्यपावन्यै नमः। |
४६ | ॐ पूर्णायै नमः। |
४७ | ॐ पूर्णब्रह्मस्वरूपिण्यै नमः। |
४८ | ॐ जगत्पूज्यतमायै नमः। |
४९ | ॐ चारुरूपिण्यै नमः। |
५० | ॐ जगदम्बिकायै नमः। |
५१ | ॐ लोकानुग्रहकर्त्र्यै नमः। |
५२ | ॐ सर्वलोकदयापरायै नमः। |
५३ | ॐ याम्यभीतिहरायै नमः। |
५४ | ॐ तारायै नमः। |
५५ | ॐ पारायै नमः। |
५६ | ॐ संसारतारिण्यै नमः। |
५७ | ॐ ब्रह्माण्डभेदिन्यै नमः। |
५८ | ॐ ब्रह्मकमण्डलुकृतालयायै नमः। |
५९ | ॐ सौभाग्यदायिन्यै नमः। |
६० | ॐ पुंसां निर्वाणपददायिन्यै नमः। |
६१ | ॐ अचिन्त्यचरितायै नमः। |
६२ | ॐ चारुरुचिरातिमनोहरायै नमः। |
६३ | ॐ मर्त्यस्थायै नमः। |
६४ | ॐ मृत्युभयहायै नमः। |
६५ | ॐ स्वर्गमोक्षप्रदायिन्यै नमः। |
६६ | ॐ पापापहारिण्यै नमः। |
६७ | ॐ दूरचारिण्यै नमः। |
६८ | ॐ वीचिधारिण्यै नमः। |
६९ | ॐ कारुण्यपूर्णायै नमः। |
७० | ॐ करुणामय्यै नमः। |
७१ | ॐ दुरितनाशिन्यै नमः। |
७२ | ॐ गिरिराजसुतायै नमः। |
७३ | ॐ गौरीभगिन्यै नमः। |
७४ | ॐ गिरिशप्रियायै नमः। |
७५ | ॐ मेनकागर्भसम्भूतायै नमः। |
७६ | ॐ मैनाकभगिनीप्रियायै नमः। |
७७ | ॐ आद्यायै नमः। |
७८ | ॐ त्रिलोकजनन्यै नमः। |
७९ | ॐ त्रैलोक्यपरिपालिन्यै नमः। |
८० | ॐ तीर्थश्रेष्ठतमायै नमः। |
८१ | ॐ श्रेष्ठायै नमः। |
८२ | ॐ सर्वतीर्थमय्यै नमः। |
८३ | ॐ शुभायै नमः। |
८४ | ॐ चतुर्वेदमय्यै नमः। |
८५ | ॐ सर्वायै नमः। |
८६ | ॐ पितृसन्तृप्तिदायिन्यै नमः। |
८७ | ॐ शिवदायै नमः। |
८८ | ॐ शिवसायुज्यदायिन्यै नमः। |
८९ | ॐ शिववल्लभायै नमः। |
९० | ॐ तेजस्विन्यै नमः। |
९१ | ॐ त्रिनयनायै नमः। |
९२ | ॐ त्रिलोचनमनोरमायै नमः। |
९३ | ॐ सप्तधारायै नमः। |
९४ | ॐ शतमुख्यै नमः। |
९५ | ॐ सगरान्वयतारिण्यै नमः। |
९६ | ॐ मुनिसेव्यायै नमः। |
९७ | ॐ मुनिसुतायै नमः। |
९८ | ॐ जह्नुजानुप्रभेदिन्यै नमः। |
९९ | ॐ मकरस्थायै नमः। |
१०० | ॐ सर्वगतायै नमः। |
१०१ | ॐ सर्वाशुभनिवारिण्यै नमः। |
१०२ | ॐ सुदृश्यायै नमः। |
१०३ | ॐ चाक्षुषीतृप्तिदायिन्यै नमः। |
१०४ | ॐ मकरालयायै नमः। |
१०५ | ॐ सदानन्दमय्यै नमः। |
१०६ | ॐ नित्यानन्ददायै नमः। |
१०७ | ॐ नगपूजितायै नमः। |
१०८ | ॐ सर्वदेवाधिदेवैः परिपूज्यपदाम्बुजायै नमः। |
॥ इति श्री गंगा अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री सीता अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Sita Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ श्रीसीतायै नमः। |
२ | ॐ जानक्यै नमः। |
३ | ॐ देव्यै नमः। |
४ | ॐ वैदेह्यै नमः। |
५ | ॐ राघवप्रियायै नमः। |
६ | ॐ रमायै नमः। |
७ | ॐ अवनिसुतायै नमः। |
८ | ॐ रामायै नमः। |
९ | ॐ राक्षसान्तप्रकारिण्यै नमः। |
१० | ॐ रत्नगुप्तायै नमः। |
११ | ॐ मातुलुङ्ग्यै नमः। |
१२ | ॐ मैथिल्यै नमः। |
१३ | ॐ भक्ततोषदायै नमः। |
१४ | ॐ पद्माक्षजायै नमः। |
१५ | ॐ कञ्जनेत्रायै नमः। |
१६ | ॐ स्मितास्यायै नमः। |
१७ | ॐ नूपुरस्वनायै नमः। |
१८ | ॐ वैकुण्ठनिलयायै नमः। |
१९ | ॐ मायै नमः। |
२० | ॐ श्रियै नमः। |
२१ | ॐ मुक्तिदायै नमः। |
२२ | ॐ कामपूरण्यै नमः। |
२३ | ॐ नृपात्मजायै नमः। |
२४ | ॐ हेमवर्णायै नमः। |
२५ | ॐ मृदुलाङ्ग्यै नमः। |
२६ | ॐ सुभाषिण्यै नमः। |
२७ | ॐ कुशाम्बिकायै नमः। |
२८ | ॐ दिव्यदायै नमः। |
२९ | ॐ लवमात्रे नमः। |
३० | ॐ मनोहरायै नमः। |
३१ | ॐ हनुमद्वन्दितपदायै नमः। |
३२ | ॐ मुग्धायै नमः। |
३३ | ॐ केयूरधारिण्यै नमः। |
३४ | ॐ अशोकवनमध्यस्थायै नमः। |
३५ | ॐ रावणादिकमोहिन्यै नमः। |
३६ | ॐ विमानसंस्थितायै नमः। |
३७ | ॐ सुभ्रुवे नमः। |
३८ | ॐ सुकेश्यै नमः। |
३९ | ॐ रशनान्वितायै नमः। |
४० | ॐ रजोरूपायै नमः। |
४१ | ॐ सत्त्वरूपायै नमः। |
४२ | ॐ तामस्यै नमः। |
४३ | ॐ वह्निवासिन्यै नमः। |
४४ | ॐ हेममृगासक्तचित्तायै नमः। |
४५ | ॐ वाल्मीक्याश्रमवासिन्यै नमः। |
४६ | ॐ पतिव्रतायै नमः। |
४७ | ॐ महामायायै नमः। |
४८ | ॐ पीतकौशेयवासिन्यै नमः। |
४९ | ॐ मृगनेत्रायै नमः। |
५० | ॐ बिम्बोष्ठ्यै नमः। |
५१ | ॐ धनुर्विद्याविशारदायै नमः। |
५२ | ॐ सौम्यरूपायै नमः। |
५३ | ॐ दशरथस्नुषायै नमः। |
५४ | ॐ चामरवीजितायै नमः। |
५५ | ॐ सुमेधादुहित्रे नमः। |
५६ | ॐ दिव्यरूपायै नमः। |
५७ | ॐ त्रैलोक्यपालिन्यै नमः। |
५८ | ॐ अन्नपूर्णायै नमः। |
५९ | ॐ महालक्ष्म्यै नमः। |
६० | ॐ धियै नमः। |
६१ | ॐ लज्जायै नमः। |
६२ | ॐ सरस्वत्यै नमः। |
६३ | ॐ शान्त्यै नमः। |
६४ | ॐ पुष्ट्यै नमः। |
६५ | ॐ क्षमायै नमः। |
६६ | ॐ गौर्यै नमः। |
६७ | ॐ प्रभायै नमः। |
६८ | ॐ अयोध्यानिवासिन्यै नमः। |
६९ | ॐ वसन्तशीतलायै नमः। |
७० | ॐ गौर्यै नमः। |
७१ | ॐ स्नानसन्तुष्टमानसायै नमः। |
७२ | ॐ रमानामभद्रसंस्थायै नमः। |
७३ | ॐ हेमकुम्भपयोधरायै नमः। |
७४ | ॐ सुरार्चितायै नमः। |
७५ | ॐ धृत्यै नमः। |
७६ | ॐ कान्त्यै नमः। |
७७ | ॐ स्मृत्यै नमः। |
७८ | ॐ मेधायै नमः। |
७९ | ॐ विभावर्यै नमः। |
८० | ॐ लघूदरायै नमः। |
८१ | ॐ वरारोहायै नमः। |
८२ | ॐ हेमकङ्कणमण्डितायै नमः। |
८३ | ॐ द्विजपत्न्यर्पितनिजभूषायै नमः। |
८४ | ॐ राघवतोषिण्यै नमः। |
८५ | ॐ श्रीरामसेवनरतायै नमः। |
८६ | ॐ रत्नताटङ्कधारिण्यै नमः। |
८७ | ॐ रामवामाङ्गसंस्थायै नमः। |
८८ | ॐ रामचन्द्रैकरञ्जिन्यै नमः। |
८९ | ॐ सरयूजलसङ्क्रीडाकारिण्यै नमः। |
९० | ॐ राममोहिन्यै नमः। |
९१ | ॐ सुवर्णतुलितायै नमः। |
९२ | ॐ पुण्यायै नमः। |
९३ | ॐ पुण्यकीर्त्यै नमः। |
९४ | ॐ कलावत्यै नमः। |
९५ | ॐ कलकण्ठायै नमः। |
९६ | ॐ कम्बुकण्ठायै नमः। |
९७ | ॐ रम्भोर्वै नमः। |
९८ | ॐ गजगामिन्यै नमः। |
९९ | ॐ रामार्पितमनायै नमः। |
१०० | ॐ रामवन्दितायै नमः। |
१०१ | ॐ रामवल्लभायै नमः। |
१०२ | ॐ श्रीरामपदचिह्नाङ्कायै नमः। |
१०३ | ॐ रामरामेतिभाषिण्यै नमः। |
१०४ | ॐ रामपर्यङ्कशयनायै नमः। |
१०५ | ॐ रामाङ्घ्रिक्षालिन्यै नमः। |
१०६ | ॐ वरायै नमः। |
१०७ | ॐ कामधेन्वन्नसन्तुष्टायै नमः। |
१०८ | ॐ मातुलुङ्गकरे धृतायै नमः। |
१०९ | ॐ दिव्यचन्दनसंस्थायै नमः। |
११० | ॐ श्रियै नमः। |
१११ | ॐ मूलकासुरमर्दिन्यै नमः। |
॥ इति श्री सीता अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥
॥ श्री साईं बाबा अष्टोत्तर नामावली ॥
॥ Shri Sai Baba Ashtottara Namavali ॥
१ | ॐ श्री साईंनाथाय नमः। |
२ | ॐ लक्ष्मी नारायणाय नमः। |
३ | ॐ कृष्णमशिवमारूतयादिरूपाय नमः। |
४ | ॐ शेषशायिने नमः। |
५ | ॐ गोदावीरतटीशीलाधीवासिने नमः। |
६ | ॐ भक्तह्रदालयाय नमः। |
७ | ॐ सर्वह्रन्निलयाय नमः। |
८ | ॐ भूतावासाय नमः। |
९ | ॐ भूतभविष्यदुभवाज्रिताया नमः। |
१० | ॐ कालातीताय नमः। |
११ | ॐ कालाय नमः। |
१२ | ॐ कालाय नमः। |
१३ | ॐ कालदर्पदमनाय नमः। |
१४ | ॐ मृत्युंजयाय नमः। |
१५ | ॐ अमत्य्राय नमः। |
१६ | ॐ मर्त्याभयप्रदाय नमः। |
१७ | ॐ जिवाधाराय नमः। |
१८ | ॐ सर्वाधाराय नमः। |
१९ | ॐ भक्तावनसमर्थाय नमः। |
२० | ॐ भक्तावनप्रतिज्ञाय नमः। |
२१ | ॐ अन्नवसत्रदाय नमः। |
२२ | ॐ आरोग्यक्षेमदाय नमः। |
२३ | ॐ धनमाङ्गल्यप्रदाय नमः। |
२४ | ॐ ऋद्धिसिद्धिदाय नमः। |
२५ | ॐ पुत्रमित्रकलत्रबन्धुदाय नमः। |
२६ | ॐ योगक्षेमवहाय नमः। |
२७ | ॐ आपदबान्धवाय नमः। |
२८ | ॐ मार्गबन्धवे नमः। |
२९ | ॐ भक्तिमुक्तिस्वर्गापवर्गदाय नमः। |
३० | ॐ प्रियाय नमः। |
३१ | ॐ प्रीतिवर्द्धनाय नमः। |
३२ | ॐ अन्तर्यामिणे नमः। |
३३ | ॐ सच्चिदात्मने नमः। |
३४ | ॐ नित्यानन्दाय नमः। |
३५ | ॐ परमसुखदाय नमः। |
३६ | ॐ परमेश्वराय नमः। |
३७ | ॐ परब्रह्मणे नमः। |
३८ | ॐ परमात्मने नमः। |
३९ | ॐ ज्ञानस्वरूपिणे नमः। |
४० | ॐ जगतः पित्रे नमः। |
४१ | ॐ भक्तानां मातृ दातृ पितामहाय नमः। |
४२ | ॐ भक्ताभयप्रदाय नमः। |
४३ | ॐ भक्तपराधीनाय नमः। |
४४ | ॐ भक्तानुग्रहकातराय नमः। |
४५ | ॐ शरणागतवत्सलाय नमः। |
४६ | ॐ भक्तिशक्तिप्रदाय नमः। |
४७ | ॐ ज्ञानवैराग्यप्रदाय नमः। |
४८ | ॐ प्रेमप्रदाय नमः। |
४९ | ॐ संशयह्रदय दौर्बल्यपापकर्म वासनाक्षयकराय नमः। |
५० | ॐ ह्रदयग्रन्थिभेदकाय नमः। |
५१ | ॐ कर्मध्वंसिने नमः। |
५२ | ॐ शुद्ध-सत्वस्थिताय नमः। |
५३ | ॐ गुनातीतगुणात्मने नमः। |
५४ | ॐ अनन्तकल्याण गुणाय नमः। |
५५ | ॐ अमितपराक्रमाय नमः। |
५६ | ॐ जयिने नमः। |
५७ | ॐ दुर्धर्षाक्षोभ्याय नमः। |
५८ | ॐ अपराजिताय नमः। |
५९ | ॐ त्रिलोकेषु अविघातगतये नमः। |
६० | ॐ अशक्य-रहीताय नमः। |
६१ | ॐ सर्वशक्तिमूर्तये नमः। |
६२ | ॐ सुरूपसुन्दराय नमः। |
६३ | ॐ सुलोचनाय नमः। |
६४ | ॐ बहुरूप विश्वमूर्तये नमः। |
६५ | ॐ अरूपाव्यक्ताय नमः। |
६६ | ॐ अचिन्त्याय नमः। |
६७ | ॐ सूक्ष्माय नमः। |
६८ | ॐ सर्वान्तर्यामिणे नमः। |
६९ | ॐ मनोवागतीताय नमः। |
७० | ॐ प्रेममूर्तये नमः। |
७१ | ॐ सुलभदुर्लभाय नमः। |
७२ | ॐ असहायसहायाय नमः। |
७३ | ॐ अनाथनाथदीनबंधवे नमः। |
७४ | ॐ सर्वभारभृते नमः। |
७५ | ॐ अकर्मानेककर्मसुकर्मिणे नमः। |
७६ | ॐ पुण्यश्रवणकीर्तनाय नमः। |
७७ | ॐ तीर्थाय नमः। |
७८ | ॐ वासुदेवाय नमः। |
७९ | ॐ सतां गतये नमः। |
८० | ॐ सत्परायणाय नमः। |
८१ | ॐ लोकनाथाय नमः। |
८२ | ॐ पावनानघाय नमः। |
८३ | ॐ अमृतांशवे नमः। |
८४ | ॐ भास्करप्रभाय नमः। |
८५ | ॐ ब्रह्मचर्यतपश्चर्यादिसुव्रताय नमः। |
८६ | ॐ सत्यधर्मपरायणाय नमः। |
८७ | ॐ सिद्धेश्वराय नमः। |
८८ | ॐ सिद्धसंकल्पाय नमः। |
८९ | ॐ योगेश्वराय नमः। |
९० | ॐ भगवते नमः। |
९१ | ॐ भक्तवत्सलाय नमः। |
९२ | ॐ सत्पुरुषाय नमः। |
९३ | ॐ पुरुषोत्तमाय नमः। |
९४ | ॐ सत्यतत्वबोधकाय नमः। |
९५ | ॐ कामादिशड्वैरिध्वंसिने नमः। |
९६ | ॐ अभेदानन्दानुभवप्रदाय नमः। |
९७ | ॐ समसर्वमतसम्मताय नमः। |
९८ | ॐ श्री दक्षिणामूर्तये नमः। |
९९ | ॐ वेंकटेशरमणाय नमः। |
१०० | ॐ अद्भूतानन्तचर्याय नमः। |
१०१ | ॐ प्रपन्नार्तिहराय नमः। |
१०२ | ॐ संसारसर्वदु:ख़क्षयकराय नमः। |
१०३ | ॐ सर्ववित्सर्वतोमुखाय नमः। |
१०४ | ॐ सर्वान्तर्बहि: स्थिताय नमः। |
१०५ | ॐ सर्वमंगलकराय नमः। |
१०६ | ॐ सर्वाभीष्टप्रदाय नमः। |
१०७ | ॐ समरससन्मार्गस्थापनाय नमः। |
१०८ | ॐ समर्थसद्गुरुसाईनाथाय नमः। |
॥ इति श्री साईं बाबा अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥