उपाए एवं टोटके भाग – ४ (Upaye Evam Totke Part – 4)

जातक को जब कोई कुंडली विशेषज्ञ यह बता दे की उस पर राहु गृह की दशा आरम्भ हो गयी है या होने वाली है तो जातक के हाथ पाँव फूलने लग जाते हैं। अगर कुंडली में राहु शुभ है तो मालामाल कर देगा, परन्तु विपरीत स्थिति में राहु जीवन में नीरसता भर देता है, राजा को रंक बना देने में समर्थ है। राहु का शुभाशुभ फल जातक को अति शीघ्र प्राप्त होता है। अगर आप पर राहु की दशा चल रही है या चलने वाली है और आपकी कुंडली में राहु अशुभ है तो घबराएं नहीं निम्न लिखिल उपाए को कर आप राहु का शुभ फल प्राप्त कर सकते हैं।

  • यदि सूखे नारियल में छेद करके उसके अन्दर ताम्बे का पैसा दाल कर नदी में बहा दें तो राहु गृह की शांति हो जाती है।
  • यदि राहु का शुभ फल प्राप्त करना हो तो जातक को अपने पास सफेद चन्दन अवश्य रखना चाहिए। प्रतिदिन सुबह चन्दन का टीका भी लगाना चाहिए। अगर हो सकते तो नहाने के पानी में चन्दन का इत्र डाल कर नहाएं।
  • यदि श्रावण मास में रुद्राष्टाध्यायी का पाठ करवाया जाए तो राहु ग्रह की शांति होती है।
  • यदि शनिवार को कोयला, तिल, नारियल, कच्चा दूध, हरी घास, जौं, तांबा बहते जल में प्रवाहित करें तो राहु ग्रह का शुभ फल देता है।
  • यदि बहते पानी में शीशा अथवा नारियल प्रवाहित करें तो राहु ग्रह की शांति होती है।
  • यदि नारियल में छेद करके उसके अन्दर ताम्बे का पैसा नदी में बहाया जाये तो राहु ग्रह की शांति होती है।
  • यदि बहते पानी में तांबे के 43 टुकड़े प्रवाहित करें तो जातक को राहु विशेष फल प्रदान करता है।
  • यदि नदी में लकड़ी का कोयला प्रवाहित करें तो राहु की शांति होती है।
  • यदि एक नारियल + ११ बादाम (साबुत) काले वस्त्र में बांधकर जल में प्रवाहित करें तो राहु की शांति होती है।
  • यदि हर बुधवार को चार सौ ग्राम धनियां जल में प्रवाहित करें तो राहु शुभ फल प्रदान करता है।
  • यदि राहु कुंडली में अशुभ हो तो कुष्ठ रोगी को मूली या रंग वाली वस्तुओं का दान दें।
  • यदि राहु परेशान करे तो काले कुत्ते को मीठी रोटियां खिलाएं।
  • यदि मोर का पंख घर के पूर्वी और उत्तर-पश्चिम दीवार में या अपनी जेब व डायरी में रखा हो तो राहू का दोष कभी भी नहीं परेशान करता है।
  • यदि राहु अशुभ फल दे रहा हो तो रात को सोते समय अपने सिरहाने जौ रखें और सुबह पंक्षियों को डाल दें।
  • यदि सरसों तथा नीलम का दान किसी भंगी या कुष्ठ रोगी को दें तो राहु जातक कोप परेशान नहीं करता है।
  • यदि राहु और केतु ग्रह से पीडि़त जातक रोजाना कबूतरों को बाजरा और काले तिल मिलाकर खिलाये अति उत्तम होगा।
  • यदि घर में गणेश जी को दो रंग के फूल अर्पित करें तो राहु का अशुभ प्रभाव समाप्त हो जाता है।
  • यदि हर मंगलवार या शनिवार को चीटियों को मीठा खिलाएं तो राहु परेशान नहीं कर सकता।
  • यदि राहू आपकी कुंडली में १२वे घर में बैठा है तो भोजन रसोई घर में करें
  • यदि अष्टधातु का कड़ा दाहिने हाथ में धारण किया जाये तो राहु का शुभ फल मिलता है।
  • यदि जमादार को तम्बाकू का दान किया जाये तो राहु की शांति होती है।
  • यदि जातक अपने पास ठोस चाँदी से बना वर्गाकार टुकड़ा रखे तो राहु का शुभ फल मिलता है।
  • यदि चाय की कम से कम २०० ग्राम पत्ती १८ बुधवार दान की जाये तो रोग कारक अनिष्टकारी राहु स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है।
  • यदि घर के नेत्रेत्य कोण में पीले फूल लगाए जाएं तो राहु का शुभ फल प्राप्त होता है।
  • यदि जाता अपने घर के वायु कोण (उत्तर-पश्चिम) में एक लाल झंडा लगाए तो राहु अतिशुभ फल प्रदान करता है।
  • यदि क्षय रोग से पीड़ित हों तो गोमूत्र से जौ को धो कर एक बोतल में रखें तथा गोमूत्र के साथ उस जौ से अपने दाँत साफ करें।
  • यदि शनिवार के दिन अपना उपयोग किया हुआ कंबल किसी गरीब को दान करें तो राहु का प्रकोप शांत होगा।
  • यदि अमावस्या को पीपल पर रात में १२ बजे दीपक जलाएं तो अति शुभ है।
  • यदि जातक की कुंडली में राहु चंद्रमा के साथ हो तो पूर्णिमा के दिन नदी की धारा में नारियल, दूध, जौ, लकड़ी का कोयला, हरी दूब, यव, तांबा, काला तिल प्रवाहित करें।
  • यदि जातक की कुंडली में राहु सूर्य के साथ हो तो सूर्य ग्रहण के समय कोयला और सरसों नदी की धारा में प्रवाहित करना चाहिए।
  • यदि जातक की कुंडली में भी राहु और शनि एक साथ बैठे है तो ४३ दिन लगातार मजदूरों को तम्बाकु की पुडिया दान दें।
  • यदि जातक की कुंडली में राहु सूर्य के साथ हो तो जौ को दूध या गौ मूत्र से धोकर बहते पानी में बहायें।
  • यदि जातक की कुंडली में शुक्र राहु की युति हो तो दूध एवं हरे नारियल का दान करें।

राहु के उपरोक्त उपाए लगातार ७ बुध या शनिवार को करने से ही राहु का अनिष्ठ फल समाप्त होता है और राहु राहु शुभ फल प्रदान करता है। एक दिन में केवल एक ही उपाए करना चाहिए।

 

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ज्योतिष आचार्या
ममता वशिष्ट
अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक
कालका ज्योतिष अनुसन्धान संसथान

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