साधना में माला का महत्व (Sadhna Mein Mala Ka Mahatva)

          देवी-देवताओं एवं मन्त्रों की सिद्धि हेतु अलग-अलग माला का प्रयोग किया जाता है। किसी भी साधना या मंत्र सिद्धि हेतु अधिकतर रुद्राक्ष की माला का ही प्रयोग होता है। परन्तु प्रत्येक साधना हेतु उस देवी या देवता से सम्बंधित माला का प्रयोग किया जाये तो सफलता शीघ्र प्राप्त होने की सम्भावना बढ़ जय है। आइए जानते हैं कोनसे देवी देवता या साधना में कोनसी माला उत्तम रहती है।

  • गुरु साधना : गुरु साधना हेतु रुद्राक्ष एवं स्फटिक की माला का प्रयोग होता है।
  • महाकाली साधना : काले हकीक की माला का प्रयोग उत्तम है।
  • राजसिक प्रयोजन तथा आपदा से मुक्ति : राजसिक प्रयोजन तथा आपदा से मुक्ति हेतु विशेष प्रभावकरी होती है।
  • धन प्राप्ति के लिए : धन की इच्छा है तो कमलगट्टे, वैजन्ती, स्फटिक व मूंगे की माला से लक्ष्मी देवी का जाप करना चाहिए।
  • शान्ति कर्म और ज्ञान प्राप्ति : शान्ति कर्म और ज्ञान प्राप्ति हेतु स्फटिक की माला : स्फटिक की माला काम में ली जाती है। यह मां सरस्वती व भैरवी जी की आराधना के लिए श्रेष्ठ होती है।
  • विद्या लाभ के लिए : विद्या प्राप्त करने के लिए स्फटिक की माला अथवा रुद्राक्ष की माला से सरस्वती मंत्रों का जाप करें।
  • आध्यात्मिक विकास के लिए : शारीर और आत्मा की शुद्धि के लिए तुलसी की माला धारण करें।
  • पाप-नाश व दोष-मुक्ति : पाप-नाश व दोष-मुक्ति हेतु कुश-मूल की माला का प्रयोग होता है।
  • हनुमान जी की साधना हेतु : हनुमान जी की साधना के लिए मुंगे की माला से मंत्रों का जाप करें।
  • वर प्रप्ति के लिए : उत्तम व मन भावन वर प्राप्त करने के लिए रुद्राक्ष की माला से शिव मंत्रों का जाप करें।
  • अभिचार कर्म : कमल गट्टे की माला का प्रयोग अभिचार कर्म के लिए होता है।
  • दुर्भाग्य नाश के लिए : हकिक माला को धारण करने से भाग्य वृद्धि, सौभाग्य प्राप्ति, भुत प्रेत, बाधा, दुर्भाग्य और कई बुराइयों को नाश करने की विशेष शक्ति होती है।
  • वधु प्राप्ति : सुसंस्कारित व मन भावन पत्नी पाने के लिए स्फटिक की माला से शिव मंत्रों का जाप करें।
  • स्वभाव शांत करने के लिए : गुस्सेल जातक को वैजन्ती माला धारण करनी चाहिए।
  • पुत्र संतान प्राप्ति : पुत्र प्राप्ति के लिए मोती की माला धारण करनी चाहिए।
  • सभी ग्रहों की शांति : मानसिक और नवग्रह शांति के लिए नवरत्न की माला धारण करें।
  • पुष्टि कर्म व लक्ष्मी आराधना : मूंगे की माला से लक्ष्मी जी की आराधना एवं पुष्टि कर्म के लिए श्रेष्ठ होती है।
  • संतान प्राप्त : निसंतान महिलाएं संतान प्राप्ति के लिए पुत्र जीवा की माला से मंत्र जाप करें।
  • गणेशजी की साधना : हाथी दांत की माला गणेशजी की साधना के लिए श्रेष्ठ मानी गई है।
  • स्वास्थ्य लाभ के लिए : शरीर में ताजगी व स्फूर्ति का संचार करने के लिए सफ़ेद चन्दन की माला को धारण करें।
  • संतान प्राप्ति : पुत्र जीवा की माला का प्रयोग संतान प्राप्ति के लिए करते हैं।
  • शांति के लिए : घर में सुख शांति का वातावरण बना रहे और उत्तम स्वास्थ्य के लिए महामृत्युंजय मंत्र का जाप रूद्राक्ष की माला से करें।
  • वैष्णव मत : तुलसी माला से वैष्णव मत की साधना होती है (विष्णु, राम व कृष्ण)।
  • शत्रु दमन : शत्रुओं का नाश करने के लिए बगला मुखी मंत्र का जाप हल्दी माला से करें।
  • गणेश जी व देवी साधना : लाल चंदन की माला गणेश जी व देवी साधना के लिए उत्तम मानी गई है।
  • ह्रदय रोग निवृति के लिए : रुद्राक्ष की माला गले में धारण करने से ह्दय रोग और रक्तचाप नियंत्रित रहता है।
  • वशीकरण : मोती की माला वशीकरण के लिए श्रेष्ठ मानी गई है।
  • मंगल ग्रह शांति के लिए : मंगल ग्रह की शांति के लिए लाल चन्दन की माला धारण करें।
  • माँ दुर्गा जी की आराधना के लिए : देवी की आराधना लिए स्फटिक की माला से मंत्र जाप करने पर मंत्र शीघ्र सिद्ध हो जाते हैं।

 

प्रिये मित्रों अपनी कुंडली में सर्व दोषों के स्थाई निवारण हेतु हमसे संपर्क करें।
संपर्क सूत्र : kalkajyotish@gmail.com

 

आपको यह जानकारी कैसी लगी कृपया मैसेज कर हमें बताएं

ज्योतिष आचार्या
ममता वशिष्ट
अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक
कालका ज्योतिष अनुसन्धान संसथान

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *