क्या कहती है आपकी हृदय रेखा (Kya Kehti Hai Aapki Hridya Rekha-Heart Line)

          बड़ी रेखाओं में हृदय रेखा को हस्तरेखा शास्त्री सबसे पहले जांचता है। यह हथेली के ऊपरी हिस्से और उंगलियों के नीचे होती है। कुछ परंपराओं में, यह रेखा छोटी उंगली के नीचे हथेली के किनारे से और अंगूठे की तरु पूरी हथेली तक पढ़ी जाती है। दूसरों में, यह उंगलियों के नीचे शुरू होती है और हथेली के बाहर के किनारे की ओर बढ़ती देखी जाती है। हस्तरेखा शास्त्री इस पंक्ति की व्याख्या दिल के मामलों के संबंध में करते हैं, जिसमें शारीरिक और लाक्षणिक दोनों शामिल होते हैं और विश्वास किया जाता है कि दिल की सेहत के विभिन्न पहलुओं के अलावा यह भावनात्मक स्थिरता, रुमानी दृष्टिकोण, अवसाद व सामाजिक व्यवहार प्रदार्शित करती हैं।

  • यदि किसी व्यक्ति की यह रेख लम्बी हो तो वह मनुष्य खुले हृदय वाला होता है।
  • यदि यह रेखा शोटी रह जाये तो व्यक्ति केवल अपने ऊपर धेयान देने वाला होता है।
  • यदि यह रेखा शोटी तो हो परन्तु सीधी हो तो व्यक्ति रोमांटिक स्वाभाव का नहीं होता l
  • यदि हृदय रेखा का आरंभ गुरु पर्वत से हो तो व्यक्ति बहुत ही धार्मिक, दयालु और जिम्मेदार होते हैं।
  • यदि हथेली में हृदय रेखा के नीचे स्टार का चिन्ह हो तो धन का नुकसान होता है और धन जीवन में अधिक टिकता नहीं है।
  • यदि किसी स्त्री के हाथ में हृदय रेखा का आरंभ सूर्य पर्वत से हो तो वह भरोसे के लायक नहीं होती। ऐसी स्त्री अपने स्वार्थ के लिए कोई भी कदम उठा सकती है।
  • यदि व्यक्ति के हाथ में गहरी और स्पष्ट हृदय रेखा हो जो कि तर्जनी, मध्यमा, गुरु या शुक्र पर्वत पर खत्म हो रही हो तो जातक जीवन में अपार सफलता हासिल होती है और प्रेम संबंधों में कामयाबी मिलती है।
  • यदि यह रेखा बहुत अधिक लम्बी हो जाये तो यह रेखा हथेली के दोनों किनारों तक पहुँच जाती है ऐसे में व्यक्ति अपने के ऊपर निर्भर करने वाला होता है।
  • यदि हथेली में हृदय रेखा का आरंभ गुरु और शनि पर्वत के बीच से होता है उनमें कामुकता प्रबल होती है। ऐसे लोग किसी से भी प्रेम का इजहार जल्द ही कर देते हैं लेकिन इनसे प्रेम में सच्चाई कम वासना अधिक होती है।
  • यदि यह रेखा जंजीरनुमा होकर शनि और गुरु पर्वत के बीच से शुरू हो रही हो और साथ ही शुक्र पर्वत अधिक उभरा हुआ हो तो व्यक्ति का चरित्र संतुलित नहीं रह पाता है। ऐसे लोग विपरीत लिंग के व्यक्ति को अपनी ओर आकर्षित करने लिए कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं। ऐसे लोग अधिक शक करने की आदत से वैवाहिक जीवन में भी परेशानी उठाते हैं।
  • यदि किसी व्यक्ति के हाथ में हृदय रेखा का अंत तर्जनी या मध्यमा के मूल यानि नीचे की तरफ झुका हो उनपर प्यार के मामलों में भरोसा नहीं करना चाहिए। ऐसे पुरुष या स्त्री बेहद कामुक और बेवफाई के भावों से युक्त होते हैं।

 

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ज्योतिष आचार्या
ममता वशिष्ट
अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक
कालका ज्योतिष अनुसन्धान संसथान

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