नौगजा पीर साधना (Nogaja Peer Sadhna)

          नौगजा पीर जी का स्थान हरियाणा के जिला शाहबाद में है। नौगजा पीर जी बड़े ही करामाती पीर हुए है जिनमे हिन्दू और मुस्लिम दोनों ही समान रूप से श्रद्धा रखते है और अपनी मुँह मांगी मुरादे पाते है। एक मान्यता के अनुसार नौगजा पीर जी का नाम सैय्यद इब्राहीम […]

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स्वप्न सिद्धि साधना (Swapan Sidhhi Sadhna)

          स्वप्न सिद्धि के माध्यम से हम स्वप्न में किसी भी वस्तु विशेष की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इस साधना की विशेषता है के यह साधक को अपने एवं उसके परिवार के साथ भविष्य में होने होने वाली सभी शुभ एवं अशुभ घटनाओं की जानकारी पहले से ही दे देती […]

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अस्त गृह और फल (Ast Greh Aur Fal)

          अस्त ग्रहों के अध्ययन के बिना जन्म कुंडली का अध्ययन अधूरा है। जन्म कुंडली में अस्त ग्रहों का अपना एक विशेष महत्व होता है। यदि किसी जातक की कुंडली में कोई ग्रह सूर्य ग्रह के समीप जाता है तो सूर्य के तेज से वह ग्रह अस्त हो कर बलहीन हो […]

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दस महाविद्या साधना (Dus Mahavidya Sadhna)

          दस महाविद्या को देवी दुर्गा के दस रूप माने जाते हैं। ये महाविद्याओं की शक्तियां ही पूरे संसार को चलाती हैं। देवी दुर्गा के ये सभी स्वरूप तंत्र साधना में बहुत उपयोगी और महत्वपूर्ण माने गए हैं। आइए जानते हैं मान्यता के अनुसार किस महाविद्या की पूजा तंत्र में किस […]

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वक्री ग्रह का फल (Vakri Greh Ka Fal)

          वक्री ग्रहों को लेकर ज्योतिष विशेषज्ञों की अलग-अलग धारणायें हैं। लेकिन लगभग हर दूसरे व्यक्ति की जन्म कुंडली में एक या इससे अधिक वक्री ग्रह पाये जाते हैं। समस्त ग्रह घड़ी की सुई की विपरीत दशा में सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाते हैं, परन्तु कभी-कभी देखने पर इनकी गति […]

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गुरु पादुका स्तोत्र (Guru Paduka Stotra)

ॐ नमो गुरुभ्यो गुरुपादुकाभ्यो नमः परेभ्यः परपादुकाभ्यः ! आचार्य सिद्धेश्वरपादुकाभ्यो नमो नमः श्रीगुरुपादुकाभ्यो !!१!! मैं पूज्य गुरुदेव को प्रणाम करता हूँ, मेरी उच्चतम भक्ति गुरु चरणों और उनकी पादुका के प्रति हैं, क्योंकि गंगा -यमुना आदि समस्त नदियाँ और संसार के समस्त तीर्थ उनके चरणों में समाहित हैं, यह पादुकाएं ऐसे चरणों से आप्लावित रहती […]

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शिष्यता एवं सात सूत्र (Shishyata Evam Saat Sutra)

          शिष्य का तात्पर्य किसी देह से नहीं हैं, शिष्य का तात्पर्य खड़े होकर हाथ जोड़ने से नहीं हैं, शिष्य का तात्पर्य कोई दीक्षा लेने से भी नहीं हैं। यह तो एक भाव हैं कि हम दीक्षा लेकर अपने आपको पूर्ण रूप से गुरु चरणों में विसर्जित करके गुरु से एकाकार […]

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१६ कलायें (16 Kalayen)

          यह समस्त संसार द्वंद्व धर्मों से आपूरित हैं, जितने भी यहाँ प्राणी हैं, वे सभी इन द्वंद्व धर्मों के वशीभूत हैं, किन्तु इस कला से पूर्ण व्यक्ति प्रकृति के इन बंधनों से ऊपर उठा हुआ होता हैं। वाक् सिद्धि : जो भी वचन बोले जाए वे व्यवहार में पूर्ण हो, […]

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साधना में माला का महत्व (Sadhna Mein Mala Ka Mahatva)

          देवी-देवताओं एवं मन्त्रों की सिद्धि हेतु अलग-अलग माला का प्रयोग किया जाता है। किसी भी साधना या मंत्र सिद्धि हेतु अधिकतर रुद्राक्ष की माला का ही प्रयोग होता है। परन्तु प्रत्येक साधना हेतु उस देवी या देवता से सम्बंधित माला का प्रयोग किया जाये तो सफलता शीघ्र प्राप्त होने की […]

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शीघ्र विवाह हेतु उपाए (Sheeghra Vivah Hetu Upaye)

        प्रिये मित्रो हमारे पूर्व जन्मों एवं इस जन्म के कर्मो के कारन ऐसे कई अवरोध उत्पन्न हो जाते हैं जो हमें आगे बढ़ने से रोकते हैं। बार-बार असफलता के कारन हमारा जीवन निराशा से भरने लगता है। यह सब हमारे कर्मों का ही परिणाम होता है। कई कर्म ऐसे होते हैं […]

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