घर में सुख शांति हेतु २६ उपाय (Ghar Mein Sukh Shanti Hetu 26 Upaye)

इस संसार में सुख और शांति ऐसी वस्तु है जिनको निश्चित ही प्रत्येक मनुष्य प्राप्त करना चाहता है और इस हेतु वह कुछ भी देने के लिए तैयार हो जाता है। परंतु मन की पूर्ण शांति उसे फिर भी प्राप्त नहीं होती है। यहां पर कालका ज्योतिष द्वारा कुछ अनुभूत सरल उपाय दिए जा रहे है जिनके द्वारा आप आसानी से सुख और शांति के प्राप्त कर सकते है। ये उपाय ऐसे हे जिन्हें आप प्रारम्भ तो करेंगे पर आपका मन इन्हें छोडने का नहीे होगा।
रोज प्रातः स्नानादि से निवृत होकर एक ताॅबे के पात्र मे ताजा जल लें। उसमे 7 तुलसी के पत्ते डालकर भगवान् विष्णु की मूर्ति या तस्वीर के सम्मूुख रखें और ११ बार ओम् नमो भगवते वासुदेवाय का मंत्र पढे फिर वह जल पत्ते सहित पुरे परिवार को पीने के लिए देवें।

  • गुरू वार के दिन हल्दी थोडी मात्रा में ले और उसमें पानी मिलाकर गाढा कर लें और उसके बाद घर की प्रत्येक दीवार पर निष्चित स्थान पर एक बिंदी लगाएं, हर गुरू वार यह प्रयेाग करें।
  • भगवान् के मंदिर जाते है तो एक निश्चित समय जैसे ७:०० बजे जाना है तेा ७:०० बजे ही मंदिर पहुॅचे, कहने का तात्पर्य हे यह कि पुर्णतः समय के पाबंद बन जाएँ, ईश्वर भी आपकी भक्ति से जल्दी ही प्रसन्न होकर आपकी मनोकामना पूर्ण करेगा।
  • रोज तीन रोटी अलग से रखे, एक गाय के लिए, एक कूत्ते के लिए तथा एक के छोटे-छोटे दानें बनाकर चिडियों को या कौओं को डालें।
  • रोज केसर चंदन का तिलक लगाकर ही घर से निकलें।
  • घर मे पुुजा के स्थान पर एक अखण्ड दीपक जलाएं और उसे बुझने न दें। असमे समय घी तथा बाती डालते रहें।
  • शाम के समय चींटियों का आटा डालें।
  • शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी के मंदिर मे इत्र अर्पित करें और उस दिन गुड-चनें बाॅटें।
  • सुबह जल्दी उठे और स्नान करने से पूर्व अपनी नाभी पर सुगन्धित तेल लगाएँ।
  • रोज सुबह अपने घर के मटकें मे जिसमें पानी रखते है उसमें पानी ताजा भरे और कुछ बूदें गंगा जल की मिला दें ।
  • प्रातः १ घण्टे व शाम दीपक के समय १ घण्टे गायत्री मंत्र की ध्वनि घर में चलाने से वातावरण अत्यंत शुद्ध हो जाता है और परेशानियाॅ स्वतः ही दूर होने लगेगी।
  • सप्ताह मे एक बार शनिवार को घर मे सुंदर काण्ड सभी सदस्य मिलकर करें।
  • रोज स्नान करके तीन पत्ते तुलसी के चबाएं फिर ही अन्य वस्तुएं ग्रहण करें।
  • अपने घर मे पीछा करने से पूर्व जल मे थोडा नमक मिला लें।
  • शनिवार के दिन किसी अपाहिज को भोजन अवश्य करवाएं अथवा वस्त्र दान करें।
  • नवग्रह स्तोत्र का पाठ रोज करें।
  • हर बृहस्पतिवार को यह उपाय करें, १ मोली लें और सात बार गायत्र मंत्र पढते हुए सात गाॅठे अलग-अलग बनाकर उसे गले मे धारण करें, अगले बृहस्पतिवार को नई मोली पर गाॅठे बनायें और पुरानी पीपल मे चढा दें।
  • यदि आप पर केाई बहुत बडी परेशानिया या संकट आया है या आने वाला है तो निम्न मंत्र को रोज कम से कम २१ बार पढे। आपके कश्ट स्वतः ही दूर होने लगेंगे।

                                                    दीनदयाल बिरद संभारी, हरहू नाथ मम संकट भारी।।

  • गाय को गुड खिलानें के बाद उसके सिर पर हाथ फेरकर अपने मस्तक पर लगाएं।
  • जो मिठाई आपकेा सबसे अधिक पसंद हो उसे सप्ताह मे एक बार स्वयं न खाकर गाय , कूत्ते व पक्षियों को खिलाएं।
  • आपके घर मे पानी जहाॅ रखते है, उस स्थान पर रोज धुप करे और केसर चंदन के छींटें गिराएं।
  • हर शनिवार के दिन भगवान् शनि के मंदिर जाएँ ओर हनुमान चालिसा का पाठ करें।
  • मंगलवार के दिन हनुमान मंदिर जाएँ और १०८ बार निम्न मंत्र का जाप करें।

राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमें।
सहस्त्र नाम तत्तुल्यम् रामनाम वरानने।।

  • यदि घर के सम्मुख कोई पेड है अथवा आसपास कोई पेड है तो उस पेट पर पक्षियों को पीने का पात्र रखें और पात्र में जल भरें।
  • अपने घर मे यदि किसी दरवाजे मे खोलने या बंद करते समय आवाज आती है तो उसे तुरंत ठीक करवाएं यह षुभ संकेत नहीे है।
  • पुुजा या आरती शाम के समय जब भी करें घण्टी अवष्य बजाएं। हो सके तो धूप पूरे घर मे करते हूए साथ मे घण्टी भी अवष्य बजाएं।

 

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ज्योतिष आचार्या
ममता वशिष्ट
अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक
कालका ज्योतिष अनुसन्धान संसथान

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