राशि अनुसार धारण करें रुद्राक्ष (Rashi Anusar Dhaaran Karen Rudraksh)

          शिवपुराण के अनुसार, रुद्राक्ष की उत्पत्ती स्वयं भगवान शिव के आंसू से हुई थी। जिसके चलते इसे बेहद शुभ माना जाता है। इसे पहनने पर बुरे से बुरा समय खत्म हो सकता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सभी राशियों के लिए अलग-अलग रुद्राक्ष फायदेमंद होते हैं। ऐसे में आपके लिए कौन-सा रुद्राक्ष लाभदायक होगा, इसकी जानकारी होना अति आवश्यक है। आइए जानते हैं कि किस राशि के लिए कौन-सा रुद्राक्ष पहनना शुभ होगा। साथ ही जानेंगे इसे धारण करने की सरल विधि।

  • मेष : मेष राशि वालों को तीनमुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।
  • वृष : वृष राशि के जातकों के लिए छहमुखी रुद्राक्ष काफी लाभदायक माना जाता है।
  • मिथुन : आपको चार मुखी, पांच मुखी और तेरह मुखी रुद्राक्ष प्राण प्रतिष्ठित एवं सिद्ध किया हुआ धारण करना चाहिए।
  • कर्क : इस राशि के लिए दो मुखी रुद्राक्ष लाभकारी है।
  • सिंह : इस राशि के जातकों को बारह मुखी रुद्राक्ष धारण करने से सफलता प्राप्त होती है।
  • कन्या : इस राशि के जातकों को गौरीशंकर रूद्राक्ष धारण करना अति लाभकारी होता है।
  • तुला : इस राशि के जातक को सात मुखी एवं गणेश मुखी रुद्राक्ष धारण करना अति लाभकारी सिद्ध होता है।
  • वृश्चिक : इस राशि के व्यक्ति यदि तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करे तो इन्हें जीवन में बहुत तरक्की मिलती है।
  • धनु : धनु राशि के लिए पाँच मुखी रुद्राक्ष उपयोगी है।
  • मकर : सौभाग्य वृद्धि हेतु चार मुखी, छः मुखी या चौदह मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।
  • कुंभ : इनके लिए सात और चौदह मुखी रुद्राक्ष धारण का सुझाव दिया गया है।
  • मीन : मीन राशि के जातक अगर पाँच मुखी रुद्राक्ष पहनें तो इनका भाग्योदय होता है।

          रुद्राक्ष धारण करने की विधि : रुद्राक्ष धारण करने से पहले उसका शुद्धिकरण जरुरी है। इसके लिए किसी भी शुभ मुहूर्त या सोमवार को रुद्राक्ष लाकर शिव मंदिर ले जाएं। वहां कच्चे दूध, पंचगव्य, पंचामृत या गंगाजल से उसका अभिषेक कर अष्टगंध, केसर, चंदन, धूप-दीप, फूल आदि से पूजा करें। अंत में ऊँ ‘नम: शिवाय’ मंत्र का जाप 108 बार करते हुए लाल, पीले, संतरी धागे, सोने या चांदी के तार में पिरोकर इसे धारण कर लें।

 

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ज्योतिष आचार्या
ममता वशिष्ट
अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक
कालका ज्योतिष अनुसन्धान संसथान

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